भारतीय वायुसेना की नवीनतम ख़बरें और जानकारी

नमस्ते! अगर आप भारतीय वायु सेना में रुचि रखते हैं या सिर्फ़ नई‑नई खबरों को फॉलो करना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर आएँ। यहाँ हम आपको सबसे ताज़ा अपडेट, मिशनों की झलक और करियर के अवसर सीधे बताते हैं—बिना किसी जटिल भाषा के।

वायुसेना के प्रमुख मिशन और नई तकनीकें

पिछले साल भारतीय वायु सेना ने कई बड़े कदम उठाए। सबसे पहले, फ्रांस से खरीदे गये राफ़ेल लड़ाकू विमान अब पूरी तरह ऑपरेशनल हैं और राष्ट्रीय रक्षा में अहम भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही, अमेरिकी C‑130J ट्रान्सहंटर की डिलीवरी जारी है, जिससे लॉजिस्टिक सपोर्ट काफी तेज़ हो गया है।

ड्रोन के क्षेत्र में भी तेजी से विकास हो रहा है। भारत ने अपना पहला स्वदेशी स्ट्राइक ड्रोन ‘आकाश’ को टेस्ट किया और अब इसे बड़े पैमाने पर उत्पादन की योजना बनी हुई है। इस ड्रोन का रेंज 150 किमी से अधिक है, जिससे सीमा सुरक्षा में अतिरिक्त मदद मिलेगी।

इंडियन एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट बोर्ड (AD बोर्ड) ने टेज़स Mk‑1A को अंतिम रूप दिया। इस विमान की कॉम्बैट क्षमता अब और भी बेहतर हो गई है, और इसे 2025 में पूरी तरह से सशस्त्र करने का लक्ष्य है। यह कदम भारत के ‘मेक इन इंडिया’ एयरोस्पेस पहल को आगे बढ़ाता है।

भर्ती और करियर – कैसे जुड़ें वायुसेना से?

वायुसेना में नौकरी पाने की चाह रखने वाले कई युवा अक्सर पूछते हैं कि कहाँ से शुरू करें। सबसे आसान तरीका है भारतीय सेना के आधिकारिक भर्ती पोर्टल पर जाकर ‘आधार कार्ड’ लिंक करना और ऑनलाइन फॉर्म भरना। हर साल लगभग 15 हज़ार पदों के लिए खुली भर्ती होती है, जिसमें पायलट, तकनीशियन, इंजीनियरिंग स्टाफ और प्रशासनिक कामगार शामिल हैं।

पायलट बनने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10+2 में विज्ञान होना चाहिए और NDA या AFCAT जैसी परीक्षाओं को पास करना जरूरी है। यदि आप इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हैं, तो CDS (केंद्रीय डिफेंस सेवाएँ) परीक्षा आपके लिए उपयुक्त हो सकती है। दोनों ही मामलों में शारीरिक फिटनेस टेस्ट का स्कोर महत्वपूर्ण रहता है, इसलिए नियमित वर्कआउट और हेल्दी डाइट से तैयारी करें।

एक बार चयन हो जाने पर प्रशिक्षण बहुत कठोर होता है—बेसिक ट्रेनिंग स्कूल (BTS) या इंटीग्रेटेड स्टाफ कॉलेज (ISC) में दो साल की ट्रेनिंग के बाद ही आप वास्तविक मिशन में भेजे जाते हैं। इस दौरान आपको विमान संचालन, रडार सिस्टम और एयरोडायनामिक्स जैसे विषयों का गहरा ज्ञान मिलता है।

भर्ती के अलावा इंटर्नशिप या प्रोजेक्ट बेस्ड असाइनमेंट भी उपलब्ध होते हैं, खासकर एयरोस्पेस कंपनियों के साथ मिलकर। ये अवसर आपको उद्योग के अंदरूनी कामकाज को समझने और भविष्य में स्थायी करियर बनाने में मदद करते हैं।

समाप्ति पर, अगर आप वायुसेना की हर नई ख़बर को तुरंत देखना चाहते हैं, तो ‘समाचार दृष्टि’ का टैग पेज बुकमार्क करें। यहाँ आपको रियल‑टाइम अपडेट और विशेषज्ञों के विश्लेषण मिलेंगे—सिर्फ़ एक क्लिक में। पढ़ते रहिए, सीखते रहिए, और अगर मौका मिले तो इस महान संस्था की सेवा में अपना योगदान दें!

PM मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर IAF कर्मियों से की मुलाकात, भारत-पाक तनाव के बीच दिखी सैन्य मजबूती 14 मई 2025
Avinash Kumar 0 टिप्पणि

PM मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर IAF कर्मियों से की मुलाकात, भारत-पाक तनाव के बीच दिखी सैन्य मजबूती

प्रधानमंत्री मोदी ने 13 मई, 2025 को पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा कर वहां तैनात भारतीय वायुसेना के जवानों से मुलाकात की। उनका यह दौरा हाल ही में पाकिस्तान के साथ बढ़े तनाव और भारतीय सैन्य कार्रवाई के बाद हुआ है। मोदी ने जवानों के साहस की सराहना की और भारत की सैन्य तत्परता का संदेश दिया।

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