जब अर्धशतक, क्रिकेट में 50 रन बनाना यानी आधा शतक की बात आती है, तो हर भारतीय फैन का दिल धड़कता है। यह माइलस्टोन सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि खिलाड़ी की स्थिरता, टीम के भरोसे और मैच की दिशा को बदलने की ताक़त रखता है। इस टैग में हम क्रिकेट, भारत और विश्व स्तर पर खेला जाने वाला सबसे लोकप्रिय खेल की विविधतापूर्ण कहानियों को देखेंगे, साथ ही बल्लेबाज, जो लगातार अर्धशतक बनाते हैं और टीम को जीत की ओर ले जाते हैं के रिकॉर्ड पर भी चर्चा करेंगे।
अर्धशतक का सबसे बड़ा असर टेस्ट मैच, तीन‑दिन या पाँच‑दिन की लंबी फ़ॉर्मेट जिसमें निरंतरता मायने रखती है में दिखता है। एक अर्धशतक, अगर सही समय पर बना हो, तो पिच की कठिनाइयों को झेलते हुए टीम को स्थिरता देता है और आगे के बड़े स्कोर की राह आसान बनाता है। उदाहरण के तौर पर, जब शुबमन गिल ने अहमदाबाद के पहले टेस्ट में 50‑plus रन बनाए, तो भारत ने शुरुआती दबाव को टाल कर फिर से पिच पर पैर जमाया। इसी तरह के अर्धशतक ने भारत को वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीन शतक बनाने और जडेजा का नया छक्का रिकॉर्ड करने में मदद की।
पहला, डेडलाइट्स को समझना। दोपहर की उजड़ी धूप में बॉल तेज़ चलती है, इसलिए बैटर को अपने पैर का सही उपयोग करना पड़ता है। दूसरा, साझेदारी का महत्व। अकेला अर्धशतक अकेले नहीं बनता; अक्सर दो या तीन बैटर मिलकर लम्बी साझेदारी बनाते हैं, जिससे टीम की कुल स्कोर में बड़ी इज़ाफ़ा होती है। तीसरा, मैनज वाइस स्ट्रेट। एक बॉल को बाहर या गोल्डन बॉल को नहीं छोड़ना, इससे स्कोरिंग रेट बना रहता है और विज़न भी साफ़ रहती है। ये तीन बिंदु अर्द्धशतक को सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि मैच‑निर्धारक बनाते हैं।
उपरोक्त सिद्धांत आज के कई हाइलाइट्स में झलकते हैं। भारत‑भारित बांग्लादेश के एशिया कप मैच में अभिषेक शर्मा ने 75‑रन की ताक़तवर पारी खेली, जिसमें 50‑plus की शुरुआत ही टीम को जीत की दिशा में ले गई। वहीँ, ऑस्ट्रेलिया ने 2025‑27 WTC में 100% जीत हासिल की, लेकिन उनके कई खिलाड़ी लगातार अर्धशतक बनाने की क्षमता से ही लगातार जीत पाते रहे। इस तरह अर्धशतक टीम की निरंतरता और मनोबल दोनों को सुदृढ़ करता है।
इसी टैग में आप देखेंगे कि कैसे मौसम की चेतावनियाँ, जैसे नई दिल्ली के मौसम केंद्र की नारंगी‑पीली चेतावनी, कभी‑कभी मैदान पर असर करती हैं, लेकिन अर्धशतक बनाने वाले बल्लेबाज़ इन बाधाओं को भी पार कर लेते हैं। यही कारण है कि अर्धशतक सिर्फ एक स्कोर नहीं, बल्कि हर परिस्थिति में खिलाड़ी की अनुकूलन क्षमता का प्रमाण है।
अब आप तैयार हैं उस विस्तृत सूची को पढ़ने के लिए, जिसमें भारत के विभिन्न मैचों में बनाए गए अर्धशतक, उनके प्रभाव और कुछ दिलचस्प तथ्य शामिल हैं। नीचे के लेखों में आप देखेंगे कि कैसे हर अर्धशतक ने भारत को जीत की ओर धकेला, कौन से बैटर लगातार अपनी पारी में 50‑plus बनाते हैं, और कौन से मैचों में अर्धशतक ने मैच की दिशा बदल दी। अपनी पसंदीदा क्षणों को फिर से जीने के लिए नीचे स्क्रॉल करें।
आमनजोत कौर ने महिला ODI वर्ल्ड कप में नंबर 7 पर 57* बनाकर इतिहास रचा, 103‑रन की साझेदारी से भारत ने 269/8 बनाकर श्रीलंका को DLS से 59 रन से हराया।
और देखें