आपके पास होटल या रेस्तरां चलाने का प्लान है? या फिर आप सिर्फ इस उद्योग में हो रहे बदलावों को देखना चाहते हैं? यहाँ हम सरल शब्दों में आज के मुख्य मुद्दे बताएँगे, ताकि आप तुरंत समझ सकें कि आगे क्या करना चाहिए।
पिछले कुछ हफ़्तों में Sensex ने 74,000 के पास पहुंचते हुए अस्थिरता दिखायी। इस उतार‑चढ़ाव से होटल कंपनियों के स्टॉक पर भी दबाव पड़ा। खासकर ऊर्जा और डिफेंस सेक्टर की कंपनियां गिर गईं, लेकिन कई बड़े होटल समूहों ने खुद को स्थिर रखे। अगर आप निवेशक हैं तो यह समझना जरूरी है कि शेयर बाज़ार की हलचल आपके प्रोजेक्ट फाइनैंसिंग को कैसे प्रभावित कर सकती है।
रियल एस्टेट में भी बदलाव दिख रहे हैं। कुछ शहरों में होटल भूमि की कीमतें बढ़ी हैं, जबकि मेट्रो क्षेत्रों में नई परियोजनाओं के कारण जमीन सस्ती हो रही है। यह जानकारी आपको साइट चुनते समय सही निर्णय लेने में मदद करेगी।
सरकार ने इनकम टैक्स बिल 2025 में ₹12 लाख तक की आय पर छूट जारी रखी है, जिससे छोटे‑मध्यम होटल व्यवसायों को फायदा होगा। अब आपको अपना टैक्स प्लानिंग आसान लगेगा। साथ ही, वक्फ संशोधन विधेयक के तहत कुछ कर राहतें भी मिल रही हैं, जो होटल मालिकों के लिए फायदेमंद हो सकती हैं।
हिमाचल में संविदा कर्मियों की नियामितीकरण को 2024 तक बढ़ाया गया है; इसका मतलब यह है कि सरकारी होटल प्रोजेक्ट्स में कॉन्ट्रैक्टर चयन प्रक्रिया तेज़ होगी, जिससे निर्माण कार्य जल्दी शुरू हो सकते हैं।
आज के यात्रियों को अनुभव की कीमत पर ज़्यादा दिमाग होता है। वे केवल कमरा नहीं, बल्कि खाने‑पीने की गुणवत्ता, साफ़-सफ़ाई और डिजिटल सेवाओं को भी देखते हैं। इसलिए कई होटल अब अपने रूम सर्विस में एआई चैटबॉट्स का उपयोग कर रहे हैं – जैसे गूगल जेमिनी के Scheduled Actions फीचर, जो बुकिंग से लेकर कस्टमर सपोर्ट तक सब कुछ ऑटोमेट करता है।
स्मार्टफोन एप्लिकेशन और ऑनलाइन रिव्यू प्लेटफ़ॉर्म भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं। अगर आपका होटल इन चैनलों पर अच्छी रेटिंग नहीं रखता, तो बुकिंग में गिरावट देख सकते हैं। इसलिए रेव्यू मैनेजमेंट को प्राथमिकता दें।
AI, IoT और हरे ऊर्जा समाधान होटल सेक्टर में नया मानक बनते जा रहे हैं। कई बड़े चेन ने पहले ही सौर पैनल स्थापित कर दी है और एयर कंडीशनर को ऊर्जा‑सेविंग मोड पर सेट किया है। अगर आप नई प्रॉपर्टी बना रहे हैं, तो इन तकनीकों को अपनाने से खर्च कम होगा और पर्यावरणीय प्रमाणपत्र मिलेंगे।
एक बात याद रखें – होटल चलाना सिर्फ कमरे बेचने जैसा नहीं, बल्कि अनुभव बनाकर रखना है। इसलिए अपने स्टाफ को प्रशिक्षण दें, साफ़-सफ़ाई पर ध्यान दें और डिजिटल टूल्स को सही ढंग से लागू करें। यह आपको प्रतिस्पर्धी बाजार में आगे रखेगा।
समाचार दृष्टी के इस टैग पेज पर आप होटल सेक्टर की सभी प्रमुख खबरें एक जगह पा सकते हैं। चाहे शेयर मार्केट, सरकारी नीति या टेक्नोलॉजी अपडेट – यहाँ सब कुछ सरल भाषा में दिया गया है। अब जब आपके पास सही जानकारी है, तो आगे का कदम उठाएं और अपने होटल व्यवसाय को सफल बनाएँ।
Brigade Hotel Ventures का ₹759.60 करोड़ का IPO GMP शून्य होने के बाद भी 1.67 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल कर चर्चा में है। कंपनी ने फंड का बड़ा हिस्सा कर्ज चुकाने और नए प्रोजेक्ट्स में लगाने का प्लान किया है। 31 जुलाई को शेयर BSE और NSE पर लिस्ट होंगे।
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