अगर आप रात को चंद्रमा देखना पसंद करते हैं तो शायद आपने "ब्लॉक मून" या हिन्दी में "महायूटि" शब्द सुना होगा। यह एक ऐसी घटना है जब महीने के दो पूर्णिमा होते हैं, लेकिन उनमें से एक पूरी तरह दिखाई नहीं देती। वैज्ञानिक भाषा में इसे ब्लैक मून कहा जाता है। साधारण आँखों से तो कुछ नहीं दिखता, पर खगोल विज्ञान प्रेमियों को इस बात का पता चल जाता है कि चाँद के किस हिस्से पर छाया या ग्रहण ने असर किया है।
एक साल में दो बार पूर्णिमा आती है, लेकिन हर 29 महीने में एक ऐसा महीना आता है जहाँ पहले पूरी चाँद दिखती है और फिर उसी कैलेंडर माह के अंत में दूसरी बार भी पूर्णिमा आती है। जब दोनों पूर्णिमाओं के बीच का अंतराल छोटा होता है तो दूसरा पूर्णिमा कभी‑कभी छिपी रहती है – यही महायूटि कहलाती है। इसे दो प्रकार से समझा जा सकता है:
अगली महायूटि 2025 की फरवरी‑मार्च में अपेक्षित है, लेकिन सटीक तिथि स्थानीय समय और टाइमजोन पर निर्भर करती है। इस कारण कई बार कैलेंडर पर दिखती नहीं, पर एस्ट्रॉनॉमी साइट्स पर आसानी से मिल जाती है।
महायूटि को देखना मुश्किल नहीं है, बस कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखें:
धर्मिक तौर पर भी महायूटि को खास माना जाता है। कई प्राचीन ग्रंथों में बताया गया है कि इस दिन शुभ कार्य करना लाभदायक होता है, जबकि कुछ लोग इसे सावधानी से बिताने की सलाह देते हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह सिर्फ चंद्रमा के कक्षा और पृथ्वी-चाँद‑सूर्य के सापेक्षिक स्थितियों का नतीजा है, पर मन में थोड़ा रहस्य जोड़ देता है।
अगर आप इस बार महायूटि देखना चाहते हैं तो आज ही मौसम की जानकारी चेक कर लें, दूरबीन या बाइनॉक्युलर तैयार रखें और रात के समय बाहर निकलें। यह एक ऐसी खगोलीय घटना है जो हर कोई आसानी से देख सकता है, बस थोड़ा धैर्य और सही समय चाहिए। आगे भी हमारे "समाचार दृष्टी" पर नई‑नई खगोलीय ख़बरों के लिए देखते रहें!
फालोदी सट्टा बाजार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की भविष्यवाणी की है, जिसमें महायूति को 155 सीटें और मविआ को 123 सीटें मिलने की संभावना बताई जा रही है। इस बार के चुनाव परिणाम से महाराष्ट्र की राजनीतिक तस्वीर का भविष्य तय हो सकता है।
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