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जुल॰,2024
अमेरिकी राजनीतिक गलियारे में एक जोरदार हलचल मचाने वाली घटना ने 23 जुलाई, 2024 को वैश्विक सुर्खियों में जगह बना ली। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हुए हत्या प्रयास के बाद, यूएस सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर किम्बर्ली चीटल ने अपना पद त्याग दिया। यह वारदात 13 जुलाई, 2024 को बटलर, पेंसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली के दौरान हुई थी।
घटना के दिन, थॉमस मैथ्यू क्रुक्स नामक 20 वर्षीय युवक ने एक छत से फायरिंग शुरू कर दी थी। इस हमले के चलते एक दर्शक, कोरी कॉम्पराटोर की मृत्यु हो गई और डोनाल्ड ट्रम्प समेत दो अन्य व्यक्ति घायल हो गए थे। इस हमले ने न केवल अमेरिकी जनता को हिलाकर रख दिया बल्कि सुरक्षा व्यवस्था में हो रही चूकों को भी उजागर कर दिया।
हमले के बाद, अमेरिकी कॉन्ग्रेस ने इस घटना की पूरी जांच की मांग की। 23 जुलाई को ही किम्बर्ली चीटल को इस सिलसिले में एक कॉन्ग्रेस कमिटी के सामने पेश होना पड़ा। सुनवाई के दौरान यह सामने आया कि ट्रम्प के अभियान द्वारा किए गए सुरक्षा उपायों के अनुरोधों को यूएस सीक्रेट सर्विस ने ठुकरा दिया था। यह एक बड़ी सुरक्षा चूक मानी जा रही है, और इस पर गृह सुरक्षा सचिव एलेजांद्रो मायोर्कस ने इसे 'विफलता' करार दिया।
हालांकि, पहली बार किम्बर्ली चीटल ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। लेकिन जब राजनेताओं का दबाव बढ़ता गया और समस्या की गंभीरता का एहसास हुआ, तब उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया।
घटना के बाद से ही यूएस सीक्रेट सर्विस की आलोचना तेज हो गई। एजेंसी पर लगातार सुरक्षा चूक के आरोप लगे। इस वारदात ने एजेंसी की सुरक्षा उपायों की पारदर्शिता और उनकी कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यही वजह है कि कॉन्ग्रेस ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
जांच में यह सामने आया कि कई बार की चेतावनी के बावजूद भी सुरक्षा के उपायों में ढिलाई बरती गई। डोनाल्ड ट्रम्प के अभियान अधिकारियों ने पहले ही सुरक्षा बढ़ाने के अनुरोध किए थे, जिन्हें सीक्रेट सर्विस ने अनदेखा कर दिया था। यह एक गंभीर सुरक्षा चूक थी।
यह घटना केवल अमेरिका तक ही सीमित नहीं रही। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इस घटना की कड़ी आलोचना हुई। कई देशों के नेताओं ने इस हमले की निंदा की और अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों की चूकों को उजागर किया।
किम्बर्ली चीटल के इस्तीफे के बाद अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यूएस सीक्रेट सर्विस किस तरह से अपनी सुरक्षा उपायों में सुधार करती है। एजेंसी के लिए यह एक बड़ा चुनौतीपूर्ण समय है। अब नए डायरेक्टर की नियुक्ति और सुरक्षा में होने वाले बदलावों पर सबकी नजर होगी।
यह घटना हमें सुरक्षा के महत्व और उसकी आवश्यकताओं का एहसास कराती है। राजनीतिक और सामाजिक स्थिरता के लिए सुरक्षा का मजबूत होना आवश्यक है, और इस तरह की घटनाएं हमें इसे नजरअंदाज नहीं करने देती। किम्बर्ली चीटल का इस्तीफा और कॉन्ग्रेस की जांच इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
ये सब बकवास है बस एक और झूठा नाटक जो राजनीति के लिए बनाया गया है। सीक्रेट सर्विस को दोष देना आसान है लेकिन असली जिम्मेदार कौन है ये कोई नहीं पूछता। ट्रम्प खुद अपनी रैलियों को अत्यधिक खतरनाक बनाता रहा है और अब उसकी वजह से सबको दोष दिया जा रहा है। ये लोग बस एक नया शिकार ढूंढ रहे हैं।
इस घटना के पीछे की गहराई को समझना जरूरी है। सुरक्षा व्यवस्था की विफलता केवल एजेंसी की गलती नहीं है; यह एक सामाजिक और सांस्कृतिक असफलता का प्रतीक है। जब राजनीति व्यक्तिगत शक्ति के लिए बन जाती है, तो सुरक्षा एक बाधा बन जाती है। इसलिए, चीटल का इस्तीफा एक निशान है-लेकिन यह निशान बदलाव का नहीं, बल्कि अस्थायी शांति का है।
मुझे लगता है कि यहाँ की व्यवस्था में संरचनात्मक असफलता है। एजेंसी के भीतर ब्यूरोक्रेटिक लापरवाही, राजनीतिक दबाव, और निर्णय लेने की श्रृंखला में विफलता-ये सब एक साथ जुड़ गए। यह केवल एक व्यक्ति की गलती नहीं है, बल्कि एक प्रणाली का अस्तित्वहीन होना है। अब नए डायरेक्टर को इस जटिल नेटवर्क को फिर से बनाना होगा, जिसमें पारदर्शिता, जवाबदेही, और एक निरंतर सुरक्षा संस्कृति शामिल हो।
इस्तीफा दे दिया तो क्या हुआ? असली गलती वो है जो बच गई।
ये सब बकवास है। ट्रम्प के खिलाफ हमला हुआ तो अब सीक्रेट सर्विस को गिराना पड़ा? ये लोग तो बस अपनी गलतियों का बोझ उतार रहे हैं। अगर ये लोग अपना काम ठीक से करते तो ऐसी घटना होती? अब इस्तीफा दे दिया, अगला नाम ले लो, और फिर से वही गलतियाँ करोगे। ये सिस्टम ही बेकार है।