पिछले कुछ हफ़्तों में Sensex ने लगातार नई ऊँचाइयाँ छुई हैं। 74,000 के पार जाना कोई छोटा मामला नहीं है। कई लोग सोचते हैं कि ये सिर्फ़ एक झटका है, पर असली कारण समझने से ही सही फैसला किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं क्या चीज़ें इस उछाल को चला रही हैं।
सबसे बड़ा असर विदेशी निवेश में आया है। जब अमेरिकी बाजार स्थिर रहता है, तो फंड मैनेजर्स भारत की ओर देखते हैं और बड़ी रकम लाते हैं। साथ ही, सरकारी नीतियों ने भी मदद की – टैक्स छूट बढ़ाना, डिजिटल पेमेंट को आसान बनाना जैसे कदम कंपनियों के मुनाफे को सीधे बढ़ा रहे हैं।
दूसरा कारण है कमोडिटी प्राइस में गिरावट। तेल और सोने की कीमतें नीचे आ गईं, जिससे कई बड़ी कंपनियों का खर्च कम हुआ। इससे उनका बिज़नेस मॉडल मजबूत हुआ और शेयरधारक खुश हुए। यह सकारात्मक भावना पूरे बाजार में फैलती रही।
तेजी से बढ़ता उपभोक्ता खर्च भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। ऑनलाइन शॉपिंग, मोबाइल पेमेंट्स और डिजिटल सब्सक्रिप्शन ने आम लोगों की खरीद शक्ति को बढ़ाया। जब लोग ज्यादा खर्च करते हैं, तो कंपनियों का राजस्व ऊपर जाता है और शेयर कीमतें साथ में बढ़ती हैं।
अगर आप अब भी सोच रहे हैं कि इस रैपिड ग्रोथ को कैसे पकड़ें, तो कुछ आसान बातें ध्यान रखें। सबसे पहले, बड़े ब्लू-चिप स्टॉक्स पर नजर रखें – इनकी कीमतें अक्सर स्थिर रहती हैं और दीर्घकाल में अच्छा रिटर्न देती हैं।
दूसरा, विविधीकरण ज़रूरी है। सिर्फ़ एक सेक्टर या दो कंपनियों में पैसा न लगाएँ। फाइनेंस, आयरन ऑर्ल्ड, हेल्थकेयर जैसी अलग‑अलग इंडस्ट्रीज में निवेश करने से जोखिम कम रहता है।
तीसरा, बाजार की खबरों को रोज़ पढ़ें लेकिन अंधाधुंध नहीं। जब कोई नई नीति आती है या अंतरराष्ट्रीय इवेंट्स होते हैं तो उनका असर तुरंत नहीं दिखता; कुछ हफ़्ते‑महीने लगते हैं। इसलिए धैर्य रखें और लंबी अवधि का प्लान बनाएं।
आख़िर में, अपने पोर्टफोलियो को समय‑समय पर रिव्यू करें। अगर कोई स्टॉक लगातार नीचे जा रहा है तो उसके कारणों को समझें – क्या कंपनी की बुनियादी हालत बदल गई या सिर्फ़ बाजार का मूड खराब हुआ? सही विश्लेषण से आप नुकसान कम कर सकते हैं।
संक्षेप में, Sensex के रिकॉर्ड हाई कई सकारात्मक कारकों का मिलाजुला परिणाम है। विदेशी फंड, सरकारी नीतियां और उपभोक्ता खर्च सभी एक साथ काम कर रहे हैं। निवेशकों को चाहिए कि वे समझदारी से चयन करें, जोखिम बाँटें और धैर्य रखें – तभी आप इस उछाल का पूरा फायदा उठा पाएँगे।
भारतीय स्टॉक बाजारों ने 3 जून, 2024 को एग्जिट पोल्स के बाद रिकॉर्ड ऊँचाइयाँ छू ली। एग्जिट पोल्स के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA तीसरा कार्यकाल जीतता नज़र आ रहा है। सेंसेक्स और निफ़्टी दोनों सुबह के कारोबार में जोरदार उछाल लेकर खुले, जबकि व्यापक बाज़ारों में भी महत्वपूर्ण बढ़त देखी गई।
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