सोना हमेशा से लोगों की नजरों में खास रहा है। चाहे वह शादी की जरूरत हो या बचत का तरीका, सोना कई बार मदद करता है। लेकिन कीमतें रोज़ बदलती रहती हैं, इसलिए सही जानकारी रखना जरूरी है। इस लेख में हम बात करेंगे कि सोने की कीमत क्यों बदलती है, आज की कीमत कहाँ देखी जा सकती है और कैसे समझदारी से खरीद‑बिक्री की जाए।
सोने की कीमत कई चीज़ों से जुड़ी होती है। सबसे बड़ी बात है अंतर्राष्ट्रीय बाजार, जहाँ डॉलर्स की कीमत सीधे सोने को प्रभावित करती है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमत आमतौर पर नीचे आती है, और डॉलर कमजोर होने पर कीमत बढ़ती है।
इन्फ्लेशन यानी महंगाई भी एक बड़ा कारक है। महंगाई बढ़ने पर लोग सोने को "सुरक्षित आश्रय" मानते हैं, इसलिए मांग बढ़ती है और कीमत ऊपर जाती है। इसके अलावा, देश के रिज़र्व बैंक की नीतियाँ, जैसे रेपो रेट में बदलाव, बाजार में तरलता को बदलते हैं और सोने की कीमत पर असर डालते हैं।
भारत में गहनों और सिक्कों की मांग, अंतरराष्ट्रीय प्रोड्यूसर जैसे चीन और ऑस्ट्रेलिया की उत्पादन स्थिति, और यहाँ तक कि भू‑राजनीतिक टकराव भी कीमत को तेज़‑धीमी कर सकते हैं। इसलिए एक ही दिन में कई कारण मिलकर कीमत को ऊपर‑नीचे ले जा सकते हैं।
सबसे भरोसेमंद स्रोत है भारतीय रेज़र्व बैंक (RBI) या बैंकों की आधिकारिक वेबसाइटें। अधिकांश बैंकों की साइट पर “स्पॉट प्राइस” नाम से आज की कीमत मिलती है। इसके अलावा, मोबाइल ऐप जैसे फोनपे, पेटीएम, और ज़ेओ प्लेज़र भी रीयल‑टाइम अपडेट देते हैं।
खबरों में भी अक्सर सोने की कीमत की अपडेट दी जाती है। मुख्य समाचार पोर्टल, टीवी बिजनेस चैनल, और आर्थिक समाचार पत्र इस पर रोज़ रिपोर्ट करते हैं। अगर आप तुरंत देखना चाहते हैं तो “सोने की कीमत आज” गूगल में टाइप करके टॉप रेज़ल्ट से भी पता चल जाएगा।
ध्यान रखें, कुछ साइटें केवल ‘प्रदर्शन’ कीमत दिखाती हैं जो ट्रेडिंग समय के हिसाब से बदलती है, जबकि बैंक की कीमत आमतौर पर एक या दो घंटे के अंतराल में अपडेट होती है। इसलिए खरीद‑बिक्री के टाइम पर दो-तीन विश्वसनीय स्रोत देखना बेहतर रहेगा।
जब आप सोना खरीदने का सोचते हैं, तो सबसे पहले तय करें कि आप भौतिक सोना चाहते हैं या डिजिटल। भौतिक सोने के लिए गोल्ड बार, सिक्का या ज्वेलरी विकल्प होते हैं। डिजिटल रूप में आप सोना ब्रोकर या सरकारी सोना बॉन्ड (सौवरेन गोल्ड बॉन्ड) में निवेश कर सकते हैं। दोनों में अलग‑अलग फायदे‑नुकसान हैं।
भौतिक सोना ख़रीदते समय जाँचें कि मिलर (जोल) और शुद्धता ठीक हो। साथ ही, ख़रीदने वाले दुकान का लेज़र सर्टिफ़िकेट और रिटर्न पॉलिसी देखना न भूलें। डिजिटल सोना आसानी से ऑनलाइन खरीदा जाता है, लेकिन मार्केट में रोज़ रिटर्न या कीमत के उतार‑चढ़ाव को समझना जरूरी है।
एक आसान टिप: अगर आप कीमत के उच्चतम स्तर पर खरीदना नहीं चाहते, तो महीने के शुरू में या जब डॉलर में गिरावट हो, तब खरीदें। कई लोग महीने के अंत में कीमत बढ़ती देखते हैं क्योंकि ग्राहकों की मांग बढ़ती है। इस पैटर्न को समझ कर आप थोड़ा बचत कर सकते हैं।
भविष्य में क्या होगा, इसका अनुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन दीर्घकालिक ट्रेंड दर्शाता है कि सोने की कीमत आम तौर पर महंगाई के साथ बढ़ती है। इसलिए यदि आप 5‑10 साल के लिए बचत करना चाहते हैं, तो सोना एक सुरक्षित विकल्प बन सकता है।
अंत में, सोने की कीमत पर नज़र रखना और सही समय पर कार्रवाई करना ही सफलता का राज़ है। चाहे आप नया निवेशक हों या अनुभवी, उपरोक्त टिप्स को अपनाकर आप बिना ज्यादा झंझट के अपने पोर्टफ़ोलियो में सोना जोड़ सकते हैं। याद रखें, जानकारी ही शक्ति है, और सही जानकारी के साथ ही आप समझदारी से सोना खरीद‑बेच सकते हैं।
पटना, बिहार में 25 मई, 2024 को सोने और चांदी की कीमतों में स्थिरता देखने को मिली है। पाटलिपुत्र सराफा संघ के उपाध्यक्ष अजय कुमार के अनुसार, यह सोना और चांदी खरीदने का उत्तम समय है। 22 कैरेट सोने की कीमत ₹67,700 प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने की कीमत ₹75,350 प्रति 10 ग्राम है। चांदी की कीमत ₹89,000 प्रति किलोग्राम बताई गई है।
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