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जून,2024
हंगर गेम्स के प्रशंसकों के लिए एक नई और रोमांचक खबर आई है, जो उन्हें एक बार फिर से पनेम के उस खतरनाक और रोमांचकारी दुनिया में ले जाएगी। सुज़ैन कॉलिन्स, जिनके द्वारा लिखित 'हंगर गेम्स' उपन्यास श्रृंखला ने दुनिया भर में एक अद्वितीय लोकप्रियता पाई है, ने अपने नवीनतम उपन्यास 'सनराइज ऑन द रीपिंग' की घोषणा की है। यह उपन्यास 'हंगर गेम्स' श्रृंखला का पांचवां हिस्सा होगा, और इसे लायंसगेट के तहत एक फिल्म के रूप में भी रूपांतरित किया जाएगा। फिल्म का शीर्षक 'द हंगर गेम्स: सनराइज ऑन द रीपिंग' होगा और इसे 20 नवंबर 2026 को सिनेमाघरों में रिलीज़ किया जाएगा।
इस नए उपन्यास में, पाठकों को पनेम की दुनिया में वापस ले जाया जाएगा, 24 साल पहले के समय में, जो 'हंगर गेम्स' की घटनाओं से पहले की कहानी कहेगा। यह दूसरी क्वार्टर क्वेल यानी 50वें हंगर गेम्स के रीपिंग से जुड़ा हुआ होगा। इस बार कहानी में नए पात्र और नई घटनाएँ जुड़ी होंगी, जो पाठकों को एक अलग दृष्टिकोण से दिखाने का प्रयास करेंगी।
फिल्म का निर्देशन पहले ही चार हंगर गेम्स फिल्मों का निर्देशन कर चुके फ्रांसिस लॉरेंस द्वारा किया जाएगा। न सिर्फ निर्देशक बल्कि निर्माता भी वही रहेंगे - नीना जैकबसन और ब्रैड सिम्पसन के कलर फोर्स बैनर के तहत। यानी कि प्रशंसकों को वही गुण और वही जुनून देखने को मिलेगा जिसे उन्होंने पहले चार फिल्मों में प्रेम किया था।
पनेम की दुनिया हमेशा से ही पाठकों के लिए एक आकर्षण का विषय रही है। यह भविष्य की दुनिया है जहां गरीब 13 जिलों और अमीर कैपिटल के बीच का विभाजन बहुत ही प्रखर है। इस विभाजन को बनाए रखने के लिए हर वर्ष 12 जिलों से बच्चों को लॉटरी के माध्यम से चुनकर उन्हें एक टेलीवाइज्ड बैटल रॉयल डेथ मैच में भाग लेने के लिए भेजा जाता है - जिसे 'हंगर गेम्स' के नाम से जाना जाता है।
इस नई कहानी में, पनेम की सत्ता की राजनीति, विद्रोह की संभावना और मानव मानसिकता पर अधिक गहराई से नजर डाली जाएगी। 'सनराइज ऑन द रीपिंग' के माध्यम से, पाठक और दर्शक एक समय यात्रा करेंगे और जानने की कोशिश करेंगे कि आखिरकार पनेम की यह दुनिया कैसे अस्तित्व में आई और इसके पीछे के कारण क्या थे।
लायंसगेट ने इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी है कि इस फिल्म को भी उसी तरह का प्यार और समर्थन प्राप्त हो जैसा कि पहले की फिल्मों को मिला था। 'हंगर गेम्स' श्रृंखला हमेशा से ही दर्शकों को उनके प्यार, जुनून और पात्रों से जुड़ी कहानियों की वजह से आकर्षित करती रही है।
सुज़ैन कॉलिन्स की लेखनी और फ्रांसिस लॉरेंस के निर्देशन का यह मेल प्रशंसकों के लिए एक बार फिर से अनूठा अनुभव लाएगा। इसकी कहानी पढ़ने और देखने वालों के लिए यह एक ऐसा अनुभव होगा जो उन्हें सोचने पर मजबूर करेगा और उन्हें उस दुनिया में ले जाएगा जहां हर मोड़ पर रोमांच और खतरा होता है।
तो, हंगर गेम्स के प्रशंसकों, तैयार हो जाइए 2026 के नवंबर के लिए जब 'द हंगर गेम्स: सनराइज ऑन द रीपिंग' सिनेमाघरों में धूम मचाने आ रही है। यह नई फिल्म एक बार फिर से यह साबित करेगी कि हंगर गेम्स की दुनिया कितनी रोमांचक और पहेली भरी हो सकती है।
ये तो बस जबरदस्त है! 🤯 पनेम की दुनिया में 50वें हंगर गेम्स का पीछे का इतिहास देखने को मिलेगा... मैं तो बस इंतज़ार कर रहा हूँ। फ्रांसिस लॉरेंस वापस आ गए हैं, ये तो बहुत अच्छी खबर है! 😍
इस फिल्म के जरिए हम सिर्फ एक बैटल रॉयल नहीं देख रहे हम एक समाज के जन्म को समझ रहे हैं जो बच्चों को मारकर अपनी शक्ति को बरकरार रखता है। ये तो बस एक कहानी नहीं एक दर्पण है।
मैंने सुज़ैन के नए बुक को पढ़ लिया है और भाई ये तो पहले से बहुत ज़्यादा गहरा है। जिस तरह से उन्होंने रीपिंग के पीछे की राजनीति दिखाई है... वाह! 🤯 फिल्म में भी ऐसा ही होगा तो मैं तो बस बैठा रहूँगा।
यह फिल्म केवल एक व्यावसायिक निर्णय है। एक बार जब किसी चीज़ की लोकप्रियता बढ़ जाती है, तो लोग उसे दोबारा बेचने के लिए उसे फिर से बनाने लगते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि यह गुणवत्ता का अभाव है, बल्कि यह एक आधुनिक संस्कृति का अभाव है जो नए विचारों के बजाय पुराने विचारों को दोहराती है।
50वां हंगर गेम्स? ये तो बिल्कुल गलत है। बुक में तो 10वां रीपिंग था और उसके बाद वो राजनीतिक बदलाव शुरू हुआ। ये फिल्म वाले इतिहास को बिगाड़ रहे हैं।
अरे भाई ये तो बहुत बढ़िया है! अब तो हमें लगेगा कि हम भी पनेम के जिले में रह रहे हैं। ये फिल्म देखने के बाद तो लोग अपने घरों में भी बैटल रॉयल खेलने लगेंगे। 😂
इस फिल्म का निर्माण केवल एक व्यावसायिक गलतफहमी है। जिन लोगों ने पहले चार फिल्मों को देखा, वे अब इसे देखने के लिए नहीं आएंगे। ये सिर्फ एक और व्यापारिक निवेश है।
ये तो बहुत बढ़िया है! जब भी कोई नई चीज़ आती है तो लोग डर जाते हैं लेकिन ये फिल्म तो बस एक नया अध्याय है। इसे जाने दो, इसे प्यार से देखो। जिन लोगों ने पहले गेम्स को प्यार किया, वे इसे भी प्यार करेंगे।
हंगर गेम्स की श्रृंखला एक ऐसी साहित्यिक घटना है जिसने आधुनिक युवा साहित्य को बदल दिया। इसका नया अध्याय इसी परंपरा को जारी रखता है। इसके निर्माण में लगे सभी को बधाई।
अब तो बस इतना ही हो गया है कि हर चीज़ को फिल्म बना दिया जा रहा है। ये लोग अपनी आत्मा को बेच रहे हैं। ये फिल्म कोई नया विचार नहीं लाएगी बस एक और निवेश है।
मुझे लगता है कि यह फिल्म एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवसर है। यह युवाओं को अपने समाज के बारे में सोचने के लिए प्रेरित कर सकती है। यह एक अच्छी बात है।