नीरज चोपड़ा, भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी, जो अपनी जबरदस्त खेल प्रतिभा के लिए जाने जाते हैं, कमर की चोट का सामना कर रहे हैं। इस चोट ने उन्हें न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी बहुत प्रभावित किया है। नीरज ने पेरिस 2024 ओलंपिक्स में अपने प्रदर्शन के बावजूद, इस महत्वपूर्ण सर्जरी के लिए की योजना बनाई है, जिससे उन्हें लंबे समय के लिए राहत मिल सके।
नीरज चोपड़ा में यह चोट पहली बार 2022 की विश्व चैंपियनशिप में प्रकट हुई थी। तब से उन्होंने समय-समय पर इस चोट का इलाज कराया और अपने खेल की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी। अत्यंत दर्द और असुविधा के बावजूद, नीरज ने अपने खेल के प्रति समर्पण और उत्साह को कभी कम नहीं होने दिया।
पेरिस ओलंपिक्स के पुरुषों के भाला फेंक फाइनल में, नीरज ने 89.45 मीटर का थ्रो किया, जो उनके करियर का दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन था। हालांकि, यह थ्रो उन्हें स्वर्ण पदक दिलाने के पर्याप्त नहीं था, जो पाकिस्तान के अर्शद नदीम के 92.97 मीटर के नए ओलंपिक रिकॉर्ड से जीता गया था।
नीरज की आगामी सर्जरी की योजना पूरी तरह से विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम द्वारा बनाई गई है। यह सर्जरी, जो उनके भविष्य के खेल जीवन के लिए निर्णायक साबित हो सकती है, तीन शीर्ष डॉक्टरों की पारखी नजरों में की जाएगी।
नीरज चोपड़ा के कोचिंग स्टाफ में भी अगले कुछ महीनों में बड़े बदलाव दिखेंगे। उनके वर्तमान कोच, क्लॉस बार्टोनिएट्ज़, अब हर साल केवल कुछ महीने ही उनके साथ काम करेंगे। टीम इस समय बैक रूम स्टाफ को अपग्रेड करने के प्रयास में है, जिससे नीरज को और प्रभावी रूप से प्रशिक्षित किया जा सके।
नीरज के पिता ने भी इस चोट के महत्व और उसके द्वारा उत्पन्न चुनौतियों पर प्रकाश डाला है। उन्होंने बताया कि कैसे नीरज ने अपने खेल के प्रति अपना समर्पण बनाय रखा है, बावजूद इसके कि उन्हें गंभीर दर्द और असुविधा होती है।
इस महत्वपूर्ण सर्जरी के बाद, नीरज चोपड़ा का लक्ष्य अपने खेल करियर को लौकिक ऊंचाइयों तक ले जाना होगा। उन्होंने हमेशा से ही अपने खेल के प्रति अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और समर्पण को साबित किया है, और अब वह इस सर्जरी के बाद अपने प्रदर्शन को और मजबूत करने के लिए तैयार हैं।
एक टिप्पणी लिखें