गौतम गंभीर, जो 2011 विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं, अब भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के रूप में नियुक्त किए गए हैं। राहुल द्रविड़ के बाद गंभीर अब इस भूमिका में कार्य करेंगे।
गौतम गंभीर ने तीन साल का अनुबंध साइन किया है, जिसके तहत वे 31 दिसंबर 2027 तक भारतीय टीम के मुख्य कोच रहेंगे। चयन प्रक्रिया में उन्हें डब्ल्यूवी रमन के साथ साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। क्रिकेट सलाहकार समिति, जिसकी अध्यक्षता अशोक मलहोत्रा कर रहे थे, ने जूम पर यह साक्षात्कार लिया। रमन के विस्तृत प्रस्तुतिकरण के बावजूद, समिति ने गंभीर को इस पद के लिए अनुशंसित किया।
गौतम गंभीर का घरेलू स्तर पर भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ मेंटर के रूप में कार्य किया है। उनके नेतृत्व में कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपनी तीसरी आईपीएल ट्रॉफी भी जीती। इस अनुभव से उन्होंने टीम प्रबंधन और नेतृत्व में खुद को साबित किया है।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने गंभीर के अनुभव और उनके दृष्टिकोण पर विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि गंभीर के पास टीम इंडिया के लिए एक स्पष्ट योजना है और उन्होंने उनके विशाल अनुभव की भी तारीफ की। यह देखना दिलचस्प होगा कि गंभीर अपने इस नए किरदार में टीम को किस दिशा में ले जाते हैं।
गंभीर की पहली जिम्मेदारी भारत की सीमित ओवरों की श्रीलंका यात्रा होगी, जो जुलाई के अंत में शुरू हो रही है। इस दौरे के दौरान उनकी कोचिंग क्षमता का परीक्षण होगा। इसके बाद उनके कार्यकाल में महत्वपूर्ण घटनाएं शामिल होंगी, जैसे कि 2025 चैंपियंस ट्रॉफी और 2026 टी20 विश्व कप।
रिपोर्ट्स के अनुसार, जोंटी रोड्स को फील्डिंग कोच के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि गंभीर के नेतृत्व में भारतीय टीम कैसे प्रदर्शन करती है और वे किस प्रकार के परिवर्तन लाते हैं।
गौतम गंभीर की यह नई भूमिका न केवल उनके करियर का नया अध्याय है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया पृष्ठ जोड़ने वाली भी है। उनकी कोचिंग शैली, रणनीतियां और उनके नेतृत्व में टीम का प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए भविष्य में एक बड़ा सवाल है।
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