दिग्गज मीडिया पर्सनालिटी और व्यावसायिक टायकून रामोजी राव का हाल ही में निधन हो गया। उनका जीवन और कार्य बहुआयामी था। मीडिया से लेकर हॉस्पिटैलिटी, एनबीएफसी, खाद्य और रिटेल स्टोर श्रृंखलाओं तक, उनकी उपलब्धियां और दृष्टिकोण ने व्यापक प्रभाव डाला। रामोजी राव का जन्म 16 नवंबर, 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में हुआ था। उनकी प्रारंभिक यात्रा बहुत साधारण थी, लेकिन उन्होंने धीरे-धीरे सफलता की ऊँचाइयों को छू लिया।
रामोजी राव ने 1962 में मार्गदर्शी चिट फंड की स्थापना की, जो उनके व्यावसायिक करियर की पहली सीढ़ी बनी। 1969 में उन्होंने 'अन्नदाता' नामक एक पत्रिका की शुरुआत की, जो किसानों के लिए थी। यह पत्रिका न केवल तत्काल लोकप्रिय हुई, बल्कि इसके जरिए उन्होंने मीडिया क्षेत्र में अपने पहले कदम रखे। इस पत्रिका ने किसानों की महत्वपूर्ण समस्याओं और मुद्दों को उजागर करने का काम किया।
रामोजी राव ने 1974 में विशाखापट्टनम में 'ईनाडु' समाचार पत्र की स्थापना की। यह समाचार पत्र तेलुगु मीडिया क्षेत्र में एक क्रांति साबित हुआ। ईनाडु ने साधारण तेलुगु भाषा का उपयोग किया और स्थानीय खबरों पर विशेष ध्यान दिया, जिससे इसे तत्काल पहचाना गया और लोकप्रियता मिली। इस अखबार की टाइमली डिलीवरी और अपने पाठकों के बीच विश्वास ने इसे तेलुगु का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला दैनिक बना दिया।
रामोजी राव का प्रभाव सिर्फ प्रिंट मीडिया तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने ईटीवी का एक चैनल बंच शुरू किया, जो तेलुगु उपग्रह मनोरंजन चैनलों में से एक था। 'पाडुथा तीयगा' जैसे शो ने हजारों उभरते गायकों को मंच प्रदान किया।
रामोजी राव द्वारा स्थापित रामोजी फिल्म सिटी ने भी विश्व स्तर पर पहचान बनाई। यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी है और इसमें हजारों फिल्मों का निर्माण हुआ है, जिसमें एसएस राजामौली की 'बाहुबली' प्रमुख हैं।
रामोजी राव ने प्रिया फूड्स की शुरुआत की, जो अब पूरे भारत में और विदेशों में लोकप्रिय हैं। उनके उत्पाद, खासकर अचार, हर घर का हिस्सा बन गए हैं।
रामोजी राव ने अपने अनोखे फिल्म निर्माण शैली से भी काफी नाम कमाया। उन्हें 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उनका योगदान सिर्फ व्यवसाय में ही नहीं, बल्कि समाज सेवा में भी था। प्राकृतिक आपदाओं के समय एकत्रित किए गए राहत कोष से कई राज्यों में स्थायी घर और स्कूल बनाए गए।
रामोजी राव ने न केवल कई लोगों को रोजगार दिया, बल्कि उनके जीवन को भी प्रभावित किया। उनके द्वारा बनाई गई कंपनियाँ आज भी हजारों लोगों को रोजगार प्रदान कर रही हैं और अनगिनत जीवनों को छू रही हैं। उनकी विवादहीन और प्रेरणादायक यात्रा हमेशा के लिए लोगों के दिलों में छाप छोड़ेगी।
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