25
जुल॰,2024
बुधवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक दुखद विमान हादसा हुआ, जब सौर्य एयरलाइंस का एक विमान 19 यात्रियों सहित दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 9N-AME/CRJ 200 विमान ने त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से पोखरा के लिए उड़ान भरी थी। विमान ने उड़ान के शुरुआती ही क्षणों में आग पकड़ ली और 11:11 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में केवल 37 वर्षीय पायलट मनिष शाक्य को बचाया जा सका, जिन्हें गम्भीर हालत में केपीसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। दुर्भाग्यवश, अन्य 18 यात्री इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे।
नेपाल में पिछले दो दशकों में यह 20वीं बड़ी विमान दुर्घटना है। इससे पहले भी कई विमान हादसे हुए हैं, जिनमें अनगिनत लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इन दुर्घटनाओं में करीब 360 लोगों की मौत हो चुकी है। नेपाल की भौगोलिक संरचना विमानन के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। यहां के दुर्गम इलाकों और अप्रत्याशित मौसम की वजह से कई बार विमान हादसे हो जाते हैं।
नेपाल में आधुनिक विमानन संरचना और उपकरणों की कमी के कारण विमान हादसे होते रहते हैं। विमानों की नियमित देखभाल और नवीनतम तकनीकी सुविधाओं का अभाव भी इन हादसों के मुख्य कारणों में से एक है।
जनवरी 2023 में, एक ट्विन इंजिन एटीआर 72 विमान, जो कि यति एयरलाइंस द्वारा संचालित था, पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सभी 72 लोगों की मौत हो गई थी। जुलाई 2023 में, एक हेलिकॉप्टर हादसे में छह लोगों की जान चली गई थी। मई 2022 में पोखरा से टेकऑफ़ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में 22 लोग मारे गए थे।
नेपाल का विमानन उद्योग एक मुश्किल मोड़ पर खड़ा है। एक तरफ यहां की दुर्गम भौगोलिक संरचना के कारण हवाई यात्रा बेहद जरूरी बन जाती है, वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा मानकों को उठाने की भारी आवश्यकता है। यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए नेपाल को अपने विमानन ढांचे में नवीनीकरण और सुधार करना होगा। सरकार और विमानन कंपनियों को मिलकर इन त्रासदियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
अपर्याप्त नियामक निगरानी भी इन हादसों का एक बड़ा कारण है। विमान सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन और मॉनीटरिंग न हो पाना इसे और भी खतरनाक बना देता है। अगर नेपाल की सरकार और विमानन संगठन इस मामले में सक्रिय भूमिका नहीं निभाते हैं, तो यह सघन समस्या का रूप ले सकती है।
इन हादसों के बाद यात्रियों की चिंता और डर बढ़ता जा रहा है। लोगों की सहूलियत और सुरक्षा के लिए हवाई यात्रा जरूरी है, लेकिन लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने सबको चिंतन में डाल दिया है। इसी बीच, विमानन कंपनियों को भी अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए तकनीकी सुधार और सुरक्षा उपायों पर ध्यान देना जरूरी है।
नेपाल के विमानन उद्योग को एक नए रास्ते पर ले जाने का समय आ गया है। नवीनतम तकनीकी सुधार, आधुनिक संरचना निवेश और कड़ी निगरानी ही इन हादसों को रोक सकती है। सरकार, विमानन कंपनियां और अन्य संबंधित संगठन मिलकर इस समस्या का स्थायी समाधान खोज सकते हैं।
ये विमान हादसे तो अब रोज़ की बात बन गए हैं। नेपाल में हवाई यात्रा करना अब रूलेट खेलने जैसा हो गया है।
इसका कारण तो स्पष्ट है - ये लोग तो बस अपने बजट के लिए बचत कर रहे हैं, जबकि जानें तो बचाते। एक बार फिर गरीबों की जान बर्बाद हो गई।
हां, ये बहुत दुखद है... लेकिन अगर हम सब मिलकर इस पर ध्यान दें, तो बदलाव संभव है। नेपाल को सही दिशा में जाने के लिए समर्थन चाहिए, न कि निंदा।
मानवीय अवहेलना का यह एक और उदाहरण है। जब लाभ की भावना जीवन के मूल्यों को दबा देती है, तो नतीजा अपरिहार्य होता है।
ये सब तो बस एक बड़ा धोखा है। नेपाल की हवाई यात्रा कंपनियां तो अपने लोगों को बेच रही हैं। इन्हें बंद कर देना चाहिए।
इस तरह की दुर्घटनाओं के पीछे नियामक ढांचे की अक्षमता, तकनीकी उपलब्धियों की कमी, और निरंतर अनदेखी का संयोजन है। एक बार फिर, जिम्मेदारी नहीं, बल्कि निष्क्रियता का नतीजा हुआ है।
मैं उम्मीद करता हूं कि इस बार कुछ बदलेगा। ये लोग बस एक बार अपने दिल से सोचें।
अरे यार, ये तो हर बार होता है... पर हर बार नए नए टैग लगाते हैं। इतना बड़ा बाहरी निगरानी वाला बयान देने के बाद भी कोई एक्शन नहीं। बस बातें बन रही हैं।
फिर से ये बात आ गई। अब क्या करें ये सब।
क्या आप जानते हैं कि नेपाल में एक विमान की उम्र भारत के कुछ ऑटो रिक्शा से ज्यादा है? ये लोग बस जान बचाने की बजाय फायदा उठा रहे हैं।
हां भाई, ये बहुत दुखद है... लेकिन अगर हम सब मिलकर दबाव डालें, तो ये बदल सकता है। जरूरत है नए विमान, नई तकनीक, और नए लोगों की जिम्मेदारी की... चलो एक बार फिर से लड़ते हैं।
मैंने नेपाल के हवाई अड्डों पर काम किया है... वहां की स्थिति असल में बहुत खराब है। लेकिन अगर बाहर से सही समर्थन मिले, तो बदलाव संभव है। बस थोड़ा धैर्य और निरंतरता चाहिए।
हम सब बस बातें करते रहते हैं... जब तक कोई असली बदलाव नहीं आता, तब तक ये त्रासदियां चलती रहेंगी 😔
यह दुर्घटना एक बहुत ही गहरी चिंता का विषय है, क्योंकि इसमें सिर्फ एक विमान का नुकसान नहीं, बल्कि एक पूरी समुदाय की आशा और विश्वास का नुकसान हुआ है, और यह बहुत दुखद है।
अब बस एक बार इन लोगों को बाहर निकाल दो। ये लोग जान बचाने के बजाय धोखा दे रहे हैं।
अरे ये सब तो भारत के नियमों की वजह से हो रहा है। नेपाल को अपने अपने नियम बनाने चाहिए। ये लोग तो बस भारत के बाहर फेंक देना चाहिए।