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मई,2024
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली की एक तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस तस्वीर में निक्की हेली इजरायली बमों पर 'खत्म करो' लिखते हुए देखी जा सकती हैं। यह घटना उस समय की है जब हेली ने इजरायल का दौरा किया और वहां के उत्तरी सीमा पर स्थित साइट्स का निरीक्षण किया। उनके साथ इजरायली संसद के सदस्य और संयुक्त राष्ट्र के पूर्व राजदूत डैनी डैनन भी थे, जिन्होंने यह तस्वीर पोस्ट की।
गाज़ा युद्ध की भयंकरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जबसे यह युद्ध आरंभ हुआ, तबसे अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है। इस युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर को हमास द्वारा दक्षिणी इजरायल पर हमले से हुई थी, जिसमें 1,189 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर निर्दोष नागरिक थे। इस हमले की प्रतिक्रिया में इजरायल ने भी जोरदार प्रतिरोध दिखाया और गाज़ा पर हमला किया, जिसमें कम से कम 36,096 लोगों की मौत हुई है, जिनमें भी अधिकांश निर्दोष नागरिक शामिल हैं।
निक्की हेली, जो एक दिग्गज राजनेता के तौर पर जानी जाती हैं, ने इस घटना के बाद से कई विवादों का सामना किया है। हेली पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार थीं, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी खुद की राष्ट्रपति पद की दौड़ में भाग लिया। मार्च में उन्होंने भारी पराजय के बाद अपनी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी वापस ले ली थी। हालांकि, उन्होंने हाल ही में घोषणा की है कि वे ट्रम्प के चुने जाने पर उन्हें मतदान करेंगी।
पिछले सप्ताहांत राफा पर हुए हमले ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। इस घटना के बाद व्हाइट हाउस ने बयान दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन की इजरायल नीति में कोई बदलाव नहीं होगा। हालाँकि, बाइडेन ने स्पष्ट किया कि वे फिलिस्तीनी नागरिकों की दुर्दशा को नजरअंदाज नहीं कर रहे हैं।
निक्की हेली, जो 2028 के राष्ट्रपति चुनाव में एक संभावित उम्मीदवार मानी जा रही हैं, को इस घटना के बाद से कई प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। हेली की राजनीतिक स्थिति और उनके फैसलों का प्रभाव देश और दुनिया दोनों पर पड़ सकता है।
इस घटना ने न केवल इजरायल और फिलिस्तीन के बीच के तनाव को उजागर किया है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में भी हलचल मचाई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इस घटनाक्रम का क्या परिणाम निकलता है और निक्की हेली की राजनीतिक यात्रा किस दिशा में जाती है।
अभी के लिए, हेली ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वे प्रबल और निर्णायक नीतियों की समर्थक हैं, जो संभवतः उनके भविष्य के अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है।
ये सब बकवास है। बमों पर 'खत्म करो' लिखना किसी की फोटो खींचकर वायरल करने का नाटक है। असली बात ये है कि इजरायल को अपनी सुरक्षा के लिए बम चलाने का अधिकार है।
अरे भाई, ये निक्की हेली तो बस अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए ऐसा कर रही है... फिलिस्तीनियों की आत्मा उसके लिए बस एक ट्रेंड है। ये सब बेकार का राजनीतिक नाटक है।
हर कोई बमों के बारे में बात कर रहा है, लेकिन किसी ने नहीं पूछा कि इन बच्चों के घर कहाँ हैं? जिनकी छतें उड़ गईं? अगर हम इंसानियत को बरकरार रखना चाहते हैं, तो बम नहीं, बातचीत चाहिए।
यह घटना अत्यंत गंभीर है, क्योंकि यह राजनीतिक प्रतीकवाद के एक नए आयाम को उजागर करती है-जहाँ एक राजनेता का एक निर्णय, जो वास्तविकता से दूर है, अंतरराष्ट्रीय राजनीति के बुनियादी सिद्धांतों को चुनौती देता है।
तुम सब लोग बहुत बड़े बन गए हो। गाजा में जिन लोगों ने 1189 निर्दोष लोगों को मारा, उनके बारे में कोई बात नहीं कर रहा। इजरायल को बम चलाने दो, वरना अगला हमला तुम्हारे घर पर होगा।
इस घटना को एक तस्वीर के रूप में देखना, और उसे राजनीतिक वक्तव्य के रूप में व्याख्या करना, एक अत्यंत जटिल और भावनात्मक विषय को अत्यधिक सरल बना देता है। इसका असली परिणाम क्या होगा, यह तो भविष्य ही बताएगा।
हम भारतीयों को याद रखना चाहिए कि हमने भी कभी अपनी सीमाओं पर बमों के बारे में सोचा है। लेकिन आज हम फिलिस्तीनियों के दुख को देख रहे हैं। ये सिर्फ एक तस्वीर नहीं, ये एक दर्द का प्रतीक है।
बमों पर 'खत्म करो' लिखना... अच्छा लगा 😔✊
मुझे लगता है कि इस तस्वीर का महत्व इस बात में नहीं है कि निक्की हेली ने क्या लिखा, बल्कि इस बात में है कि एक अमेरिकी राजनेता, जो पहले इजरायल के समर्थक थीं, अब एक ऐसा संकेत दे रही हैं जो दुनिया के लिए बहुत बड़ा है-कि अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाना कभी भी गलत नहीं होता।
ये सब बकवास है। बम चलाना या लिखना, दोनों में कोई फर्क नहीं। बच्चे मर रहे हैं। इसका जवाब देने के लिए नहीं, बल्कि रोने के लिए यहाँ हूँ।
इजरायल के बमों के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोग अपने घरों में चाय पीकर बैठे हैं। अगर तुम्हारे घर पर आ जाए बम, तो तुम भी बम चलाओगे। बकवास नहीं, असली जीवन देखो।
ये तस्वीर फेक है। सब कुछ CIA और इजरायली एजेंसियों का बनाया हुआ है ताकि अमेरिका को युद्ध के लिए तैयार किया जा सके। बमों पर लिखा नहीं है, बल्कि एक डिजिटल फेक है। तुम लोग अभी भी इस पर विश्वास कर रहे हो?
हम अक्सर राजनीति को तस्वीरों के आधार पर समझने की कोशिश करते हैं, लेकिन वास्तविकता तो बहुत अधिक जटिल है। एक बम के पीछे एक नागरिक की मौत है, और एक लिखावट के पीछे एक आवाज है-जिसे सुनना भी हमारी जिम्मेदारी है।
इस घटना के अंतर्गत एक संकेत छिपा हुआ है-एक राजनीतिक एलाइंस का विघटन और एक नए राजनीतिक अक्ष का उदय। निक्की हेली की इस राजनीतिक चाल एक नए नेतृत्व के लिए एक बुनियादी आधार बन सकती है।
फेक।