16
जून,2024
हर वर्ष 16 जून को पूरे विश्व में 'फादर्स डे' मनाया जाता है। यह दिन हम उन पिताओं, दादाओं और सौतेले पिताओं के सम्मान में समर्पित करते हैं जिनका हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। पिताओं का भूमिका हमारे जीवन में विटामिन की तरह है, जो हमें कठिनाइयों का सामना करने और सफल होने का साहस देती है।
फादर्स डे की शुरुआत 20वीं सदी के आरंभ में हुई थी। सोनारा स्मार्ट डोड ने इस दिन की शुरुआत की थी। वे माताओं के सम्मान में मनाए जाने वाले 'मदर्स डे' से प्रेरित होकर, ऐसे ही एक दिन अपने पिता विलियम जैक्सन स्मार्ट के लिए चाहती थीं, जो अकेले ही उन्हें और उनके पांच भाइयों-बहनों को पाला था। विलियम जैक्सन स्मार्ट एक सिविल वार वेटरन और एक सिंगल पेरेंट थे। उनके इस बलिदान और समर्पण के कारण सोनारा ने इस दिन को उनके सम्मान में समर्पित किया।
फादर्स डे पर अपने पिता को दिल से धन्यवाद कहने का सबसे अच्छा तरीका है उनको सुंदर और स्नेही संदेश भेजना। यहाँ कुछ संदेश और शुभकामनाएं दी जा रही हैं जिनसे आप आपके पिता को खुशी दे सकते हैं:
फादर्स डे पर कुछ बेहतरीन उद्धरण भी साझा किए जा सकते हैं, जो हमारे पिताओं के प्रति हमारी गहरी भावनाओं को प्रकट करते हैं:
पिता का हर परिवार में बेहद महत्वपूर्ण स्थान होता है। वे अपने बच्चों के लिए अनुशासन, संजीवनी और संरक्षक होते हैं। उनके पालन-पोषण में जो सख्ती और व्यवस्था होती है, वह बच्चों को भविष्य में एक जिम्मेदार इंसान बनाती है। पिता के बिना परिवार का पोषण, संकल्प और संरचना असंभव है।
आज के बदलते सामाजिक ढाँचे में, पिता का योगदान और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। वे न केवल अपनी आर्थिक जिम्मेदारियों को निभाते हैं बल्कि बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और जीवन मूल्य भी सौंपते हैं। उनके बिना परिवार की सही दिशा निर्धारित करना कठिन हो जाता है। पिताओं का प्रेम और त्याग अद्वितीय है, और फादर्स डे का यह दिन उन्हीं एहसानों को पुनः जीवित करने और उनकी सराहना का विशेष मौका देता है।
पिता के साथ बिताए गए अनगिनत खास पलों की यादें हमारे साथ हमेशा रहती हैं। उनके साथ खेलना, पढ़ाई में मदद करना, राह दिखाना और अनुशासन सिखाना – ये सभी अनुभव हमें लगाव और सुरक्षा का एहसास देते हैं। आज के इस व्यस्त जीवन में, जब हमें ज़रा-सा समय भी नहीं मिलता, तो यही यादें हमें ताकत देती हैं और हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान करती हैं।
एक पिता का सान्निध्य और उनकी सीख हमारे जीवन की नीव को मजबूत बनाती है। हम उन्हें जितना धन्यवाद कहें, कम है। फादर्स डे उसी अहसास को प्रकट करने का एक प्रयास है, जिसमें हम अपने पिताओं के प्रति आभार और स्नेह जाहिर कर सकें।
स्वाभाविक है कि उनके साथ बिताए गए समर्पण के यह पल हमारी जिंदगी के बड़े और महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं। जब हम उनके पहचानों के आधार पर अपने जीवन को संभालते हैं तो उन्हें गौरव का अनुभव होता है और हमारा जीवन भी सुखी और सफल होता है।
फादर्स डे का यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि पिताओं का सम्मान और उन्हें स्नेह देना किसी त्यौहार या खास मौके का मोहताज नहीं होना चाहिए। हर दिन, हर पल उन्हें महसूस कराना चाहिए कि वे हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनकी जगह कोई नहीं ले सकता।
पिता का दिन तो हर दिन होना चाहिए... जब तक हम उनकी चुप्पी को नहीं समझते, तब तक ये सब सिर्फ फॉर्मलिटी है।
राल्फ वाल्डो एमर्सन का उद्धरण... वाह। ये सच में गहरा है। पिता का हृदय बच्चे का पहला कक्षा? बिल्कुल सही। ये वो जगह है जहाँ डर, विश्वास, और अज्ञान का मिश्रण पहली बार अनुभव होता है। वो बच्चे को बिना किसी पाठ्यपुस्तक के जीवन की पहली पाठ देते हैं। और फिर? फिर वो चुपचाप दूर चले जाते हैं, जब बच्चा स्वयं अपनी राह बनाने लगता है। ये त्याग... ये अदृश्य शिक्षा... ये वो चीज़ है जिसे हम बस बड़े होकर समझ पाते हैं।
मैंने अपने पिता के साथ बिताया हर पल याद किया... जब वो रात में मुझे पढ़ाते थे, जब वो बारिश में बस स्टॉप पर खड़े रहते थे क्योंकि मैं अभी तक घर नहीं पहुँचा था, जब वो मेरी फेल हुई एग्जाम की रिपोर्ट देखकर मुस्कुराते थे और कहते थे, 'अगली बार तुम जरूर करोगे'... ये सब बस एक दिन के लिए नहीं, हर दिन के लिए होना चाहिए। मैंने आज उन्हें एक लिखा हुआ पत्र दिया, जिसमें मैंने उन्हें धन्यवाद दिया, न केवल इस दिन के लिए, बल्कि उनके सारे चुपचाप किए गए बलिदानों के लिए। और जब मैंने उनकी आँखों में आँखें भर आईं, तो मुझे लगा कि ये दिन सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि एक जीवन का अनुभव है।
अरे भाई, ये सब बहुत अच्छा है, पर असली बात ये है कि हम अपने पिताओं को रोज़ एक बात कहें - 'मैं तुम्हारे बिना यहाँ नहीं होता'। ये बात बोलने में ही सब कुछ है। मेरे पापा अभी भी रोज़ मेरे फोन पर कॉल करते हैं, चाहे मैंने कुछ न कहा हो। उनकी आवाज़ सुनकर मुझे लगता है कि मैं अभी भी छोटा बच्चा हूँ... और वो अभी भी मेरे लिए तैयार हैं। ये दिन तो बस एक रिमाइंडर है, असली बात तो हर दिन है।
पिता = जीवन का रूट एन्कोडर 🤖❤️ बिना उनके हम सब बस एक गलत फंक्शन हैं।
किसी को फादर्स डे की जरूरत है? तुम्हारे पिता को आज बोलो - मैं तुम्हें प्यार करता हूँ। बस इतना ही।
अरे भाई, ये सब अंग्रेजी वाले उद्धरण और फिलॉसफी बहुत अच्छी है, पर असली पिता तो वो है जो बाजार से दाल लेकर आए, बच्चे की शर्ट धोए, और फिर भी बोले - 'खाना खा ले, तू बीमार हो गया तो कौन खेलेगा?' ये हमारे असली फादर्स डे हैं। नहीं तो ये सब बस बुक्स और सोशल मीडिया की चीज़ है।