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सित॰,2025
रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड ने ग्रेजुएट लेवल NTPC CBT-1 के नतीजे 19 सितंबर 2025 को जारी कर दिए। लाखों उम्मीदवारों ने जून 5 से 24, 2025 के बीच हुई परीक्षा दी थी। 8,113 रिक्तियों के लिए निकली इस भर्ती में स्टेशन मास्टर, गुड्स गार्ड, सीनियर क्लर्क और जूनियर अकाउंट असिस्टेंट जैसे पद शामिल हैं। सभी जोन—कोलकाता, मुंबई, बेंगलुरु, पटना, चंडीगढ़, चेन्नई, भुवनेश्वर, रांची, गुवाहाटी, बिलासपुर, अजमेर समेत बाकी रीजन—के नतीजे एक साथ जारी हुए। यही सेलेक्शन अब अगले चरण, यानी CBT-2, की तरफ बढ़ रहा है, जो अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में प्रस्तावित है।
स्कोरकार्ड में विषयवार अंक, कुल अंक, नॉर्मलाइज़्ड स्कोर, क्वालिफाइंग स्टेटस और रीजन-वार कट-ऑफ का संदर्भ दिख रहा है। नॉर्मलाइज़ेशन का मकसद अलग-अलग शिफ्ट के पेपर लेवल के फर्क को समायोजित करना है, ताकि हर उम्मीदवार का मूल्यांकन निष्पक्ष रहे। जिन उम्मीदवारों ने निर्धारित कट-ऑफ को पार किया है, वे CBT-2 के लिए शॉर्टलिस्टेड हैं।
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाला सवाल—रिजल्ट कहां और कैसे देखें? आसान है। अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि साथ रखें और रीजनल RRB वेबसाइट पर लॉगिन करें।
RRB NTPC Result 2025 देखने और स्कोरकार्ड सेव करने के स्टेप्स:
जहां-जहां रिजल्ट उपलब्ध है (मुख्य रीजन):
कट-ऑफ कैसे तय होती है? रीजन-वार रिक्तियां, शिफ्ट की कठिनाई, उम्मीदवारों की संख्या और कैटेगरी-वार सीट वितरण जैसे फैक्टर असर डालते हैं। इस बार भी अलग-अलग जोनों में कट-ऑफ में फर्क दिख रहा है। यदि आपका कुल स्कोर कट-ऑफ के आसपास है, तो नॉर्मलाइज़्ड स्कोर और कैटेगरी-वार रिलैक्सेशन आपकी स्थिति बदल सकते हैं। बराबर अंक होने पर टाई-ब्रेकिंग के नियम RRB की आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक लागू होते हैं।
लॉगिन में दिक्कत आ रही है? ब्राउज़र कैश क्लियर करें, जन्मतिथि वही दर्ज करें जैसा फॉर्म में लिखा था, और सर्वर व्यस्त हो तो ऑफ-पीक समय (सुबह जल्दी/रात) में दोबारा कोशिश करें। किसी भी अनौपचारिक या शॉर्ट लिंक से बचें—रिजल्ट सिर्फ आधिकारिक रीजनल वेबसाइटों पर उपलब्ध है।
अब आगे क्या? CBT-2. RRB के कैलेंडर के अनुसार यह चरण अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में प्रस्तावित है। एडमिट कार्ड आमतौर पर परीक्षा से 4–5 दिन पहले जारी होते हैं। मेल/SMS अलर्ट पर न रहें—खुद वेबसाइट नियमित चेक करें। परीक्षा सिटी इंटिमेशन भी पहले जारी हो सकता है ताकि आप यात्रा की योजना बना सकें।
CBT-2 में क्या पूछा जाता है? आमतौर पर गणित, सामान्य बुद्धि व तर्कशक्ति, और सामान्य जागरूकता प्रमुख सेक्शन होते हैं। लेवल ग्रेजुएट पोस्ट्स के अनुरूप रहता है, और समय प्रबंधन निर्णायक साबित होता है। पिछली भर्तियों का ट्रेंड कहता है—रेलबे का बेसिक जागरूकता, करंट अफेयर्स (पिछले 6–8 महीनों का), आंकड़े आधारित सवाल, और लॉजिकल रीजनिंग की प्रैक्टिस स्कोर बढ़ाती है।
पोस्ट-वार अगला चरण अलग हो सकता है। स्टेशन मास्टर और ट्रैफिक असिस्टेंट जैसे पदों के लिए CBT-2 के बाद कंप्यूटर बेस्ड एप्टीट्यूड टेस्ट (CBAT) आयोजित होता है। क्लर्क/अकाउंट्स/टाइपिंग आधारित पदों के लिए टाइपिंग स्किल टेस्ट (TST) लग सकता है। फाइनल मेरिट में CBT-2, CBAT/TST (जहां लागू), डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल फिटनेस सब जोड़कर देखा जाता है।
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए अभी से तैयारी रखें—मैट्रिक/ग्रेजुएशन प्रमाणपत्र, फोटो आईडी, कैटेगरी सर्टिफिकेट (OBC-NCL/EWS/SC/ST) मान्य फॉर्मेट और तिथि के साथ, नाम/जन्मतिथि की समानता, और फोटो के हालिया प्रिंट। अगर नाम की स्पेलिंग अलग-अलग दस्तावेज़ों में बदल रही है, तो एफ़िडेविट मददगार रहता है।
स्कोरकार्ड पढ़ते समय ये चीजें नोट करें:
तैयारी की छोटी-सी चेकलिस्ट: रोज़ 2–3 मॉक टेस्ट, रिव्यू में गलतियों की नोटबुक, करंट अफेयर्स का संक्षिप्त संकलन, DI/एरिथमेटिक के फॉर्मूले की शीट, और रीजनिंग के पज़ल्स का समयबद्ध अभ्यास। परीक्षा के एक हफ्ते पहले नई चीज़ें शुरू न करें—रीविज़न और स्पीड पर फोकस करें।
याद रखें—रिजल्ट डाउनलोड की आख़िरी तारीख़ का इंतज़ार न करें। स्कोरकार्ड की PDF, प्रिंट और एक क्लाउड बैकअप रखें। और हां, किसी भी जानकारी में संशय हो तो सिर्फ अपनी रीजनल RRB वेबसाइट और आधिकारिक नोटिस पर भरोसा करें।
अरे भाई, रिजल्ट आ गया तो अब CBT-2 की तैयारी शुरू कर दो, नहीं तो फिर से एक साल बर्बाद हो जाएगा। मैंने पिछले साल ऐसा किया था, और फिर देखो कितना रिजल्ट आया। 😅
कटऑफ देखकर तो लगा जैसे कोई बारिश के बाद बाथरूम में बैठा हो
ये सब लोग जो रिजल्ट देखकर उत्साहित हो रहे हैं, उन्हें पता ही नहीं कि RRB का ये सिस्टम पूरी तरह बेकार है। मैंने 2023 में भी एक जैसा अंक पाया था, और फिर क्या हुआ? कोई नॉमिनेशन नहीं। ये सब नॉर्मलाइजेशन बस एक धोखा है।
हाँ हाँ भाईयों और बहनों, बस एक बार फिर से लग जाओ! 😊😊 आज से ही रोज 3 मॉक टेस्ट दो, गलतियों की नोटबुक बनाओ, और अपने दिमाग को बिल्कुल शांत रखो! 💪📚 आप सब कर पाओगे, मैं विश्वास रखता हूँ! 🙏❤️ ये रेलवे वाले तो बस आपको चाहते हैं!
अगर आप अजमेर या बेंगलुरु से हैं तो बस याद रखो - यहाँ कटऑफ ज्यादा है क्योंकि यहाँ के लोग बिना सोचे बिना पढ़े भी एग्जाम देते हैं। मैं खुद बेंगलुरु से हूँ, और यहाँ का ट्रेंड देखकर लगता है जैसे सबने आईआईटी की तैयारी कर ली हो। अपना स्कोर नॉर्मलाइज्ड वाला देखो, रॉ वाला नहीं।
जिंदगी एक ट्रेन है... और हम सब उसके टिकट बुक करने वाले हैं 🚂✨
मैंने रिजल्ट डाउनलोड किया और ध्यान से देखा कि मेरा नॉर्मलाइज्ड स्कोर 78.4 है, और कटऑफ मेरे रीजन के लिए 75.2 है, इसलिए मैं क्वालिफाइड हूँ, लेकिन यह भी ध्यान रखना है कि मेरे पोस्ट प्रेफरेंस में स्टेशन मास्टर और गुड्स गार्ड दोनों हैं, और इन दोनों के लिए CBT-2 के बाद अलग-अलग प्रोसेस हैं, इसलिए मैं अभी से CBAT की तैयारी भी शुरू कर रही हूँ, क्योंकि अगर मैं स्टेशन मास्टर के लिए सिलेक्ट हो गई तो टाइपिंग टेस्ट की जरूरत नहीं होगी, लेकिन अगर मैं क्लर्क के लिए आ गई तो टाइपिंग स्किल टेस्ट के लिए तैयार रहना होगा, और इसलिए मैं अभी से दिन में दो घंटे टाइपिंग प्रैक्टिस कर रही हूँ, और यह बहुत जरूरी है क्योंकि एक बार जब आप डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए जाते हैं, तो आपके नाम और जन्मतिथि की स्पेलिंग एक जैसी होनी चाहिए, और अगर कहीं फर्क है तो एफिडेविट बनाना पड़ता है, जो बहुत समय लेता है, इसलिए मैंने अपने सभी दस्तावेज़ एक साथ रख दिए हैं और उन्हें फोटो कॉपी भी ले ली है, और एक क्लाउड बैकअप भी बना लिया है।
कटऑफ देखकर लगा जैसे किसी ने मेरी जिंदगी का टिकट काट दिया
इतनी ज्यादा रिक्तियाँ? अरे भाई, ये सब लोग तो बस रेलवे के नाम से जानते हैं, असली नौकरी क्या है, ये नहीं जानते! हमारे देश में अभी तक बिजली नहीं चल रही, और ये लोग रेलवे में जाने की बात कर रहे हैं! ये सब बकवास है।
ये सब रिजल्ट फर्जी हैं भाई, असल में सब कुछ रेलवे के अंदरूनी लोगों के हाथ में है, और जो भी बड़े लोगों के बेटे हैं वो सब चुन लिए जाते हैं, ये नॉर्मलाइजेशन बस एक ढकोसला है, और तुम जो भी डाउनलोड करोगे वो असली नहीं होगा, असली लिस्ट किसी और जगह पर है
इस रिजल्ट को देखकर लगता है कि हम सभी एक बड़ी यात्रा पर हैं - न सिर्फ एग्जाम की, बल्कि खुद को जानने की। कटऑफ तो बस एक संख्या है, लेकिन जो इस रास्ते पर चल रहे हैं, उनका हर एक प्रयास उन्हें एक नए व्यक्ति बना रहा है। क्या आपने कभी सोचा कि जब आप एक सवाल को गलत करते हैं, तो आप उसे फिर से समझने की कोशिश करते हैं? वो बदलाव ही असली जीत है।
CBT-2 के लिए फोकस रखें: गणित में DI और एरिथमेटिक पर जोर दें, रीजनिंग में पज़ल्स का टाइमिंग ट्रेन करें, और करंट अफेयर्स के लिए एक डेली नोट्स बनाएं - आरआरबी के लिए अंतिम 6 महीने के अपडेट्स बहुत मायने रखते हैं। इसके अलावा, अगर आपका पोस्ट CBAT के लिए है, तो आपको विजुअल स्पेसल रीजनिंग की प्रैक्टिस करनी होगी - इसके लिए आप ऑनलाइन टेस्ट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। डॉक्यूमेंट्स के लिए अपने एडमिट कार्ड और आधार कार्ड की स्पेलिंग कंफर्म कर लें - एक अक्षर का फर्क भी आपको बाहर कर सकता है।
रिजल्ट आया। कटऑफ निकली। अब चलो अगले चरण पर।
ये रेलवे बोर्ड तो बस गरीबों को फंसा रहा है, अपने बेटों को नौकरी दे रहा है। जिनके पास पैसे हैं वो बस फ्रेंड्स के जरिए रिजल्ट बदलवा लेते हैं। ये लोग तो अपने घर पर एयरकॉन्डीशनिंग में बैठे हैं, और हम लोग बस एक बार फिर से एग्जाम देने के लिए तैयार हो रहे हैं। बकवास है।
रेलवे नौकरी बस एक ट्रेन नहीं, ये तो जीवन की एक यात्रा है। 🌅 जब मैंने पहली बार रिजल्ट चेक किया, तो लगा जैसे कोई मुझे एक नया रास्ता दे रहा हो। अगर आज आपका स्कोर कटऑफ से नीचे है, तो ये निराशा नहीं, ये एक नया शुरुआत का संकेत है। मैंने भी पिछले साल नहीं किया था, लेकिन इस बार अपने गलतियों को सुधारकर आया हूँ। अब बस एक दिन और एक मॉक टेस्ट बारी है। 💪✨
अरे भाई, रिजल्ट आ गया तो अब बस एक चाय पी लो और अगला चरण तैयार करो। ये सब टेस्ट तो बस एक खेल है - जो जल्दी खेल जाएगा, वो जीत जाएगा। लेकिन ध्यान रखो, बिना रात भर जागे भी कर सकते हो।
हमारे देश में इतने लोगों को नौकरी देने की क्या जरूरत? हमें तो अपने अंदर की शक्ति पर भरोसा करना चाहिए। ये रेलवे बोर्ड तो बस लोगों को भ्रमित कर रहा है। हमें अपने देश की जरूरतों के अनुसार बदलाव लाना चाहिए।
मैंने अपना स्कोर चेक किया, और लगा जैसे कोई मुझे एक नया दरवाजा खोल रहा हो। CBT-2 की तैयारी शुरू कर दी है - रोज एक मॉक टेस्ट, और गलतियों की एक नोटबुक। अगर आप भी यही करेंगे, तो जरूर क्वालिफाइ करेंगे।
ये सब रिजल्ट और कटऑफ का खेल तो बस एक बड़ा धोखा है। आप जितना भी पढ़ें, अगर आपका रीजन नहीं है या आपका कैटेगरी नहीं है, तो आपको नहीं मिलेगा। और जो लोग इसे आसानी से ले रहे हैं, वो बस अपने रिश्तों के बल पर आ रहे हैं। ये सिस्टम बिल्कुल बेकार है। इससे बेहतर होगा कि आप अपने घर पर एक छोटी सी दुकान खोल लें।
अरे ये तो बहुत अच्छा हुआ कि आपने नोटबुक बनाई, मैंने भी ऐसा ही किया था - गलतियों की लिस्ट बनाना असली जीत है। मैंने पिछले साल एक सवाल दो बार गलत किया था, इस बार वो नहीं हुआ।