हर रोज़ खेल मैदान, कामकाजी जगह या घर में कहीं न कहीं चोट लग जाती है. कभी छोटी घाव हो, तो कभी बड़ी मोड़. लेकिन अधिकांश लोग यही सोचते हैं कि दर्द कम होते ही ठीक हो जाएगा, जबकि सही देखभाल से तेज़ सुधार संभव है. इस पेज पर हम हाल की खबरों के साथ कुछ आसान उपाय भी बताएंगे, ताकि आप या आपका कोई परिचित जल्दी स्वस्थ हो सके.
स्पोर्ट्स समाचार में अक्सर ‘चोट’ शब्द दिखता है. उदाहरण के तौर पर Venus Williams को ऑकलैंड में हल्की मोच लगी, जिससे वह Australian Open 2023 का वाइल्डकार्ड नहीं ले पाईं. इसी तरह IPL में रवि बिश्नोई ने जसप्रीत बुमराह को तेज़ छक्के से चोटिल किया और शार्दुल ठाकुर को एलएसजी टीम ने चोटिल मोहित के बाद नया मौका दिया.
इन सबका एक ही पैटर्न है – अचानक गति, झटका या अधिक मेहनत. फुटबॉल में टैकल, टेनिस में तेज़ सर्व और बास्केटबॉल में लैंडिंग गलत होने से घुटने, एड़ी या कंधे में चोट लगती है. अगर आप नियमित रूप से व्यायाम करते हैं तो वार्म‑अप करना बहुत जरूरी है; नहीं तो मांसपेशियों के खिंचाव की संभावना बढ़ जाती है.
जब चोट लगती है, सबसे पहले ‘R.I.C.E.’ नियम याद रखें: Rest (आराम), Ice (बर्फ), Compression (दबाव) और Elevation (उंचाई). बर्फ को 15‑20 मिनट तक लपेट कर डालें, इससे सूजन कम होती है. हल्का दबाव वाला बैंडेज भी मदद करता है, लेकिन बहुत टाइट न रखें.
अगर दर्द दो‑तीन दिन से ज़्यादा रहे या गति सीमित हो, तो डॉक्टर को दिखाएँ. अक्सर चोट के पीछे फ्रैक्चर या लिगामेंट की ख़राबी छिपी होती है. शुरुआती जांच में X‑ray या MRI की जरूरत पड़ सकती है.
दवाओं के अलावा पोषण भी असर डालता है. विटामिन C, प्रोटीन और ओमेगा‑3 फैटी एसिड मसल रिपेयर को तेज़ बनाते हैं. हल्का स्ट्रेचिंग, हाइड्रेशन और पर्याप्त नींद से शरीर की मरम्मत प्रक्रिया बेहतर होती है.
यदि आप एथलीट या फिटनेस प्रेमी हैं, तो रेहैबिलिटेशन प्रोग्राम अपनाएँ. फिजियोथेरेपी में हल्के व्यायाम, बॉलिस्टिक ट्रेनिंग और कोऑर्डिनेशन ड्रिल्स शामिल होते हैं, जो फिर से चोट लगने की संभावना कम करते हैं.
इन टिप्स को रोज़मर्रा की जिंदगी में डालें, तो छोटी‑छोटी चोटों का असर बड़ा नहीं रहेगा. याद रखें, समय पर सही देखभाल सबसे बड़ी दवा है.
समाचार दृष्टी आपके लिए हर दिन नई खबरें और उपयोगी सलाह लाता रहता है. ‘चोट’ टैग के तहत आप खेल जगत से लेकर आम जीवन की चोटों तक सब पढ़ सकते हैं. आगे भी हमारे अपडेट्स चेक करते रहें, ताकि आप हमेशा तैयार रह सकें.
भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, जो कमर की चोट से जूझ रहे हैं, पेरिस 2024 ओलंपिक्स के बाद सर्जरी कराने का फैसला किया है। इस चोट ने उनकी प्रदर्शन क्षमता को काफी प्रभावित किया है। नीरज ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक्स में पुरुषों के भाला फेंक फाइनल में सिल्वर मेडल जीता। उनके कोचिंग टीम में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
और देखें