ग्रे मार्केट प्रीमियम: समझिए क्या होता है और कैसे बचें

जब आप कोई मोबाइल या कार खरीदते हैं तो अक्सर देखेंगे कि वही चीज़ दो जगहों पर अलग‑अलग कीमत में मिलती है। असली कारण कभी‑कभी ‘ग्रे मार्केट प्रीमियम’ होता है। इसका मतलब है कि आधिकारिक चैनल से नहीं, बल्कि बीच वाले रास्तों (जैसे अनधिकृत डीलर) से खरीदा गया सामान महंगा पड़ रहा है।

प्रिमियम क्यों बढ़ता है?

पहला कारण सप्लाई‑डिमांड का असंतुलन है। जब किसी प्रोडक्ट की मांग बहुत तेज़ी से बढ़ती है और आधिकारिक स्टॉक्स खत्म हो जाते हैं, तो अनधिकृत विक्रेता जल्दी‑जल्दी उपलब्ध कराते हैं लेकिन कीमत दो गुना तक ले लेते हैं। दूसरा कारण टैक्स या ड्यूटी बचाने के चक्कर में कुछ लोग आयात को कम करके बेचते हैं, फिर रिटेलर पर अतिरिक्त मार्जिन जोड़ देते हैं। तीसरा अक्सर विज्ञापन और ब्रांड की ‘एडिशनल वैल्यू’ का फायदा उठाना है – लोग मानते हैं कि वही असली है, इसलिए कीमत ज्यादा चुकाने को तैयार होते हैं।

ग्रे मार्केट से कैसे बचें?

सबसे आसान तरीका है आधिकारिक वेबसाइट या अधिकृत स्टोर से खरीदना। अगर ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हों तो ‘Authorized Dealer’ का बैज देखें, और रिटर्न पॉलिसी चेक करें। दूसरा उपाय है कीमत तुलना करना – एक ही मॉडल की दो‑तीन साइट्स पर देखिए, अगर कहीं बहुत ज़्यादा महंगा दिखे तो शक करना चाहिए। तीसरा, फोकस करें कि प्रोडक्ट में सभी वैट/GST शामिल है या नहीं; कई बार छुपी हुई टैक्स बाद में जोड़ दी जाती हैं।

ध्यान रखें, ग्रे मार्केट से खरीदा सामान अक्सर वारंटी नहीं देता। यदि डिवाइस खराब हो गया तो आधिकारिक सर्विस सेंटर तक पहुँचना मुश्किल हो सकता है। इसलिए थोड़ा अधिक पैसा देकर भी भरोसेमंद जगह से खरीदना बेहतर रहता है।

अंत में एक छोटा टिप: अगर आप किसी दोस्त या रिश्तेदार के माध्यम से ‘डील’ ले रहे हों, तो प्रोडक्ट की बॉक्सिंग, सीरियल नंबर और वैध बिल की फोटो ले लें। ये सब भविष्य में दावे करने में मदद करेंगे। याद रखें, सस्ता नहीं तो सुरक्षित – यही आपके पैसों को बचाने का सही रास्ता है।

विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ में भारी मांग, कैसे चेक करें एलॉटमेंट स्टेटस 17 दिसंबर 2024
Avinash Kumar 0 टिप्पणि

विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ में भारी मांग, कैसे चेक करें एलॉटमेंट स्टेटस

विशाल मेगा मार्ट के आईपीओ का एलॉटमेंट सोमवार, 16 दिसंबर 2024 को किया जाएगा। इस आईपीओ को 27.28 गुना सब्सक्राइब किया गया था, जिसमें QIBs ने 80.75 गुना सब्सक्रिप्शन दिया। एनआईआई और रिटेल निवेशकों का सब्सक्रिप्शन क्रमशः 14.24 और 2.31 गुना था। एलॉटमेंट स्टेटस की जानकारी बीएसई या केफिन टेक्नोलॉजीज की वेबसाइट पर देखी जा सकती है।

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