अगर आप झारखंड की राजनैतिक दुनिया के बारे में जानना चाहते हैं तो JMM (Jharkhand Mukti Morcha) एक अहम नाम है। यह पार्टी 1960‑70 के दशक में बनती है, जब tribal अधिकारों और जमीन मुद्दों पर आवाज़ उठाने वाले समूह मिलते थे। तब से लेकर आज तक JMM ने कई बार सरकार बनाई या समर्थन दिया है, इसलिए इसको समझना आपके लिए जरूरी है।
JMM की शुरुआत 1967 में शरद चक्रवर्ती ने की थी। उनका मकसद था tribal लोगों के बुनियादी अधिकार सुरक्षित करना और कोयला‑खनन से जुड़ी समस्याओं पर सरकार को जवाबदेह बनाना। शुरुआती दौर में पार्टी का समर्थन मुख्य रूप से ग्रामीण इलाकों में रहा, जहाँ लोग सीधे असर देखते थे। 1990‑कोटि में जब झारखंड अलग राज्य बना, तो JMM ने पहले ही चुनाव जीता और पहली बार मुख्यमंत्री पद संभाला। इस जीत ने पार्टी को एक बड़ी पहचान दिला दी।
पिछले कुछ सालों में JMM कई मुद्दों पर सक्रिय रही है। 2024 के चुनाव में उसने फिर से काफी सीटें जीतीं और राज्य सरकार में एक प्रमुख हिस्से का प्रतिनिधित्व किया। आजकल पार्टी पर्यावरण, रोजगार और शिक्षा जैसे व्यापक विषयों को अपने एजेंडे में जोड़ रही है। साथ ही, राष्ट्रीय स्तर की राजनीति में भी JMM ने गठबंधन बनाए रखे हैं, जिससे उसके पास अधिक आवाज़ हो गई है।
समाचार साइटों पर अक्सर JMM के नेता शरद चक्रवर्ती या उनके बेटे अजय चक्रवर्ती को दिखाया जाता है, जो विकास योजनाओं की घोषणा करते हुए या स्थानीय समस्याओं का समाधान करने के लिए बैठकें कर रहे होते हैं। हालिया रिपोर्ट में बताया गया कि JMM ने जल संरक्षण और वन अधिकारों पर नई पहल शुरू की है, जिससे tribal समुदाय को सीधा फायदा होगा।
अगर आप JMM की नीतियों के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो यहाँ कुछ प्रमुख बिंदु हैं:
इन पहलुओं को देख कर पता चलता है कि JMM सिर्फ एक क्षेत्रीय पार्टी नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की कोशिश भी कर रही है। इसी कारण से कई लोग इसको भरोसेमंद मानते हैं, जबकि विरोधी इसे पुरानी राजनीति का हिस्सा कहकर आलोचना करते हैं।
समाचार दृष्टी पर आप सभी JMM‑संबंधित अपडेट एक ही जगह पढ़ सकते हैं – चाहे वह चुनाव परिणाम हों, नई नीतियों की घोषणा या स्थानीय स्तर के कार्यक्रम। हमारा लक्ष्य है कि आपको सटीक और सरल भाषा में जानकारी मिले, जिससे आप अपनी राय बनाते समय सही तथ्य रख सकें।
अगर आपके पास JMM के बारे में कोई सवाल या सुझाव है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखिए। हम जल्द से जल्द आपका फीडबैक लेंगे और अपडेट करेंगे। पढ़ते रहिए, समझते रहिए – यही हमारी नीति है।
पूर्व झारखंड मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। यह कदम उनके JMM छोड़ने के कुछ ही दिनों बाद आया है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने उपस्थिति दर्ज कराई। विधानसभा चुनाव से पहले यह राजनीतिक परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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