जब बात आती है महिला क्रिकेट विश्व कप, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिवार का सबसे बड़ा और सबसे प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट, जहाँ महिलाएँ अपनी क्षमता, जुनून और लगन से दुनिया को दिखाती हैं, तो ये सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं होता—ये एक बदलाव का संकेत होता है। इस टूर्नामेंट में खेलने वाली हर खिलाड़ी एक नए नियम को तोड़ती है, एक नए मानक को स्थापित करती है। और भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस बदलाव की अगुवाई कर रही है।
इस वर्ष के ICC Women's Cricket World Cup 2025, महिला क्रिकेट के इतिहास का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला और सबसे तेज़ विकसित हो रहा टूर्नामेंट, जिसमें भारत ने अपनी ताकत दिखाई में आमनजोत कौर ने नंबर 7 पर 57* रन बनाकर एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसकी तुलना पिछले 20 सालों में किसी ने नहीं की। वहीं, दीप्टी शर्मा की बाएँ हाथ की स्पिन और नियमित विकेट लेने की क्षमता ने टीम को दबाव में भी जीत का रास्ता दिखाया। ये सिर्फ शानदार पारियाँ नहीं हैं—ये एक नई पीढ़ी की शुरुआत है, जो खेल को बार-बार अपने नाम से जोड़ रही है।
इस टूर्नामेंट में भारत की टीम ने सिर्फ जीत नहीं दर्ज की, बल्कि एक नए निर्माण का निर्माण किया। जहाँ पहले बल्लेबाज़ी पर जोर था, अब गेंदबाज़ी और फील्डिंग भी टीम की पहचान बन गए हैं। लॉर्ड्स और गुवाहाटी जैसे मैदानों पर टीम ने बारिश, दबाव और निर्णय लेने की जरूरत के बीच भी अपनी चालाकी दिखाई। ये टीम अब केवल खिलाड़ियों का समूह नहीं, बल्कि एक ऐसा नेटवर्क है जो राष्ट्रीय गर्व को बढ़ाता है।
इस विश्व कप के बाद अब देश में लाखों लड़कियाँ बल्ला उठा रही हैं—क्योंकि अब वे जानती हैं कि ये सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक अवसर है। आप नीचे दिए गए लेखों में इसी टीम के सबसे बड़े पल, उनके रिकॉर्ड, और उन खिलाड़ियों की कहानियाँ पाएँगे जिन्होंने इस जीत को संभव बनाया।
ऑस्ट्रेलिया ने 2025 महिला क्रिकेट विश्व कप में टॉप पोजीशन हासिल कर नॉकआउट चरण को सुरक्षित किया; इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और भारत भी क्वालीफ़ाई।
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