26
अक्तू॰,2025
जब International Cricket Council (ICC) ने 26 अक्टूबर 2025 को आधिकारिक महिला क्रिकेट विश्व कप की पॉइंट्स टेबल अपडेट की, तो ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने 13 अंक लेकर तालिका में सबसे ऊपर जगह बना ली। इससे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और भारत चारों टीमें नॉकआउट चरण में पहुंच गईं, और दर्शकों को अगले हफ्ते के सेमी‑फ़ाइनल‑मैचों की झलक मिल गई।
टेबल का नवीनतम अद्यतन Greg Barclay, ICC के चेयरमैन ने बताया कि टेबल को अंतिम मैच – श्रीलंका बनाम बांग्लादेश, कोलंबो के R. Premadasa Stadium में – के बाद अंतिम रूप दिया गया।
इन आँकड़ों से साफ़ दिखता है कि चार टॉप टीमों को आधिकारिक रूप से सेमी‑फ़ाइनल में जगह मिल गई है, जबकि बाकी टीमों को अभी भी शॉर्टहैंड का सामना करना पड़ेगा।
टूर्नामेंट Board of Control for Cricket in India (BCCI) और Sri Lanka Cricket (SLC) के संयुक्त प्रयास से आयोजित हो रहा है।
BCCI के अध्यक्ष Sourav Ganguly ने कहा, “भारत‑श्रीलंका साझेदारी से इस विश्व कप को दो‑देशीय उत्सव बनाया गया है, जहाँ हर फ़ैन्स को विश्वस्तरीय क्रिकेट देखने का मौका मिलेगा।” मुख्य स्थलों में अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम और कोलंबो का R. Premadasa Stadium शामिल हैं।
खेल का प्रारूप ‘राउंड‑रॉबिन’ है – प्रत्येक टीम सात मैच खेलती है, जीत पर दो अंक और नो‑रिज़ल्ट पर एक अंक मिलता है। कुल 28 मैचों का लीग‑स्टेज 1 अक्टूबर से 2 नवंबर तक चलेगा, और उसके बाद सेमी‑फ़ाइनल 5‑6 नवंबर और फ़ाइनल 9 नवंबर को होपिस्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में तय होगा।
ऑस्ट्रेलिया की बॅटिंग लाइन‑अप पर झलक मिलती है—एलेक्स ब्लैकबर्न और मैरी फ़्रॉड के बीच में शानदार फ़ॉर्म है। इंग्लैंड की एलेक्स रिचर्ड्स और हाईना डैविस की जोड़ी भी ख़तरनाक दिखती है। साउथ अफ्रीका के तेज़ बॉलर एमी डैडली ने हाल के मैचों में कई विकेट लिए हैं, जबकि भारत की टीम के लिए स्पिनर बांसुरी रॅविल गिलोली ने अपनी विकेट‑टेकिंग क्षमता से सबको चौंका दिया है।
आगे की चुनौतियों में मौसम का प्रभाव, विशेषकर कोलंबो में संभावित बारिश, और नेट‑रन‑रेट के हिसाब‑किताब को ध्यान में रखना शामिल है।
13वीं संस्करण का यह टूर्नामेंट 1973 में इंग्लैंड में शुरू हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने 2022 में न्यूज़ीलैंड में जीत हासिल की थी, और इस बार भी मजबूत प्रदर्शन जारी रखी है। भारत की महिला टीम ने 2005 से लगातार आठ बार नॉकआउट में जगह बनाई है, जो महिला क्रिकेट की स्थिरता का प्रमाण है।
ICC के अनुसार, महिला क्रिकेट में निवेश और दर्शकों की बढ़ती रुचि ने पिछले पाँच वर्षों में टेलिविज़न रेटिंग्स में 45 % की वृद्धि की है। इस रुझान को देखते हुए, अगली पीढ़ी की खिलाड़ीें पहले से ही अधिक सुविधाओं और प्रशिक्षण सुविधाओं से लाभान्वित होंगी।
सेमी‑फ़ाइनल की घोषणा 4 नवंबर को होगी, और टिकट की ढिलाई के साथ ही स्टेडियम में भीड़ उमड़ेगी। दर्शक अपने पसंदीदा टीमों को समर्थन देने के लिए दो‑स्टैंडिंग मर्चेंडाइज़, लाइव-इम्प्रिंटेड बोर्ड्स और सोशल‑मीडिया फ़िल्टर का फायदा उठा सकते हैं।
यदि आप इवेंट को मिस नहीं करना चाहते, तो ICC की आधिकारिक ऐप पर लाइव्ह स्कोर, प्ले‑बाय‑प्ले विश्लेषण और एक्सक्लुसिव इंटरव्यू उपलब्ध हैं।
ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और भारत चारों टीमों ने लीग‑स्टेज के अंतिम अपडेट के बाद आधिकारिक रूप से नॉकआउट में जगह बनाई है। यह चार टीमें अगले दो हफ्तों में सेमी‑फ़ाइनल खेलने के लिए अर्हता प्राप्त कर चुकी हैं।
सेमी‑फ़ाइनल 5 और 6 नवंबर 2025 को निर्धारित हैं, जबकि ग्रैंड फ़ाइनल 9 नवंबर 2025 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित होगा। दोनों चरणों की सटीक समय‑सारिणी ICC की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई है।
लीग‑स्टेज में भारत को तीन जीत और तीन हार का सामंजस्य मिला है, जिससे उनका नेट‑रन‑रेट +0.628 रहा, जो टेबल में चौथे स्थान पर बनी रहने में मददगार साबित हुआ। मुख्य चुनौती तेज़ बॉलिंग अटैक और मौसम‑परिवर्तन से निपटना था।
पिछले पाँच वर्षों में ICC ने महिला टूर्नामेंटों के लिए उच्च मानक का वेवरनमेंट, अधिक प्रसारण अधिकार, और युवा विकास कार्यक्रम बढ़ाए हैं। परिणामस्वरूप दर्शकों की संख्या में 45 % की वृद्धि और प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीमिंग टाइम में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
ICC ने 2026‑2028 में नई लीग‑फ़ॉर्मेट, अधिक ग्रासरूट इवेंट्स और डिजिटल इंटरेक्टिव फैंस एंगेजमेंट टूल्स का प्रस्ताव किया है। इसके अलावा, कई बोर्डों ने महिला खिलाड़ियों के लिए बेहतर बुनियादी ढांचा, फ़ैंसिस कोचिंग और अंतर्राष्ट्रीय एक्सचेंज प्रोग्राम्स की घोषणा की है।
जैसे ही मैंने टेबल अपडेट देखा, मेरा दिल धड़कने लगा। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने तो जैसे क्रिकेट का जादू कर दिया, लेकिन इस जीत का मतलब यह नहीं कि बाकी टीमें कमतर हैं। हर टीम ने अपने दम पर खेला है, और हमें उनकी कोशिशों की कद्र करनी चाहिए। मैं मानता हूँ कि खेल का असली मज़ा टीमवर्क में है, न कि सिर्फ स्कोर में। अगर हम सिर्फ जीत को ही देखें तो खेल का असली सार खो जाएगा। इस धूमधाम में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भविष्य की पीढ़ी के लिए यह मंच कितना महत्वपूर्ण है। इसलिए, हमें समान अवसर और संसाधन देने की जरूरत है, इससे प्रतियोगिता और रोमांचक बनी रहेगी। एक और बात, महिलाओं के खेल को प्रोमोशन में अभी भी अंतर है, इसे सुधारना आवश्यक है। अंत में, मैं सभी खिलाड़ियों को बधाई देना चाहता हूं, क्योंकि उन्होंने हमें गर्व महसूस कराया।
बहस के लिए नहीं, बस मज़े के लिए है।