नरेंद्र मोदी की तीसरी कैबिनेट में सबसे युवा मंत्री के रूप में राम मोहन नायडू को नागरिक उड्डयन मंत्रालय मिला 12 जून,2024

राम मोहन नायडू को मोदी 3.0 कैबिनेट में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जिम्मेदारी

तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के किन्जारापु राम मोहन नायडू को मोदी सरकार की तीसरी कैबिनेट में नागरिक उड्डयन मंत्रालय संभालने का अवसर प्राप्त हुआ है। नायडू केवल 36 साल के हैं और इस उम्र में केंद्रीय मंत्री के पद पर नियुक्त होकर उन्होंने एक नया इतिहास रच दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

कैबिनेट में सबसे युवा चेहरा

राम मोहन नायडू मोदी 3.0 कैबिनेट में शामिल होने वाले सबसे युवा मंत्री बने हैं, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उनका यह पद पार्टी के लिए एक बड़ा सम्मान है क्योंकि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में अत्यंत कुशलता और उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है।

श्रीकाकुलम निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार लोकसभा चुनाव जीत चुके नायडू ने 2014, 2019 और 2024 में YSR कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों को पराजित किया है। नायडू ने अपनी संपत्ति के बारे में जानकारी प्रस्तुत की है, जिसमें कुल संपत्ति ₹23.30 करोड़ बताई गई है जबकि उनकी देनदारियां ₹2.98 करोड़ हैं।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि और प्रारंभिक जीवन

राम मोहन नायडू के पिताजी, दिवंगत किन्जारापु येर्रन नायडू, जो एक पूर्व केंद्रीय मंत्री थे, की 2012 में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद राम मोहन ने राजनीति में कदम रखा। उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल, परड्यू यूनिवर्सिटी और लॉन्ग आइलैंड यूनिवर्सिटी से पूरी की।

नायडू के राजनीतिक जीवन की शुरुआत उनके पिताजी की मृत्यु के पश्चात हुई। वह विभिन्न स्थायी समितियों में अपनी सेवा दे चुके हैं और टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं।

राजनीतिक सफर और चुनावी सफलता

राम मोहन नायडू ने अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों को बड़ी दक्षता से निभाया है। उन्होंने पार्टी की राज्य में सफल अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे टीडीपी को 135 सीटों पर विजय दिलाने में मदद मिली, वहीं उनकी सहयोगी जन सेना पार्टी को 21 सीटें मिलीं।

राम मोहन नायडू की निजी जिंदगी की बात करें तो वे श्रव्या के साथ विवाहित हैं और उनकी एक बेटी भी है।

भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में नायडू के पास अनेक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां होंगी। भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन इसके साथ ही कई चुनौतियां भी हैं, जैसे कि हवाई अड्डों की संरचनात्मक व्यवस्था, विमानन सुरक्षा और विमान किरायों में पारदर्शिता।

नायडू की पहलकदमी और नेतृत्व क्षमता इस बिंदु पर महत्वपूर्ण साबित होंगी। एक उभरते हुए नेता के रूप में, वह न केवल पार्टी के लिए बल्कि देश के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए भी कई योगदान देंगे।

उनके द्वारा उठाए गए कदम और नीतियां भविष्य में देश को नवनिर्माण और विकास की दिशा में ले जाएंगी। भारतीय जनता उनसे कई आशाएं लगाए बैठी है और उनकी नई जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निभाने के लिए शुभकामनाएं देती है।

आगे आने वाले समय में नायडू और उनकी टीम किस प्रकार से नागरिक उड्डयन की दिशा में काम करते हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। उनके अनुभव और युवा ऊर्जा से देश को नया नायक मिलने की संभावना है।

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