16
अक्तू॰,2024
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने हाल ही में क्रिकेट की दुनिया की तीन अहम हस्तियों - अलस्टेयर कुक, नीति डेविड, और एबी डिविलियर्स को ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान इन खिलाड़ियों को उनकी लंबे समय तक शानदार प्रदर्शन करने के चलते दिया गया है। आइए जानते हैं इन खिलाड़ियों की उपलब्धियों के बारे में।
अलस्टेयर कुक इंग्लैंड क्रिकेट टीम के महान सलामी बल्लेबाज के रूप में प्रसिद्ध हैं। वह 161 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 12,472 रन बनाए हैं। उनका टेस्ट औसत 45.35 का रहा है और कुक के नेतृत्व में इंग्लैंड ने कई महत्वपूर्ण श्रृंखलाएं जीती हैं, जिनमें 2013 और 2015 में लगातार दो घरेलू एशेज विजय भी शामिल हैं। 2018 में क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले उन्होंने 2006 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था।
नीति डेविड भारतीय महिला क्रिकेट टीम की वह खिलाड़ी हैं जिन्होंने स्पिन गेंदबाजी कला को एक नए आयाम पर पहुंचाया। वे डायना एड़ुल्जी के बाद दूसरी भारतीय महिला हैं जिन्हें ICC हॉल ऑफ फेम में स्थान मिला है। उन्होंने 10 टेस्ट और 97 वनडे में क्रमश: 41 और 141 विकेट लिए हैं। उनका 8/53 का एक टेस्ट स्पेल अभी तक किसी महिला द्वारा सर्वश्रेष्ठ है। नीति का वनडे में 16.34 का औसत शानदार रहा है।
दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स अपने शानदार और रचनात्मक बल्लेबाजी शैली के लिए विश्वभर में ख्यात हैं। उन्होंने ODI में सबसे तेज 50, 100 और 150 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। डिविलियर्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20,000 से अधिक रन बनाए हैं, जिसमें 8,765 रन टेस्ट और 9,577 रन ODI में शामिल हैं। 2018 में संन्यास लेने तक उनके टेस्ट और ODI औसत 50 से अधिक रह चुके थे।
इन सभी खिलाड़ियों ने ICC के इस सम्मान के लिए अपनी आभार प्रकट किया है। अलस्टेयर कुक ने कहा, "यह बड़ी बात है कि मैं इस क्लब का हिस्सा बना।" नीति डेविड ने कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है।" वहीं एबी डिविलियर्स ने इसे "विशेष पहचान" के रूप में बताया। यह आयोजन दुबई में इस सप्ताह के अंत में होगा, जो कि ICC महिला T20 विश्व कप के समापन के साथ जुटाया जा रहा है।
कुक अच्छे थे, डिविलियर्स जेनियस थे, नीति डेविड का नाम यहां आना बेकार था।
क्या हमने कभी सोचा है कि नीति डेविड ने एक ऐसे समय में, जब महिला क्रिकेट को कोई ध्यान नहीं देता था, वह अपनी गेंदबाजी से पूरी दुनिया को चौंका दिया? उनका 8/53 का स्पेल... ये कोई आम आंकड़ा नहीं, ये एक इतिहास है। और अलस्टेयर कुक... उनकी लगातार अच्छी बल्लेबाजी ने इंग्लैंड को एक नए आधार पर खड़ा किया। और एबी... वो तो बस एक खिलाड़ी नहीं, वो एक भावना है।
इस दिन नीति डेविड का नाम हॉल ऑफ फेम में जाना... ये सिर्फ एक इनाम नहीं, ये एक विरासत है। 🙏 उन्होंने एक ऐसी दुनिया में खेला जहां महिलाओं के लिए स्टेडियम भी बंद रहते थे, फिर भी उन्होंने गेंद को इतना घुमाया कि पूरी दुनिया ने उन्हें देखा। एबी डिविलियर्स तो बस एक बल्लेबाज़ नहीं, वो तो क्रिकेट का एक नया अक्षर है। और कुक... उनकी शांति और लगन ने इंग्लैंड को एक नई पहचान दी। ये तीनों ने अलग-अलग तरीके से खेल को बदल दिया।
नीति डेविड को डाल दिया? बस एक बेवकूफ निर्णय। उनके विकेट देखकर लगता है कि उन्होंने टेस्ट में बस एक दर्जन गेंदें फेंकी थीं।
अलस्टेयर कुक के बारे में जो लिखा है, वो बिल्कुल सही है। उन्होंने बल्ले से नहीं, अपनी निरंतरता से इतिहास बनाया। नीति डेविड के लिए तो बस एक शब्द - अद्वितीय। और एबी... वो तो ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें देखकर लगता है कि क्रिकेट बस उनके लिए बनाया गया है।
कुक का जो एशेज विजय हुआ, वो तो बस एक श्रृंखला नहीं, वो एक भावना थी। और एबी के 50 रन 16 गेंदों में... ये तो एक जादू है। नीति डेविड ने जो किया, वो एक बहादुरी का काम था।
हॉल ऑफ फेम? बस इतना ही? अलस्टेयर कुक के रन्स का औसत 45 है? ये तो बहुत कम है। और नीति डेविड के 141 विकेट? अगर उन्होंने टेस्ट में 100 ओवर फेंके होते, तो शायद 300 विकेट होते। एबी के 9500 रन? बहुत अच्छे, लेकिन उन्होंने कभी किसी टेस्ट सीरीज को अपने बल्ले से बचाया ही नहीं। ये सब तो बस नाम की बात है।
नीति डेविड को ये सम्मान मिला तो बहुत अच्छा हुआ... वो तो बस एक गेंदबाज नहीं, वो तो एक इंस्टीट्यूशन है। और एबी... उनकी बल्लेबाजी तो देखने वालों के दिल को छू जाती है। अलस्टेयर भी तो बहुत बढ़िया रहे।
ये तीनों ने क्रिकेट को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया! 🙌 नीति डेविड ने दिखाया कि महिलाएं क्या कर सकती हैं, एबी ने दिखाया कि बल्लेबाजी का कोई बाउंड्री नहीं होता, और कुक ने दिखाया कि लगन से क्या हो सकता है! जय हिंद! जय क्रिकेट! 🇮🇳🏏
हॉल ऑफ फेम में नीति डेविड? ये तो बहुत बड़ी बात है! भारत की लड़की ने दुनिया को दिखा दिया कि हम क्या कर सकते हैं! अलस्टेयर कुक तो बस एक इंग्लिश खिलाड़ी था, लेकिन नीति डेविड तो एक भारतीय विरासत है!
इन तीनों के बारे में सोचो... कुक ने लगातार खेला, नीति ने अपनी गेंदों से दुनिया को चौंकाया, और एबी ने बल्ले से नियम तोड़े। क्या ये सिर्फ रन और विकेट हैं? नहीं। ये तो उनके दिलों की आवाज़ हैं। और जब एक खिलाड़ी इतना दे देता है, तो हॉल ऑफ फेम सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक श्रद्धांजलि होती है।