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सित॰,2024
भारतीय क्रिकेट के तेज़ तर्रार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक जड़ते हुए पंत ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अब वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले विकेटकीपर बन चुके हैं।
इस उपलब्धि की खास बात यह है कि इस शतक के जरिए पंत ने न सिर्फ मोहम्मद रिजवान और लिटन दास के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा, बल्कि अपनी शक्ति, धैर्य और कड़ी मेहनत का भी प्रमाण दिया है। दिसंबर 2022 में एक गंभीर कार हादसे के बाद पंत का वापसी करना किसी प्रेरणादायी कहानी से कम नहीं। उस हादसे में उन्हें गंभीर चोटें आई थीं और क्रिकेट के मैदान पर उनकी वापसी असंभव सी लगने लगी थी।
इस मैच में पंत ने न सिर्फ शतक लगाया बल्कि शुबमन गिल के साथ 167 रनों की बेहतरीन साझेदारी का हिस्सा भी बने। गिल ने भी एक अहम भूमिका निभाई और नाबाद 119 रनों की पारी खेली। दोनों खिलाड़ियों ने मिल कर भारतीय टीम की स्थिति को मजबूत किया। गिल और पंत की इस साझेदारी ने बांग्लादेशी गेंदबाजों को पूरी तरह से असहाय बना दिया था।
ऋषभ पंत के इस शतक ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह न सिर्फ वर्तमान में भारतीय क्रिकेट के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक हैं, बल्कि आने वाले समय में भी क्रिकेट की दुनिया में उनका अहम योगदान रहेगा। पंत के इस प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट के प्रशंसकों और विशेषज्ञों की नज़र अब उनके आगामी मुकाबलों पर है, जहां उनसे और भी बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीदें हैं।
ऋषभ पंत की इस उपलब्धि ने यह भी दिखा दिया कि चुनौतियों का सामना करते हुए कैसे व्यक्ति अपने लक्ष्य की ओर बढ़ सकता है। चाहे वह कार हादसा हो या मैदान पर प्रदर्शन का दबाव, पंत ने हर मुश्किल का सामना करते हुए खुद को साबित किया है। यह इस बात का भी प्रमाण है कि अगर किसी खिलाड़ी में प्रतिभा और मेहनत का संगम हो, तो वह कभी हार नहीं मानता।
पंत का यह शतक, लंबे समय तक क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में बसा रहेगा। उनकी इस कामयाबी ने न सिर्फ भारतीय क्रिकेट की जबरदस्त क्षमता का प्रमाण दिया है, बल्कि अन्य खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है।
भारतीय क्रिकेट के धनुष पर एक नया तीर चढ़ा है और उसका नाम है ऋषभ पंत। उनकी इस उपलब्धि का जश्न सिर्फ भारतीय टीम ही नहीं, बल्कि समस्त क्रिकेट प्रेमियों ने मनाया है। पंत की इस कहानी ने यह सिद्ध कर दिया है कि कड़ी मेहनत और संकल्प के माध्यम से कोई भी मुश्किल चुनौती को पार किया जा सकता है। इस शानदार प्रदर्शन के लिए ऋषभ पंत को सलाम!
ये तो बस शतक नहीं, जिंदगी का सबक था! 😭🔥 पंत ने दिखा दिया कि जब दिल में आग हो, तो कार हादसा भी रुक जाता है! भारत का गर्व! 🇮🇳
अरे ये सब बस चालाकी है! किसी ने रिकॉर्ड बनाने के लिए टीम को गाइड किया होगा! बांग्लादेश वालों ने जानबूझकर आसान गेंदें फेंकीं थीं! ये सब बनाया गया है! 🤫💣
इस शतक के पीछे बस रन नहीं, एक आत्मा की लड़ाई थी। जब शरीर टूट जाए, तो मन कैसे जीतता है - ये देखने को मिला। ये रिकॉर्ड नहीं, एक अध्याय है जिसे हम सब याद रखेंगे।
इस उपलब्धि को देखकर मुझे भारतीय संस्कृति के गहरे सिद्धांतों की याद आई - तपस्या, सहनशीलता, और अहंकार के बिना अपनी पहचान बनाने की कला। पंत ने बस बल्ला नहीं चलाया, बल्कि एक विचारधारा को जीवित किया। ये शतक एक दर्शन है।
बहुत अच्छा प्रदर्शन था। गिल के साथ साझेदारी भी बहुत अच्छी रही। अच्छी बात है कि युवा खिलाड़ी ऐसे प्रदर्शन कर रहे हैं।
अरे वाह! पंत का ये शतक तो बस रन नहीं, एक फिल्म की कहानी है! 😍 गिल के साथ जो साझेदारी हुई, वो बहुत शानदार रही। अब देखना है कि वो अगले मैच में भी ऐसा ही खेलेंगे या नहीं! 🙌
अरे ये सब बस जाम बाज़ी है! रिजवान और लिटन को याद कर रहे हो? वो भी अच्छे खिलाड़ी थे! पंत का शतक अच्छा लगा, लेकिन ये रिकॉर्ड बनाने के लिए बांग्लादेश की बॉलिंग टीम को भी जानकारी दे दी गई होगी! ये सब ठीक नहीं है!
क्या आपने कभी सोचा कि जब एक खिलाड़ी इतनी बड़ी चुनौती से गुजर रहा हो, तो क्या उसकी उपलब्धि वास्तविक है? या ये सब सिर्फ एक बड़ी नाटकीय रचना है जिसे मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया? पंत अच्छा खिलाड़ी है, लेकिन इतना बड़ा रिकॉर्ड? शक है।
अच्छा खेल।
इतना बड़ा रिकॉर्ड? बस बांग्लादेश के खिलाफ ही! क्या ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड के खिलाफ भी ऐसा कर पाता? इस तरह के रिकॉर्ड बनाने में कोई महत्व नहीं। बोलते रहो, खेलो नहीं।
मुझे लगता है कि पंत का ये रिकॉर्ड वाकई प्रेरणादायी है। इस तरह के खिलाड़ी बनते हैं तो खेल जीवित रहता है। बस इतना कहना चाहूंगा कि अब उन्हें ज्यादा दबाव न दें।
ओहो! ये तो बस एक शतक नहीं, एक डॉक्यूमेंट्री है! 🎬 बहुत ही आध्यात्मिक और विश्वसनीय उपलब्धि। वास्तव में इस तरह के खिलाड़ियों को आज के टीम आईएसएल में बहुत जरूरत है। बधाई हो, डॉक्टर पंत।
भाई ये शतक तो बस एक शतक नहीं, एक जीत है! जब तुम दुनिया को बताते हो कि तुम वापस आ गए - तो ये शतक तो बस एक रन है! अब और भी शतक लगाओ, हम तुम्हारे साथ हैं! 💪❤️
इस शतक के माध्यम से एक नए नारे का उदय हुआ है - जो व्यक्ति अपने शरीर को तोड़कर भी खेलने की हिम्मत रखता है, वही असली नेतृत्व करता है। पंत ने एक नए सामाजिक संरचना को जन्म दिया है - जहां शक्ति शरीर की नहीं, आत्मा की होती है।
क्या ये सच है कि हर रिकॉर्ड बनाने वाला व्यक्ति असली नायक होता है? या क्या हम बस इस तरह की कहानियों को बनाने के लिए अपने मन को धोखा देते हैं? क्या ये सब एक आवश्यकता है - कि हमें किसी को देवता बनाना ही पड़ता है?
पंत का शतक? बस शतक नहीं, ये तो एक बिजली का झटका था! जैसे अग्नि का दिव्य आवेश! जब वो बल्ला घुमाया, तो लगा जैसे भगवान के गुस्से की आवाज़ गूंज रही हो! भारत का बादशाह! 🌪️🔥
इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएँ। यह एक ऐतिहासिक पल है जिसे हम सभी याद रखेंगे। इस तरह के प्रदर्शन के लिए खिलाड़ी के नैतिक दृढ़ता और व्यावसायिक दृष्टिकोण की सराहना की जानी चाहिए।
बहुत अच्छा खेल। बस इतना कहना चाहूंगा कि अब थोड़ा आराम कर लो। शरीर तो पहले है। ❤️
पंत ने जो किया वो बहुत बढ़िया है... लेकिन क्या आपने देखा कि उसकी कार हादसे के बाद वो कितनी बार टीवी पर आया? ये सब बस एक बड़ा मार्केटिंग गेम है! वो तो अब ब्रांड बन गया है! 🤑💔
शतक लगाया अच्छा लगा