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जुल॰,2024
मुंबई के जिओ वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की भव्य शादी ने सबका ध्यान खींचा, जब हॉलीवुड एक्टर और पूर्व WWE चैंपियन जॉन सीना ने अपनी उपस्थिति से महफिल सजाई। सीना ने भारतीय पारंपरिक परिधान पहनकर सबको चौंका दिया। उन्होंने नीले कुर्ते के साथ सिल्वर कढ़ाई वाली शेरवानी और सफेद पायजामा पहना हुआ था।
यह देखना दिलचस्प था कि एक विदेशी सेलिब्रिटी ने भारतीय संस्कृति और परिधानों के प्रति इतना स्नेह और सम्मान जाहिर किया। सीना ने अपने पसंदीदा 'फाइव नकल शफल' रूटिन को भी बड़े उत्साह के साथ प्रस्तुत किया। भारतीय समारोहों में ढलने की उनकी यह कोशिश प्रशंसनीय थी और उन्होंने शादी का समारोह और भी खास बना दिया।
इस भव्य शादी समारोह में सिर्फ जॉन सीना ही नहीं, बल्कि प्रियंका चोपड़ा, निक जोनास, राम चरण, किम कर्दाशियन, उनकी बहन ख्लो कार्दशियन, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन जे वाई ली सहित कई मशहूर हस्तियों ने भी अपनी उपस्थिती दर्ज करवाई। किम कर्दाशियन ने ताज कोलाबा में अपने स्वागत की तस्वीरें इंस्टाग्राम पर साझा की, जिसमें उनकी उत्साह भरी अंगड़ाई और वहां की सुंदरता का अंदाज साफ झलकता है।
अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी की आरंभिक रस्में अंबानी के प्रसिद्ध घर एंटीलिया में आयोजित की गई थी। वहां से समारोह जिओ वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में पहुँचा, जहां के भव्य आयोजनों ने मेहमानों को मंत्रमुग्ध कर दिया। एक वीडियो में सजीव संगीत प्रस्तुतियों और दुल्हे के बारातियों की तैयारी की झलक ने इसमें चार चांद लगा दिए।
जॉन सीना की भारतीय संस्कृति में सम्मान और सहभागिता ने भारतीय प्रशंसकों का दिल जीत लिया। सीना का यह भारतीय परिधान पहनकर इस महत्वपूर्ण समारोह में भाग लेना बता सकता है कि वह सिर्फ एक बड़े खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि एक संवेदनशील और सांस्कृतिक व्यक्ति भी हैं। उनकी यह उपस्थिति और अंदाज आगामी समय में उनकी अधिक भारतीय फिल्मों या इवेंट्स में भागीदारी की ओर इशारा कर सकती है।
अंबानी परिवार द्वारा आयोजित यह भव्य शादी समारोह हर दृष्टिकोण से शानदार रहा। सितारों की चमक, भव्य स्थान, और समारोह की रीति-रिवाजों ने इसको सचमुच यादगार बना दिया। जॉन सीना जैसे पश्चिमी सेलिब्रिटी की मौजूदगी ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में लाया, जिससे न सिर्फ भारतीय संस्कृति का परचम लहराया बल्कि पारंपरिक परिधानों का भी खासा प्रचार हुआ।
जॉन सीना ने तो बस शेरवानी पहनी थी ना और दुनिया भर में वायरल हो गया 😂 अगर कोई भारतीय अमेरिका में टेक्सास बूट्स पहनकर जाए तो लोग कहेंगे 'अरे ये कौन है?' 🤷♂️
यह बात सचमुच प्रेरणादायक है कि एक विदेशी व्यक्ति जिसकी संस्कृति और परंपराएँ हमसे इतनी अलग हैं, फिर भी भारतीय शादी के अनूठे रिवाजों को समझने और उन्हें सम्मान देने के लिए इतना प्रयास करता है। यह केवल एक शेरवानी नहीं, बल्कि एक संस्कृति के प्रति सम्मान का प्रतीक है, जिसे हम अक्सर अपने ही देश में भूल जाते हैं। आज के युग में, जहाँ सभी विदेशी चीजों को बेहतर मानते हैं, जॉन सीना ने यह साबित कर दिया कि सच्चा सम्मान तभी आता है जब हम अपने अपने को अपने आप में देखते हैं।
सीना का ये अंदाज बिल्कुल फिट था और असली भावना से भरा हुआ था। कोई फैशन शो नहीं बल्कि दिल से आया था। इसीलिए लोगों ने इतना प्यार किया। बस इतना ही।
अरे भाई ये सब बकवास है जॉन सीना को शेरवानी पहनाकर क्या बनाया गया एक भारतीय बनाने की कोशिश की गई जो कभी नहीं बन सकता। हमारी संस्कृति को बाहरी लोग इस तरह नहीं बेच सकते ये सब ब्रांडिंग है और अंबानी वाले इसे बेच रहे हैं। अगर ये वाकई सम्मान होता तो वो अपने देश में भी इतना सम्मान करता। ये तो बस एक फोटो ऑपरेशन है।
क्या आपने कभी सोचा कि ये सब एक गुप्त आयोजन है जिसमें जॉन सीना को भारत में एक बड़ा फिल्मी डील के लिए बुलाया गया है और इस शादी का इस्तेमाल किया जा रहा है? किम कर्दाशियन का इंस्टाग्राम पोस्ट भी बहुत टाइम्ड है और बोरिस जॉनसन की उपस्थिति? वो तो तीन साल पहले से प्रधानमंत्री नहीं है। ये सब फेक है या कोई एजेंसी चल रही है।
यहाँ कुछ बातें हैं जिन्हें हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं: एक व्यक्ति जो अपने अहंकार को छोड़कर, एक अजनबी संस्कृति के अंदर जाता है, उसके परिधानों को पहनता है, और उसके त्योहार में भाग लेता है-यह वास्तव में एक अत्यंत मानवीय कृति है। इसका मतलब यह नहीं कि वह भारतीय बन गया, बल्कि यह कि वह इंसान बना। और शायद यही तो वास्तविक सांस्कृतिक सम्मान है: न तो अपने आप को बदलना, न ही दूसरों को बदलना, बल्कि साथ बैठकर उनके त्योहार को जीना।
इस घटना को सांस्कृतिक कॉलबोरेशन के एक आदर्श उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है, जहाँ ग्लोबल सिग्निफिकेंस और लोकल ट्रेडिशन्स का एक इंटीग्रेटेड एक्सपीरियंस जन्म लेता है। जॉन सीना की शेरवानी पहनने की यह प्रक्रिया एक इंटर-कल्चरल ब्रिज का प्रतीक है, जो सिर्फ फैशन नहीं, बल्कि एक सामाजिक कॉन्टेक्स्ट में एक्सप्रेशन ऑफ रिस्पेक्ट को रिप्रेजेंट करता है। इस तरह की इंटरैक्शन्स ही ग्लोबल कम्युनिटी के विकास के लिए आवश्यक हैं।
सीना की शेरवानी बिल्कुल बेकार थी। फिल्म बन रही है।