27
मई,2024
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) ने SSC कक्षा 10वीं का परिणाम 2024 को 27 मई 2024 को घोषित कर दिया। इस वर्ष, कुल उत्तीर्णता प्रतिशत 93.83% है, जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी सुधार दर्शाता है। यह परिणाम छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके भविष्य के शैक्षणिक मार्ग को निर्धारित करता है।
छात्र एवं उनके अभिभावक महाराष्ट्र बोर्ड की विभिन्न आधिकारिक वेबसाइटों पर परिणाम देख सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
इन वेबसाइटों पर अपने परिणाम देखने के लिए, छात्रों को अपने रोल नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी। इसके अतिरिक्त, डिजिलॉकर प्लेटफॉर्म पर भी परिणाम उपलब्ध हैं। छात्र results.digilocker.gov.in पर लॉग इन कर सकते हैं और अपने अंक पत्र देख सकते हैं।
इस वर्ष, कुल उत्तीर्णता प्रतिशत 93.83% है, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है। विशेष रूप से देखने वाली बात यह है कि लड़कियों की उत्तीर्णता दर लड़कों से 3.18% अधिक है। यह दर्शाता है कि छात्राएं पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।
SSC परीक्षा 2 मार्च से 25 मार्च 2024 तक आयोजित की गई थी। इस बार परीक्षा में करीब 16 लाख छात्र शामिल हुए थे। बोर्ड ने उन छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए परीक्षा का आयोजन किया था जिनकी पढ़ाई कोविड-19 महामारी के दौरान प्रभावित हुई थी।
जो छात्र अपने परिणाम से संतुष्ट नहीं हैं, वे पुन: मूल्यांकन और पुन: परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। इससे छात्रों को एक और मौका मिलता है अपने अंकों में सुधार करने का। आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद है।
SSC का परिणाम जारी होने के बाद, छात्र अपने भविष्य की योजनाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर सकते हैं। जो छात्र उच्च शिक्षा में कदम रखना चाहते हैं, वे विभिन्न पाठ्यक्रमों और संस्थानों में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, जो छात्र व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को चुनने का विचार कर रहे हैं, उनके पास भी कई विकल्प होंगे।
छात्रों को अब अपने परिणामों को ध्यानपूर्वक देखना चाहिए और उनके भविष्य के लिए सही राह का चुनाव करना चाहिए। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपने अंक पत्र और प्रमाणपत्रों को सुरक्षित रखें, क्योंकि ये आगे उनकी शैक्षणिक और व्यावसायिक यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
अंत में, हम समस्त विद्यार्थियों को उनके परिणाम के लिए शुभकामनाएँ देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।
बहुत अच्छा परिणाम है। इससे पता चलता है कि छात्रों ने मेहनत की है। अब आगे की योजना बनाना शुरू कर दो।
93.83%? अरे भाई ये तो अब तक का सबसे ज्यादा है... लेकिन क्या ये सच में सबकी मेहनत का नतीजा है या बस पास करने के लिए पास कर दिया गया? 😅
परिणाम घोषित हो गया है, और यह एक महत्वपूर्ण बिंदु है। लेकिन यह भी सोचना चाहिए कि क्या अंक ही सब कुछ हैं? क्या बच्चों की रुचि, क्षमता, और भावनाएँ भी नहीं मायने रखतीं?
लड़कियों की उत्तीर्णता लड़कों से 3.18% ज्यादा? अरे ये तो बोर्ड ने जानबूझकर अंक बढ़ाए हैं। लड़कों को तो बस गाड़ी चलाना आता है, पढ़ाई नहीं।
डिजिलॉकर पर परिणाम देखना सबसे आसान तरीका है। मैंने अपना अंक पत्र डाउनलोड कर लिया है। अब इसे प्रिंट करके फाइल में रख दिया है। भविष्य में कहीं न कहीं काम आएगा।
ये जो 93.83% है वो बस एक नंबर है... 🤔 असली सवाल ये है कि इनमें से कितने बच्चे असल में समझ पाए हैं? नहीं तो बस याद करके लिख दिया... 📚😭
अच्छा हुआ कि परिणाम आ गया! अब बस एक बात याद रखो: जो भी आया, वो तुम्हारा अभिमान है। अगर अच्छा आया तो बधाई, अगर नहीं आया तो फिर से कोशिश करो। तुम्हारी कोशिश ही तुम्हारी जीत है।
93.83% बढ़ा दिया। अब बोर्ड ने पास कराने का रिकॉर्ड बना लिया। अब देखो बच्चे भर्ती हो जाएंगे इंजीनियरिंग में और फिर भी नहीं समझेंगे कि फिजिक्स क्या है।
लड़कियां ज्यादा पास हुईं? ये तो बोर्ड का नियम है कि लड़कियों को ज्यादा अंक देने हैं। ये सिर्फ एक नाटक है। असली पढ़ाई तो बाद में शुरू होती है।
इतना पास हो गया तो अब बोर्ड क्या करेगा? अगले साल 100% कर देगा? ये सब बस एक धोखा है। बच्चों को नहीं बताया जा रहा कि दुनिया इतनी आसान नहीं है।
मैंने देख लिया। अच्छा आया। अब जाने दो। अगर अंक अच्छे नहीं आए तो भी कोई बात नहीं। जिंदगी तो अभी शुरू हुई है।
मैंने देखा नहीं अभी। क्योंकि मुझे नहीं लगता कि इस बार भी मैं पास हुआ हूँ। बस इंतजार है।
ये सब एक बड़ा फर्ज़ी खेल है। बोर्ड के अंदर कोई न कोई लोग अंक बढ़ा रहे हैं। इसके बाद तो अब डिजिटल डॉक्यूमेंट्स भी गलत होंगे। डिजिलॉकर भी है ना बस बनाया हुआ है।
परिणाम केवल एक पल का रिकॉर्ड है। ये तुम्हारी क्षमता नहीं बताता। ये तो बस एक तालिका है। असली जीत तो तब होती है जब तुम अपने लक्ष्य के लिए आगे बढ़ते हो।
महाराष्ट्र बोर्ड के रिजल्ट की रिपोर्टिंग में अब डिजिटल इंटीग्रेशन और डेटा ट्रांसपेरेंसी के लिए अतिरिक्त लेयर्स जोड़े जाने चाहिए, ताकि एक एक्सप्लिसिट असेसमेंट मॉडल के जरिए एडवांस्ड लर्निंग आउटकम्स को ट्रैक किया जा सके।
मैंने देखा, मैंने अंक पत्र डाउनलोड किया। अब देखते हैं कि अगला कदम क्या है।
मुझे लगता है कि जब हम बच्चों को बस अंकों के आधार पर तुलना करते हैं, तो हम उनकी वास्तविक क्षमताओं, उनके व्यक्तित्व, उनकी रुचियों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, और यह बहुत खतरनाक है, क्योंकि एक छोटे से अंक के आधार पर एक बच्चे का पूरा भविष्य तय हो जाता है, जबकि वह तो बस एक बच्चा है, जिसे जीवन के बहुत सारे पहलू अभी तक नहीं मिले हैं।