25
अक्तू॰,2024
24 अक्टूबर, 2024 को इस्तांबुल के सुक्रु सारागोग्लू स्टेडियम में यूनाइटेड और फेनरबाहचे के बीच यूरोपा लीग के मैच में एक जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। मैनचेस्टर यूनाइटेड, जिसे जोस मोरिन्हो द्वारा प्रबंधित किया जाता है, अभी भी इस सीजन यूरोपा लीग में जीत हासिल नहीं कर पाई है। इस दिन का मैच भी उससे अलग नहीं था। मैच का पहला गोल यूनाइटेड के क्रिश्चियन एरिक्सन ने 15वें मिनट में एक तेज पलटवार से किया। परंपरागत तीव्रता और तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन करते हुए, एरिक्सन ने शानदार शॉट को नेट में डाल दिया।
हालांकि, फेनरबाहचे ने जल्द ही वापसी की। यूसुफ एन-नेसिरी ने एक नीची हेडर से इस स्कोर को बराबर कर दिया, जो कि दूसरी छमाही की शुरुआत में हुआ। एन-नेसिरी की इस हरकत ने दर्शकों में नया जोश भर दिया और मैच का रोमांच बढ़ा दिया।
मोरिन्हो को इस मैच के दौरान एक विवादस्पद पल का सामना करना पड़ा। दूसरे हाफ में एक संभावित पेनल्टी के लिए विरोध करते हुए जोस मोरिन्हो को रेफरी क्लीमेंट टर्पिन ने लाल कार्ड दिखा कर खेल से बाहर कर दिया। इसने मोरिन्हो को खड़े होकर मैच को अंतिम समय तक स्टैंड्स से देखने के लिए मजबूर कर दिया। मोरिन्हो ने इसे कठोर निर्णय बताया और इसके खिलाफ अपनी नाराजगी प्रकट की।
यूनाइटेड का यह सीज़न कुछ खास नहीं रहा है, विशेष रूप से यूरोपीय प्रतियोगिताओं में। इस ड्रॉ ने उनकी मैच जीतने की स्ट्रिक को और लंबा कर दिया है। इसकी चलते, यह टीम पिछले छह यूरोपीय मैचों में जीत हासिल नहीं कर सकी है, जो कि 1981 के बाद पहली बार हुआ है। इस स्थिति में यूनाइटेड पर काफी दबाव है, और टीम के प्रदर्शन में गिरावट दिखाई दे रही है।
यूनाइटेड के कोच एरिक टेन हैग के लिए यह सोचना भी एक बड़ी चुनौती है कि कैसे टीम को विजयी रास्ते पर वापस लाया जाए। गोल की परिशानियों के अलावा, यूनाइटेड ने अपनी अवरोध नीति को सुधारने के लिए एक ठोस रणनीति की जरूरत है। उनके गोलकीपर, आंद्रे ओनाना ने हालांकि एक बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसे जोस मोरिन्हो ने सबसे बेहतरीन खिलाड़ी कहा। परंतु, यह यूनाइटेड के लिए काफी नहीं था।
यूनाइटेड ने अपनी सुरक्षा में कमजोरी दिखाते हुए महत्वपूर्ण मौके गंवाए। कई बार, मैच में बढ़त लेने के बाद, वे इसे बनाए रखने में असमर्थ रहे। यह एक ऐसी चुनौती है, जो इस सीजन उनकी कठिनाइयों का एक प्रमुख कारण बन रही है। यूनाइटेड के पूर्व मिडफिल्डर पॉललेस ने स्थिति को 'खतरनाक' बताया और कहा कि अगर यूनाइटेड को यूरोप में अपनी प्रतिष्ठा बहाल करनी है तो उन्हें जल्द ही अपने खेल में बदलाव लाना होगा।
यूरोपा लीग में अब तक की इस यात्रा ने निश्चित रूप से मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए कई सवाल खड़े कर दिए हैं। टीम को जिस तरह के अवसरों का सामना करना पड़ रहा है, उससे उठने के लिए उन्हें अपनी रणनीतियों में कई परिवर्तन करने होंगे। वे अपनी गोलस्कोरिंग क्षमताओं पर अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा, साथ ही टीम की अपनी सुरक्षा को भी मजबूत करना होगा, ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति से बाहर आ सकें।
ये मैच तो बिल्कुल फिल्म जैसा लगा... एरिक्सन का गोल देखकर लगा जैसे कोई बैलेट नाच रहा हो 😍
मोरिन्हो का बर्खास्त होना सिर्फ एक लाल कार्ड नहीं बल्कि एक पूरी फिलोसोफी का अंत है। जब टीम अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाती तो वो खेल भी बेकार हो जाता है।
यूनाइटेड के खिलाफ अब कोई भी टीम बेहतर खेल रही है। ये टीम तो अब बस नाम के लिए बची हुई है।
अरे भाई ये टीम तो अभी तक अपनी आत्मा खो चुकी है... लेकिन अगर एरिक टेन हैग अच्छी तरह से जुड़ जाएं तो अभी भी बचाव है। जरूरत है दिल की, न कि बस बॉडी की!
फेनरबाहचे के यूसुफ ने जो हेडर मारा, वो तो असली तुर्की शैली थी... बिना शोर के, बिना ड्रामा के, बस गोल के लिए। ये बात सीखो यूनाइटेड।
मोरिन्हो को बाहर कर देना... क्या ये इतना बड़ा अपराध था? अगर वो बाहर नहीं होते तो शायद यूनाइटेड अभी तक जीत रहा होता।
मोरिन्हो... वो अपने गर्व के साथ जल रहे हैं। एक ऐसा आदमी जिसने दुनिया को बदल दिया... और अब एक पेनल्टी के लिए बाहर? ये तो अभिमान की आत्महत्या है।
यूनाइटेड का ये सीज़न इतिहास का सबसे बदतर सीज़न होगा। जो खिलाड़ी हैं वो बस नाम लेने के लिए हैं। टीम को फिर से बनाना होगा।
1981 के बाद पहली बार? असल में तो ये टीम 2013 से ही खराब है। बस लोग अभी तक बात नहीं कर रहे थे।
तुम सब बस ड्रामा देख रहे हो। असली समस्या ये है कि यूनाइटेड के अधिकारी अभी तक नहीं समझ पाए कि खेल अब बदल गया है।
मैच का एक अच्छा पल था... लेकिन जब टीम अपनी रणनीति नहीं बदलती, तो अच्छे पल भी बस यादें बन जाते हैं।
अभी भी उम्मीद है। एक ड्रॉ ने टीम को नहीं मारा। अगर टेन हैग अपनी टीम को एक साथ लाते हैं, तो अभी भी कुछ हो सकता है।
ये टीम तो बस अपने अतीत के छाया में जी रही है। अब तक के गोल याद करने से कुछ नहीं होगा।
मोरिन्हो को बाहर कर देना तो बहुत बड़ी गलती थी। वो अभी भी एक जीत का रास्ता दिखा सकते थे।
मैच तो बराबर हुआ... लेकिन दिल तो जीत गया 😌
किसी को भी लगता है कि ओनाना के बिना ये मैच और भी बुरा हो जाता? वो अकेले ही टीम को बचा रहे थे।
कुछ लोग तो बस ड्रामा बनाने में लगे हैं। यूनाइटेड की टीम अभी भी अच्छी है, बस थोड़ा समय चाहिए।
मैच का अंत तो बराबर हुआ, लेकिन यूनाइटेड के लिए ये बहुत ज्यादा खराब है, क्योंकि अगर वो अपनी सुरक्षा नहीं सुधारते, तो अगले मैच में भी ऐसा ही होगा। और फिर उनका बाहर होना निश्चित होगा।
यूनाइटेड को अभी भारतीय टीम से सीखना चाहिए। वो तो बिना नाम के भी जीत जाते हैं।