जब हम भारी बारिश, अधिक वर्षा जो जलस्रोतों को ओवरफ़्लो कर देती है और बाढ़ की स्थिति बनाती है. Also known as सुपर मोनसून, it जल चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और कृषि, शहरों तथा बुनियादी ढाँचे पर सीधे असर डालता है। भारत में मानसून का साक्ष्य अक्सर तेज़ बारिश में दिखता है, पर जब यह लगातार कई दिनों तक रहती है तो निचे के रिश्ते तनाव में आ जाते हैं।
इस मौसम की गंभीरता को समझना आसान नहीं है, इसलिए हम कुछ मुख्य घटकों पर रोशनी डालते हैं। पहला है IMD, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, जो भारी बारिश की भविष्यवाणी और चेतावनी जारी करता है। उनका मॉन्सून रेज़िम क्लासिक मॉडल अब रीयल‑टाइम रडार और उपग्रह डेटा से सपोर्ट होता है, जिससे क्षेत्रों में टॉप‑डिज़ास्टर प्रीवेंशन संभव हो रहा है। दूसरा घटक है बाढ़, जब नदियों, तालाबों या जलाशयों की क्षमताओं से अधिक पानी जमा हो जाता है। बाढ़ का आर्थिक नुकसान हर साल अरबों में तब्दील हो जाता है और जनजीवन पर बड़ा असर पड़ता है। तीसरा, हाल ही में चर्चा में आया बंगाल湾 तूफ़ान, एक समुद्री सिस्टम जो राजस्थान सहित कई राज्यों में 7 दिन की भारी बारिश की चेतावनी देता है। इस तूफ़ान की प्रगति के कारण राजस्थान में कई जिलों में जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे किसान और स्थानीय प्रशासन को तैयारी करनी पड़ती है। अंत में, जलाशय, बड़े बांध या टैंक जो बारिश के पानी को संग्रहीत करके भविष्य में उपयोग के लिये रखते हैं के स्तर का मॉनिटरिंग भी बेहद जरूरी है; 2025 में कई जलाशयों का स्तर 90% से ऊपर था, जिससे अगले महीने संभावित फटे या तट अव्यवस्था के जोखिम बढ़े।
इन चार मुख्य एंटिटीज़ के बीच कई सिद्धांत जुड़े हैं: भारी बारिश इन्फ्लुएंसेस IMD से आती है, IMD की चेतावनी बाढ़ जोखिम को उजागर करती है, और बंगाल湾 तूफ़ान जैसी विशेष घटनाएँ इस जोखिम को कई गुना बढ़ा देती हैं। साथ ही, जलाशय की स्थितियों का सही प्रबंधन पानी के संचयन को नियंत्रित करके बाढ़ को घटा सकता है। इन संबंधों को समझकर स्थानीय प्रशासन, किसान और आम नागरिक जागरूकता बढ़ा सकते हैं, राहत के कदम जल्दी ले सकते हैं और आर्थिक नुकसान को सीमित कर सकते हैं।
अगले भाग में आप देखेंगे विभिन्न समाचार लेख जो इन सभी पहलुओं को कवर करते हैं – IMD के अलर्ट, बाढ़ के आँकड़े, बंगाल湾 तूफ़ान की भविष्यवाणी और जलाशय की स्थिति। चाहे आप मौसम विज्ञान में रुचि रखते हों, खेती‑बाड़ी से जुड़े हों या सिर्फ़ अपने घर की सुरक्षा की सोच रहे हों, यहाँ आपको वह जानकारी मिलेगी जो आपको तैयार रहने में मदद करेगी। आइए, अब इस संग्रह में गहराई से देखते हैं।
प्रादेशिक मौसम केंद्र नई दिल्ली ने 4 अक्टूबर को नारंगी‑पीली चेतावनी जारी की, पंजाब‑राजस्थान में भारी बारिश और अरब सागर में चक्रवात "शक्ति" के असर को बताया।
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