अगर आप खेल के पीछे काम करने वाले लोगों में दिलचस्पी रखते हैं, तो ये पेज आपके लिए है। यहाँ आपको क्रिकेट, फुटबॉल और दूसरे खेलों के कोचिंग स्टाफ से जुड़ी नई नियुक्तियों, बदलावों और टीम पर उनके प्रभाव की पूरी जानकारी मिलेगी। हम हर खबर को आसान भाषा में बताते हैं ताकि आप तुरंत समझ सकें कि नया कोच क्या लाएगा.
हाल ही में कई बड़े खेल संगठनों ने कोचों को बदला है। उदाहरण के तौर पर, BCCI ने 2025 की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट्स में शर्यस अय्यार और ईशान किशन को वापस लाया, जबकि रौहित शर्मा और विराट कोहली को A+ श्रेणी में रखा। इस तरह की घोषणा अक्सर टीम के प्रदर्शन पर सीधा असर डालती है – नए कोच का रणनीतिक सोच या फिटनेस प्लान खिलाड़ी की फॉर्म को बदल सकता है.
फ़ुटबॉल जगत में भी हलचल है। चेल्सी ने वेस्ट हैंम को 2-1 से हराया और इस जीत के पीछे कोचिंग स्टाफ की नई टैक्टिक का बड़ा हाथ था। वहीं, ला लीगा में एस्पेनयोल ने रियल मैड्रिड को हरा कर अपने कोच की डिफेंस पॉलिसी की तारीफ़ करवाई। इन बदलावों से पता चलता है कि एक कोच टीम के खेलने के तरीके को पूरी तरह बदल सकता है.
जब कोई नया कोच आता है, तो सबसे पहले खिलाड़ी अपनी भूमिका में बदलाव देखते हैं। उदाहरण के लिये IPL 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स ने शार्दुल ठाकुर को नई भूमिका दी, जिससे टीम की बॉलिंग लाइन‑अप मजबूत हुई। इसी तरह, RCB ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ जीत हासिल करने में अपने कोच की प्लानिंग का इस्तेमाल किया – यह दर्शाता है कि रणनीति सही होने पर छोटी‑छोटी चीजें बड़ी जीत बनती हैं.
कोचिंग स्टाफ केवल मैदान तक सीमित नहीं रहता। वे खिलाड़ी की फिटनेस, मनोबल और मीडिया मैनेजमेंट भी संभालते हैं। जब भारत सरकार ने इनकम टैक्स बिल 2025 में नई छूट रखी, तो कई खेल संस्थानों ने कोचों को वित्तीय प्लानिंग सिखाने के लिए वर्कशॉप आयोजित किए – इससे खिलाड़ी अपना ध्यान केवल गेम पर ही नहीं बल्कि अपनी आर्थिक सुरक्षा पर भी लगा पाए.
समाचार दृष्टी पर आप इन सभी बदलावों की पूरी जानकारी रोज़ पा सकते हैं। चाहे वह क्रिकेट में नई बॉलिंग कोच की घोषणा हो, या फुटबॉल क्लब के तकनीकी निर्देशक का इंटरव्यू – हर चीज़ यहाँ सरल शब्दों में लिखी गई है. इसलिए अगर आप खेल के पीछे की कहानी जानना चाहते हैं, तो इस टैग पेज को फ़ॉलो करें और अपडेट रहें.
भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, जो कमर की चोट से जूझ रहे हैं, पेरिस 2024 ओलंपिक्स के बाद सर्जरी कराने का फैसला किया है। इस चोट ने उनकी प्रदर्शन क्षमता को काफी प्रभावित किया है। नीरज ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक्स में पुरुषों के भाला फेंक फाइनल में सिल्वर मेडल जीता। उनके कोचिंग टीम में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
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