क्या आप थकान महसूस कर रहे हैं या बार‑बार बीमार पड़ते हैं? छोटे‑छोटे बदलाव से आपका स्वास्थ्य कई गुना सुधर सकता है. इस लेख में हम रोज़मर्रा की सरल आदतों को देखेंगे जो आपके शरीर और दिमाग दोनों को ताज़ा रखेंगे.
भोजन का चयन सबसे बड़ा कारक है. कोशिश करें कि हर प्लेट में प्रोटीन, फाइबर और स्वस्थ वसा मिलें. सुबह का नाश्ता हल्का लेकिन पोषक हो – दालिया, फल या अंडे से बना ओट्स बेस्ट रहेगा. दोपहर में बहुत तैलीय चीज़ों की जगह सब्जी‑दाल के साथ चावल या रोटी ले सकते हैं. शाम को स्नैक के तौर पर भुने हुए मुँगे, नारियल पानी या दही बेहतर विकल्प है.
शक्कर और प्रोसेस्ड फूड से दूर रहना ज़रूरी है. अगर मीठा चाहिए तो शहद या खजूर का उपयोग करें. एक गिलास पानी में नींबू डालकर पीने से हाइड्रेशन भी बढ़ेगा और पेट साफ रहेगा.
व्यायाम को ज़रूरी मीटिंग समझें, चाहे 10‑15 मिनट के लिए ही क्यों न हों. सुबह उठते ही हल्का स्ट्रेच या योग से शरीर जाग जाता है. अगर समय कम है तो तेज़ चलना, सीढ़ियाँ चढ़ना या घर में जंप रोप जैसे कार्डियो एक्सरसाइज़ चुन सकते हैं.
हफ्ते में दो‑तीन बार शक्ति प्रशिक्षण जोड़ें – पुश‑अप, स्क्वाट और प्लैंक. ये मसल्स को टोन करने के साथ-साथ कैलोरी बर्न भी बढ़ाते हैं. व्यायाम करते समय संगीत सुनना या दोस्त के साथ वॉक करना मज़ा दुगना कर देता है.
रात में सोने से पहले हल्की रिलीक्स एक्सरसाइज़, जैसे डीप ब्रेथिंग या मेडिटेशन, तनाव घटाने में मदद करती हैं. नींद का गुणवत्ता बढ़ती है और शरीर रिपेयर मोड में जाता है, जिससे इम्यूनिटी भी मजबूत होती है.
इन दो मुख्य पहलुओं – सही खान‑पान और नियमित व्यायाम – को अपनाकर आप कई रोगों से बच सकते हैं, ऊर्जा लेवल बढ़ा सकते हैं और जीवन की गुणवत्ता सुधार सकती है. याद रखें, बदलाव एक दिन में नहीं होते; छोटे कदम उठाएँ, लगातार रहें और परिणाम खुद दिखेंगे.
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