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जुल॰,2024
कोपा अमेरिका 2024 का मैच जिसे फुटबॉल प्रेमी कभी नहीं भूल पाएंगे। अर्जेंटीना और इक्वाडोर के बीच यह मुकाबला बेहद रोमांचक और तनावपूर्ण रहा, जिसमें दोनों टीमों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। खेल की शुरुआत हो जाने के कुछ ही मिनट बाद, यह साफ हो गया था कि मुकाबला एकतरफा नहीं होने वाला। इक्वाडोर की टीम, जिसे सामान्यतः कमजोर माना जाता है, ने जोरदार शुरुआत की और अर्जेंटीना को दबाव में डाल दिया।
पहले हाफ में, इक्वाडोर ने अपने मजबूत और आक्रामक खेल से अर्जेंटीना को हैरान कर दिया। उनके कप्तान, केन्द्री पायज और सरमेन्तो ने आक्रमण में बेहतरीन तालमेल दिखाया और अर्जेंटीना के डिफेंस को बार-बार चुनौती दी। दूसरी ओर, अर्जेंटीना की टीम भी उन्हें हल्के में नहीं ले रही थी। उनके अनुभवी खिलाड़ी लियोनेल मेसी लगातार मौके तलाश रहे थे। 34वें मिनट में, अर्जेंटीना को आखिरकार सफलता मिली। मेसी के द्वारा लिया गया एक शानदार कॉर्नर किक, जिसे एलेक्सिस मैक एलिस्टर ने आगे बढ़ाते हुए, लिसांड्रो मार्टिनेज ने गोल में तबदील कर दिया। इस गोल ने अर्जेंटीना को 1-0 की महत्वपूर्ण बढ़त दिला दी।
दूसरे हाफ में, इक्वाडोर ने अपनी गति को बरकरार रखा और कई बार अर्जेंटीना के डिफेंस को चौंकाया। दोनों टीमों के बीच जबरदस्त प्रतिद्वंद्विता देखने को मिली। इक्वाडोर की टीम ने दमदार आक्रमण करने की हर संभव कोशिश की, लेकिन अर्जेंटीना की रक्षात्मक पंक्ति बेहद सशक्त रही। मैसी और उनके साथी खिलाड़ियों ने भी कई बार गोल करने के अवसर बनाए, लेकिन इक्वाडोर के गोलकीपर ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सभी हमलों को नाकाम कर दिया। खेल का नियमित समय समाप्त होने के बाद, दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं, जिससे यह मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में चला गया।
पेनल्टी शूटआउट में, हर किसी की नजरें अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी लियोनेल मेसी पर थीं। लेकिन, पहले पेनल्टी पर वह चूक गए। यह एक बड़ा झटका था, क्योंकि मेसी को अपने शानदार प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। इसके बाद टीम के अन्य खिलाड़ियों ने दबाव को झेलते हुए सफल पेनल्टी किक्स ली। अर्जेंटीना के गोलकीपर 'डिबु' मार्टिनेज ने अद्भुत खेल दिखाया और इक्वाडोर के खिलाड़ियों की कई पेनल्टियाँ बचाईं। आखिर में, अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से जीत दर्ज की और टूर्नामेंट के अगले राउंड में प्रवेश किया।
अर्जेंटीना की इस जीत के बाद, खिलाड़ी और प्रशंसक दोनों जश्न में डूब गए। यह जीत उनके लिए विशेष महत्व रखती है क्योंकि उन्होंने एक कठिन मैच में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। टीम को अब अगले मैच के लिए तैयारियाँ करनी होंगी। कोच और खिलाड़ियों ने इस जीत के बाद तुरंत ही अगले मैच के रणनीति पर विचार करना शुरू कर दिया है। अर्जेंटीना की टीम पर विजेता बनने का दबाव रहेगा, लेकिन उन्होंने जिस तरह से यह मैच जीता, उससे यह साफ है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
वाह यार, ये मैच तो फिल्म की तरह था! मेसी का पेनल्टी चूकना तो सबको हैरान कर दिया, लेकिन बाकी खिलाड़ियों ने दिखा दिया कि टीम अकेला नहीं होती। डिबु का गोलकीपिंग तो बस ओवरड्रामा था, लेकिन अच्छा ओवरड्रामा। इक्वाडोर ने जो लड़ाई लड़ी, वो इतिहास बन गई।
अर्जेंटीना की जीत तो अपने आप में निश्चित है, लेकिन इक्वाडोर ने जो दिखाया, वो भारत के फुटबॉल टीम को सीख देने वाला है। हम तो अभी भी एशियाई कप में भी फेल हो रहे हैं, ये लोग तो कोपा अमेरिका में टॉप टीम को दबाव में डाल रहे हैं। भारत को भी इतनी जुनून से खेलना सीखना चाहिए।
मैच का टाइमिंग बिल्कुल बेहतरीन था। पहले हाफ में इक्वाडोर का आक्रामक खेल, फिर मेसी का कॉर्नर जिससे गोल बना, और फिर दूसरे हाफ में डिफेंस का जबरदस्त खेल। लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बात तो ये रही कि मेसी चूकने के बाद भी टीम ने उन्हें नहीं छोड़ा। ये टीमवर्क की असली ताकत है। अगर हर टीम इतना एकजुट हो जाए, तो फुटबॉल और भी खूबसूरत हो जाएगा।
अरे यार, ये सब तो बस एक बड़ा धोखा है। मेसी का पेनल्टी चूकना? वो तो अपने नाम के लिए कर रहे थे। और डिबु के गोलकीपिंग को अद्भुत कह रहे हो? ये तो बस इक्वाडोर के शूट्स बहुत बुरे थे। अगर वो थोड़ा बेहतर शूट करते, तो अर्जेंटीना तो बस एक गोल से बच गई होती। और ये सब जश्न क्यों? ये तो बस एक राउंड जीत गए, टूर्नामेंट तो अभी शुरू हुआ है। ये लोग तो बस एक छोटी जीत पर धमाका कर रहे हैं। अगर अर्जेंटीना असली चैंपियन होती, तो ये मैच 4-0 से जीत जाती।
मेसी ने पहला पेनल्टी चूका... लेकिन फिर भी टीम ने जीत ली... वाह यार... ये तो बस एक फिल्म है... असली जिंदगी में ऐसा कभी नहीं होता... लेकिन ये है फुटबॉल... ये है जादू... इक्वाडोर ने तो दिल जीत लिया... बस एक गोल कम था... अर्जेंटीना के लिए बहुत बड़ी बात है... अगला मैच भी ऐसा ही हो जाए... अमेरिका में ये जश्न बहुत खूबसूरत लग रहा है... बहुत बहुत बधाई...