यूक्रेन पर रूसी हमले के चलते एक नई सहयोग कड़ी बनती दिखाई दे रही है, जिसमें उत्तर कोरिया भी शामिल हो गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने हाल ही में अपनी चिंताओं को सार्वजनिक किया कि उत्तर कोरिया अपने नागरिकों को रूसी सेना की सहायता के लिए भेज रहा है। यह नया घटनाक्रम रूस और उत्तर कोरिया के बीच के संबंधों को पहले से अधिक गहराई में धकेल रहा है।
ज़ेलेंस्की ने अपने रविवार के वीडियो संबोधन में इस नये सहयोग पर ज़ोर दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि इसके चलते रूस की सैन्य ताकत बढ़ती जा रही है। उन्होने यह भी कहा कि अभी केवल हथियारों की आपूर्ति नहीं बल्कि रूस की सेना में शामिल हुए उत्तर कोरियाई सैनिक पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने पश्चिमी देशों से आग्रह किया कि वे यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों के लिए मदद करें, ताकि वे रूसी ठिकानों को निशाना बना सकें।
यूक्रेनी खुफिया सूत्र ने पुष्टि की है कि कुछ उत्तर कोरियाई नागरिक रूस की सेना के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इनकी भूमिका मुख्यत: इन्जीनियरिंग मदद देने और खुफिया जानकारी साझा करने की है। यह भी बताया जा रहा है कि पूर्वी यूक्रेन में कुछ उत्तर कोरियाई नागरिक हताहत हो चुके हैं। हालांकि, क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इन दावों को "एक और कल्पना" करार दिया है, किन्तु दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया सेवा इन दावों को राज़दार और संजीदा मान रही है।
दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने एक संसदीय रक्षा ऑडिट के दौरान घोषित किया कि उत्तर कोरियाई अधिकारी और सैनिक यूक्रेन में हताहत हो चुके हैं, और इसकी संभावना कई विभिन्न कारकों के आधार पर वास्तविक है। उन्होंने कहा कि नियमित सैनिकों की अधिक तैनाती का संभावना प्रबल है, जिससे लगता है कि रूस और उत्तर कोरिया ने किसी प्रकार का सैन्य अनुसंधान गठजोड़ तैयार किया है। वह दर्शाते हैं कि उत्तर कोरिया और रूस का यह नया रिश्ता एक नई ऊँचाई तक पहुँचा है।
रूस और उत्तर कोरिया के संबंध तब से अधिक मजबूत हो गए हैं जबसे रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है। जून में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उत्तर कोरिया दौरे के दौरान, दोनों देशों ने सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके एक-दूसरे की सैन्य मदद करने का संकल्प लिया है यह एक ऐसा रक्षा समझौता है जो इन दोनों लोकतंत्र विरोधी देशों को एक साथ लाया है। पुतिन ने अपने दौरे के दौरान यह भी कहा कि दोनों देशों का रिश्ता एक "नए स्तर" पर बढ़ रहा है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने पुतिन के दौरे से पहले यह घोषणा की थी कि वे रूस के सामने आई चुनौतियों में पूरी तरह उनके समर्थन और एकजुटता की भावनाओं को रखते हैं। इस संवाद से पता चलता है कि उत्तर कोरिया अब खुलकर रूस का समर्थन कर रहा है और यूक्रेन में रूसी सैन्य कार्रवाई को उसकी संप्रभुता, सुरक्षा, और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के प्रयास के रूप में देख रहा है।
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