13
जुल॰,2024
भारतीय क्रिकेट टीम ने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए पाचं मैचों की श्रृंखला के चौथे टी20आई मैच में 10 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। यह मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला गया, जहां पर पहले टॉस जीतकर भारत ने गेंदबाज़ी का फैसला किया। टीम की यह जीत श्रृंखला में 3-1 की बढ़त दिलाने वाली है।
इस मुकाबले में ज़िम्बाब्वे ने 153 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसे भारतीय टीम ने बिना कोई विकेट खोए हुए है हासिल कर लिया। भारतीय ओपनर्स ने शानदार प्रदर्शन किया और तेज़ी से अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया।
यशस्वी जायसवाल ने इस मैच में बेहद प्रभावित किया। उन्होंने 93 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें उनके बल्ले से कई खूबसूरत शॉट्स निकले। दूसरे छोर पर खड़े शुभमन गिल ने भी उनका शानदार साथ दिया और 58 रनों की पारी खेली।
दोनों बल्लेबाज़ों ने संयम और आक्रामकता का सही मिश्रण प्रस्तुत किया। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह देखने वाला नजारा था। यशस्वी जायसवाल के आक्रामक शॉट्स ने ज़िम्बाब्वे के गेंदबाज़ों पर दबाव बनाए रखा और एक शानदार प्रदर्शन किया।
भारतीय गेंदबाज़ों ने भी अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। अभिषेक शर्मा, शिवम दुबे, वाशिंगटन सुंदर और तुषार देशपांडे सभी ने विकेट चटकाए और विरोधी टीम को कम स्कोर पर रोका।
लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया और अपनी स्पिन गेंदबाज़ी से बल्लेबाज़ों को काबू में रखा। भारतीय गेंदबाज़ों ने अपनी रणनीति का सही तरीके से पालन किया और ज़िम्बाब्वे की टीम को बड़ा स्कोर बनाने से रोका।
ज़िम्बाब्वे की ओर से सिकंदर रज़ा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 46 रनों की पारी खेली जिसमें तीन छक्के और दो चौके शामिल थे। उनके अलावा कोई अन्य बल्लेबाज़ बड़ी पारी नहीं खेल सका और ज़िम्बाब्वे की टीम 153 रनों पर सिमट गई।
सिकंदर रज़ा के शानदार बल्लेबाज़ी के बावजूद टीम को वह सहयोग नहीं मिला जिसकी आवश्यकता थी। उनके अलावा किसी ने भी बड़ी पारी नहीं खेली और टीम को अंत में हार का सामना करना पड़ा।
यह जीत भारतीय टीम के लिए श्रृंखला की तीसरी जीत है, जिससे भारतीय टीम ने 3-1 की बढ़त प्राप्त कर ली है। इस जीत से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा है और यह टीम के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है।
भारतीय टीम ने इस मैच में हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन किया, चाहे वह बल्लेबाज़ी हो, गेंदबाज़ी हो या फिर क्षेत्ररक्षण। सभी खिलाड़ियों ने अपनी भूमिकाओं को बखूबी निभाया और टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अब भारतीय टीम की नज़रें श्रृंखला के अंतिम मैच पर हैं और वे इसे जीतकर श्रृंखला को 4-1 से जीतना चाहेंगे। दर्शकों को उम्मीद है कि अंतिम मैच में भी भारतीय टीम का प्रदर्शन उतना ही शानदार रहेगा।
बहुत बढ़िया मैच था। यशस्वी ने तो दिल जीत लिया। ऐसा लगा जैसे बल्ला चाकू बन गया हो।
अरे ये तो ज़िम्बाब्वे वालों का बस एक बड़ा सा गुनहगार बन गया... सिकंदर रज़ा के बाद कोई बल्लेबाज़ बस टीवी देख रहा था। और हाँ, भारत की गेंदबाज़ी? बिल्कुल जैसे गेंद बॉक्स में घूम रही हो।
यशस्वी ने जो किया वो बहुत बढ़िया था और शुभमन भी अच्छा खेला लेकिन ज़िम्बाब्वे के गेंदबाज़ तो बस खाली जगह थे और भारत ने उन्हें बिना दबाव के निकाल दिया
अरे ये तो बस एक टी20 मैच है जहाँ बल्लेबाज़ी का जादू दिखाया गया। लेकिन असली क्रिकेट तो ओवर-बाउंड्री वाला खेल है। ये लोग तो बस बैटिंग के नाम पर एक लंबा सा गेम खेल रहे हैं।
और रवि बिश्नोई का स्पिन? बस एक बहाना है। अगर ये ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते तो शायद तीन ओवर में ही बाहर हो जाते।
वाह वाह वाह!!! यशस्वी ने तो बिल्कुल जैसे बल्ला लेकर डांस कर दिया!!! और शुभमन भी बहुत अच्छा खेला!!! गेंदबाज़ों ने तो ज़िम्बाब्वे को बस एक बार में गिरा दिया!!! भारत की टीम तो अब बस जीतती जा रही है!!! अंतिम मैच भी जीतेंगे!!! बहुत बढ़िया!!!
ये मैच भारत के लिए बहुत खास था, क्योंकि यहाँ हमने न सिर्फ जीत दर्ज की, बल्कि अपनी नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को भी देखा। यशस्वी और शुभमन ने दिखाया कि हमारी टीम का भविष्य बहुत चमकदार है।
और गेंदबाज़ी का तो बस जादू था! रवि बिश्नोई का स्पिन, अभिषेक का गति, शिवम का लेगस्पिन - सबने एक दूसरे को सपोर्ट किया।
ज़िम्बाब्वे के लिए भी ये एक सीख थी - एक बल्लेबाज़ के साथ टीम नहीं बनती, एक पूरी टीम को चाहिए।
मैं तो अब अंतिम मैच का इंतज़ार कर रहा हूँ। उम्मीद है कि भारत इसे भी जीतकर श्रृंखला को 4-1 से बंद करेगा।
और हाँ, इस जीत के बाद देश में क्रिकेट के प्रति जुनून फिर से जग रहा है। ये बस एक मैच नहीं, ये एक अहसास है।