31
मई,2024
वर्ल्ड नो टोबैको डे हर साल 31 मई को मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को तंबाकू के सेवन से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति जागरूक करना है। तंबाकू का उपयोग एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती के रूप में सामने आया है, जो कई निवार्य बीमारियों और मौतों का कारण बनता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य तंबाकू छोड़ने के प्रयासों को प्रेरित करना और तंबाकू उपयोग को रोकने के लिए प्रभावी नीतियों का समर्थन करना है।
तंबाकू उपयोग से अनेक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जो पूरे शरीर को प्रभावित करती हैं। तंबाकू सेवन का सबसे गंभीर प्रभाव श्वसन तंत्र पर पड़ता है। डॉ. प्रतिभा डोगरा, जो कि मारेंगो एशिया अस्पताल, गुरुग्राम में पलमोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन की वरिष्ठ सलाहकार हैं, का कहना है कि तंबाकू के सेवन से क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), फेफड़ों का कैंसर और अन्य श्वसन समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसके अलावा, हृदय संबंधी समस्याएं जैसे एथेरोस्लेरोसिस, बढ़ी हुई हृदय गति और उच्च रक्तचाप का भी तंबाकू सेवन से गहरा संबंध है। हृदय संबंधी समस्याएं अंततः हृदय रोग का जोखिम बढ़ाती हैं।
तंबाकू का सेवन कई प्रकार के कैंसर का कारण बनता है। फेफड़ों के कैंसर के अलावा, तंबाकू का सेवन मौखिक, गले, अन्नप्रणाली और मूत्राशय के कैंसर के जोखिम को भी बढ़ाता है। मौखिक कैंसर, विशेष रूप से, उन लोगों में अधिक पाया जाता है जो कि तंबाकू का चबाने वाला रूप उपयोग करते हैं।
तंबाकू सेवन का प्रजनन स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है। महिलाएं जो तंबाकू का सेवन करती हैं वे गर्भधारण करने में कठिनाई का सामना करती हैं और गर्भावस्था के दौरान विभिन्न समस्याओं का सामना करती हैं। इसके अलावा, तंबाकू सेवन से जन्मजात विकृतियों और नवजात शिशुओं में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का भी जोखिम बढ़ता है।
तंबाकू छोड़ने से स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। तंबाकू का सेवन छोड़ने के तुरंत बाद, श्वसन और हृदय प्रणाली में सुधार होना शुरू हो जाता है। फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार देखा जाता है और हृदय रोग का जोखिम कम हो जाता है। तंबाकू छोड़ने से कैंसर का जोखिम भी कम हो जाता है। इसके अलावा, प्रजनन क्षमता में सुधार होता है और गर्भावस्था संबंधित समस्याओं का जोखिम कम हो जाता है।
सरकारें तंबाकू उपयोग को कम करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और नीतियाँ लागू कर रही हैं। तंबाकू उत्पादों पर उच्च कर से लेकर सार्वजनिक स्थलों पर तंबाकू सेवन पर प्रतिबंध जैसी नीतियाँ शामिल हैं। इसके साथ ही, तंबाकू उत्पादों पर चेतावनी संदेश और चित्र भी लगवाए जा रहे हैं। सरकारें स्कूल और समुदाय स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चला रही हैं ताकि युवा पीढ़ी तंबाकू के सेवन के जोखिमों को समझ सके और इससे बच सके।
अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और तंबाकू के नुकसानदायक प्रभावों से बचें। इस वर्ल्ड नो टोबैको डे पर, तंबाकू छोड़ने का संकल्प लें और एक स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएँ। तंबाकू मुक्त संसार की दिशा में हम सभी का एक छोटा सा कदम एक बड़ा फर्क ला सकता है। इस प्रयास में हम सभी को साथ मिलकर काम करना होगा।
ये सब सरकारी नीतियाँ बस दिखावा है जबकि असली समस्या तो ये है कि तंबाकू उत्पादों की बिक्री से राज्यों को लाखों का राजस्व मिलता है और वो इसे छोड़ना नहीं चाहते
मैंने अपने अनुभव से देखा है कि जब लोग तंबाकू छोड़ने का फैसला करते हैं, तो उन्हें व्यवसायिक सहायता और सामाजिक समर्थन की आवश्यकता होती है। निकोटिन प्रतिस्थापन थेरेपी और काउंसलिंग के साथ, उनकी सफलता की संभावना 300% तक बढ़ जाती है।
तंबाकू खराब है। छोड़ दो।
तुम लोग इतना बड़ा ड्रामा क्यों बना रहे हो? मैंने 30 साल तक धूम्रपान किया और अभी भी जिंदा हूँ। तुम सब बस डर लगाकर लोगों को नियंत्रित करना चाहते हो
जब मैंने पहली बार धूम्रपान शुरू किया, तो मुझे लगा कि ये मेरी आत्मा का एक हिस्सा है... लेकिन जब मैंने इसे छोड़ा, तो मैंने अपनी सांसों की आज़ादी महसूस की। जिंदगी का रंग वापस आ गया। ये सिर्फ एक आदत नहीं, ये एक जीवन बदलने का रास्ता है।
मैं अपने दोस्त के साथ बैठकर एक बार धूम्रपान करता था... अब वो नहीं है। बस एक बार अच्छी बात नहीं होती। ये चीज़ तुम्हारी ज़िंदगी का एक बहुत बड़ा हिस्सा खा जाती है।
हमारी संस्कृति में धूम्रपान का इतिहास है। ये सब पश्चिमी दबाव है। हम अपनी परंपराओं को बरकरार रखें। तंबाकू बुरा नहीं है, बस इसे समझो।
मैंने अपने चाचा को तंबाकू छोड़ने में मदद की थी। उन्होंने योग और ध्यान अपनाया। आज वो बिना सांस लेने में तकलीफ के चलते हैं। बस एक छोटा सा समर्थन और सही जागरूकता काफी है।
सुनो, ये सब तंबाकू छोड़ो वाला नाटक तो बहुत बोरिंग है। क्या आपने कभी सोचा कि अगर हम इसे नियंत्रित करने के बजाय इसे बेहतर बना दें? जैसे कि निकोटिन के बिना तंबाकू के विकल्प? या फिर तंबाकू के साथ एंटीऑक्सीडेंट्स का कॉम्बो? ये सब बस निषेध करने का तरीका है, जिससे लोग और ज्यादा उलटा करते हैं। इसे समझो, न कि डालो।
maine 2 saal pehle tobacco chhoda tha... ab mera lung capacity 30% better hai... aur mera mood bhi stable hai... bas ek baar try karo... sab kuch theek ho jayega :)
जब तुम तंबाकू छोड़ते हो, तो तुम सिर्फ अपनी सेहत नहीं बचाते, बल्कि अपने बच्चों को भी एक नया जीवन देते हो। ये सिर्फ एक आदत नहीं, ये एक विरासत है। आज ही फैसला करो। तुम इसे कर सकते हो। 💪
क्या तंबाकू खराब है? हाँ। लेकिन क्या हम इसे निषेध करके इंसान को आज़ाद कर सकते हैं? शायद नहीं। आज़ादी का मतलब है अपनी गलतियों का फैसला लेना। हमें जागरूकता देनी चाहिए, न कि डर देना।
जब मैंने तंबाकू छोड़ा तो मुझे लगा जैसे मैंने अपनी ज़िंदगी का एक बहुत बड़ा बोझ उतार दिया 🙏✨ अब हर सांस अलग है... अब हर दिन अलग है... ये बस एक आदत नहीं... ये एक नया जन्म है।
तंबाकू के विरुद्ध आंदोलन... एक नियंत्रित जागरूकता का निर्माण... जो अंततः व्यक्तिगत स्वतंत्रता के खिलाफ एक नए तरीके का उपयोग करता है। यह एक ऐसा अभियान है जो लोगों को अपनी चेतना से बाहर निकालने का प्रयास कर रहा है। जागो।