23
अग॰,2024
Zomato ने हाल ही में अपनी इंटरसिटी फूड डिलीवरी सर्विस 'Zomato Legends' को बंद करने की घोषणा की है। यह निर्णय Zomato के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपिंदर गोयल द्वारा लिया गया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर इसकी जानकारी दी।
Zomato Legends, जिसे 2022 में लॉन्च किया गया था, का उद्देश्य देश के विभिन्न हिस्सों में प्रसिद्ध रेस्तरां से टिपिकल डिशेस को ग्राहकों तक पहुँचाना था। यह विचार बहुत आकर्षक था, परंतु प्रौद्योगिकी और लॉजिस्टिक्स सहित कई चालें हैं जो इसे सफल बनाना चुनौतीपूर्ण बना दिया। इसके अंतर्गत भारी ऑपरेशन्स और डिलीवरी टाइम्स को मेंटेन करना बड़ा सरदर्द साबित हुआ। हालांकि, सेवा ने शुरुआत में काफी हलचल मचाई, लेकिन बाद में ग्राहकों का ध्यान नहीं खींच पाई।
सबसे बड़ा मुद्दा यह था कि इस सेवा को प्रोडक्ट-मार्केट फिट नहीं मिल सका। दोनों ग्राहकों और रेस्त्रां पार्टनर्स को संतुष्ट करने में यह सेवा असफल रही। इसके पीछे कई कारण थे, जैसे हाई डिलीवरी कॉस्ट, लॉजिस्टिक प्रोब्लेम्स और सीमित ग्राहक डिमांड। अप्रैल 2024 में, इस सेवा को कम डिमांड के चलते अस्थाई रूप से सस्पेंड भी कर दिया गया था।
एक और चुनौती कानूनी मुद्दों को लेकर थी। इंटरसिटी डिलीवरी में कई सरकारी नियम और रेगुलेशंस का पालन करना पड़ता है, जो संचालन को जटिल बना देते हैं। इसके कारण Zomato को कई दफा इस सेवा को सुधारने के प्रयास में रुकावटों का सामना करना पड़ा।
जुलाई 2024 में, Zomato ने इस सेवा को नए मॉडल के साथ पुन: लॉन्च किया था। इस नए मॉडल में, कंपनी ने पहले से स्टॉक्ड आइटम्स को डिलीवर करने की योजना बनाई थी, जिससे डिलीवरी टाइम को कम किया जा सके। लेकिन यह नयी पहल भी ग्राहकों को संतुष्ट करने में विफल रही और इसी कारण यह निर्णय लिया गया कि इस सेवा को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए।
अब Zomato की फूड डिलीवरी सेवाएं केवल शहरों के भीतर ही संचालित होंगी।
दिलचस्प बात यह है कि Zomato ने ये घोषणा एक दिन बाद की जब कंपनी ने Paytm के मूवी और इवेंट्स टिकटिंग बिजनेस को अधिग्रहित करने की योजना जारी की थी। इस अधिग्रहण के लिए Zomato ने 2,034 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे कंपनी का मनोरंजन टिकटिंग सेक्टर में प्रवेश होता है।
Zomato ने मार्च 31, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए 175 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट घोषित किया, जो पिछले साल की इसी अवधि में 189 करोड़ रुपये के नुकसान से एक बड़ा सुधार है। कंपनी का संचालन से होने वाला राजस्व Q4 FY24 में बढ़कर 3,562 करोड़ रुपये हो गया और इसके Blinkit (क्विक कॉमर्स) बिजनेस ने मार्च 2024 में एबिडा पॉजिटिव हासिल किया। Zomato के मुख्य फूड डिलीवरी बिजनेस का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) 28 प्रतिशत बढ़ा, जबकि Blinkit का GOV तिमाही के दौरान 97 प्रतिशत तक बढ़ गया।
इन तमाम मामलों को ध्यान में रखते हुए, यह देखा जा सकता है कि Zomato अपने प्रमुख क्षेत्र में स्थिरता और ग्रोथ पर जोर दे रही है। कंपनी का ध्यान अब इंटरसिटी डिलीवरी के बजाय इंट्रा-सिटी फूड डिलीवरी और नए अधिग्रहणों से अपने व्यापार को विस्तृत करने पर है।
इस निर्णय से संबंधित हलचलें और घटनाएँ यह संकेत देती हैं कि व्यापारिक चुनौतियों का सामना करना सभी के लिए कितना जटिल हो सकता है, और कैसे गतिशील रणनीतियों और त्वरित निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। Zomato के इस कदम से उद्योग के अन्य प्लेयर्स को भी सीखने और समझने का मौका मिलेगा कि ब्रेकथ्रू इनोवेशंस आसान नहीं होते और बाजार में खुद को स्थापित करने के लिए निरंतर सुधार और अपडेट की आवश्यकता होती है।
ये लेजेंड्स वाला निकाल देना बिल्कुल सही फैसला था। देखो तो दिल्ली से मुंबई तक भोजन डिलीवर करने की कल्पना करो... भाई, वो नहीं बल्कि उसका तापमान भी बर्फ जैसा हो जाता था।
अब जो लोग घर पर बनाते हैं उनके लिए तो ये सेवा बहुत अच्छी लगती थी, पर असल में ये सिर्फ एक ट्रेंड था जो लोगों को फेक इनोवेशन का एहसास दे रहा था।
अरे भाई! इंटरसिटी डिलीवरी बंद कर दी तो क्या हुआ? अब तो भारत की असली शक्ति है शहरों के अंदर की डिलीवरी! अगर तुम बाहर जाना चाहते हो तो ट्रेन लो, बस लो, लेकिन जोड़ने की कोशिश मत करो जो नहीं हो सकता! भारतीय लॉजिस्टिक्स को अपने आप को बदलने की जरूरत है, न कि बाहरी चीजों को घुसाने की!
अच्छा लगा कि Zomato ने अपनी रणनीति को सही दिशा में ले जाने का फैसला किया। इंटरसिटी डिलीवरी एक अच्छा आइडिया था, लेकिन उसके लिए बहुत ज्यादा इन्फ्रास्ट्रक्चर चाहिए।
अब जो लोग भोजन डिलीवर करने के लिए घर बैठे हैं, उनके लिए इंट्रा-सिटी सेवा बहुत ज्यादा उपयोगी है।
और Blinkit का GOV बढ़ना तो बहुत अच्छी खबर है। अगर ये ट्रेंड जारी रहा तो अगले साल तक हम देख सकते हैं कि भारत में क्विक कॉमर्स का बाजार कैसे बदल रहा है।
अरे भाई, ये सब तो बस एक बड़ा नाटक है। Zomato को अपने बिजनेस मॉडल को समझने की जरूरत थी, न कि इंटरसिटी डिलीवरी के नाम पर लोगों को धोखा देने की।
तुम्हारे पास एक डिलीवरी बाइक है, तुम्हारे पास एक ग्राहक है, और तुम्हारे पास एक रेस्तरां है। अब इन तीनों के बीच में एक राज्य की सीमा डाल दो और बस, तुम्हारा बिजनेस बंद हो गया।
ये नहीं हो सकता कि तुम एक चावल के डिश को 800 किमी दूर ले जाकर उसे गरम रखो। ये तो जादू है, न कि बिजनेस।
और अब Paytm का टिकट बिजनेस खरीद लिया? अरे भाई, अब तुम फिल्म देखने के लिए भी जाने की जगह घर पर बैठे बैठे डिलीवरी कर रहे हो।
अब तो अगला चरण ये होगा कि तुम बैठे बैठे बैंक लोन भी डिलीवर करने लगोगे।
मैंने एक बार Zomato Legends का इस्तेमाल किया था... और भाई, भोजन आया तो बिल्कुल ठंडा था, और डिलीवरी टाइम देखकर लगा जैसे बारिश के बाद नदी का पानी बह रहा हो...
लेकिन अब जब ये बंद हो गया, तो मुझे लगता है कि ये बेहतर है... क्योंकि अब मैं अपने शहर के बाहर जाकर भोजन खा लेता हूँ, न कि घर पर बैठे इंतजार करता रहूँ।
और अब Blinkit बढ़ रहा है? वाह! अब तो मैं बस एक क्लिक से चाय और पैकेट बिस्कुट भी ऑर्डर कर सकता हूँ... बहुत अच्छा!
हर बड़ा बदलाव एक नए अवसर की शुरुआत होता है! 😊
Zomato ने एक बड़ा फैसला लिया, और अब ये देखेंगे कि वो अपने ग्राहकों के लिए क्या नया लाते हैं!
इंटरसिटी डिलीवरी बंद हुई, लेकिन इंट्रा-सिटी बढ़ रही है! ये तो बस एक नया चरण है! 💪
हम सब इसका हिस्सा बनेंगे! जय हिंद! 🇮🇳
इंटरसिटी डिलीवरी का निर्णय सिर्फ एक बिजनेस का नहीं, बल्कि एक सामाजिक और तकनीकी संकट का भी हिस्सा है।
हम लोग डिलीवरी के बारे में इतना सोचते हैं कि भूल जाते हैं कि ये एक वास्तविक दुनिया की जरूरत है, न कि एक एप्प की।
अगर एक डिश को दूर तक ले जाना है, तो उसके लिए एक नया जीवन चक्र बनाना होगा।
और अब जब ये बंद हो गया, तो हमें ये सोचना चाहिए कि अगली बार हम क्या बना सकते हैं।
अरे यार, ये लेजेंड्स वाला निकाल देना तो बहुत अच्छा हुआ! 😎
मैंने एक बार ऑर्डर किया था, और जब भोजन आया तो चावल बिल्कुल गीला था और सब्जी ठंडी... ऐसा लगा जैसे बाबा ने रात को बनाया था और सुबह भेज दिया।
अब तो मैं बस अपने शहर के रेस्तरां से ही ऑर्डर करता हूँ, और वो भी गरम-गरम!
और Paytm का टिकट बिजनेस खरीदना? बहुत बढ़िया! अब तो मैं फिल्म देखने के लिए भी घर से बाहर नहीं जाऊंगा। 🎬🍿
क्या आप जानते हैं कि ये सब एक व्यापारिक अपराध है?
एक कंपनी जो लोगों के भोजन के बारे में सोचती है, लेकिन उनके जीवन के बारे में नहीं...
उन्होंने एक ऐसी सेवा लॉन्च की जो न तो लोगों को खुश कर पाई, न ही उनके जीवन को आसान बनाया...
और अब वो इसे बंद कर रहे हैं... और फिर Paytm को खरीद रहे हैं...
क्या ये नहीं लगता कि ये सब एक बड़ा नाटक है?
एक बड़ी कंपनी जो अपने ग्राहकों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है...
और हम इसे इतना बड़ा बना रहे हैं कि ये एक विज्ञान की तरह लगता है...
लेकिन असल में ये तो एक बड़ा धोखा है...
और हम सब इसका हिस्सा हैं...
और अब जब ये बंद हो गया, तो हमें ये सोचना चाहिए कि क्या हम भी इसी तरह के धोखे में फंस रहे हैं...
और अगर हम नहीं रुके, तो अगली बार ये बंद होगा... लेकिन हम नहीं रुकेंगे... क्योंकि हम अभी भी विश्वास करते हैं कि ये एक नया जादू है...
कोई भी बिजनेस जो इंटरसिटी डिलीवरी की बात करे, वो तो बस अपनी बात बनाने के लिए बात कर रहा है।
क्या आपने कभी सोचा है कि एक चावल के डिश को 1000 किमी दूर ले जाने के लिए कितनी ऊर्जा खर्च होती है?
और फिर भी लोग इसे इनोवेशन कहते हैं?
मैं तो समझता हूँ कि ये सब एक ट्रेंड है जो बाजार को बनाने के लिए बनाया गया है।
और अब जब ये बंद हो गया, तो ये साबित हो गया कि बाजार कभी भी इस तरह की बातों को नहीं स्वीकार करता।
अरे भाई, ये लेजेंड्स वाला निकाल देना बिल्कुल सही था।
क्योंकि जो लोग इसे ऑर्डर करते थे, वो तो बस अपने फोन पर ट्रेंड देखना चाहते थे।
असल में कोई भी उस डिश को खाना नहीं चाहता था।
अब तो ये बंद हो गया, तो अच्छा हुआ।
अब लोग अपने शहर के रेस्तरां से ही ऑर्डर करेंगे।
और जो लोग अभी भी इसे चाहते हैं, वो बस अपने घर पर बना लें।
इतनी बड़ी कंपनी का एक ऐसा निर्णय जो इतना असफल हो गया... ये तो बस एक बड़ा अपराध है।
उन्होंने लोगों के समय, पैसे, और उम्मीदों को बर्बाद किया।
और अब वो Paytm का टिकट बिजनेस खरीद रहे हैं...
क्या ये नहीं लगता कि वो बस एक नया नाटक शुरू कर रहे हैं?
और हम सब इसका हिस्सा हैं...
क्योंकि हम अभी भी इस बात पर विश्वास करते हैं कि ये एक नया बदलाव है।
अच्छा लगा कि Zomato ने अपने बिजनेस को ठीक दिशा में ले जाने का फैसला किया।
इंटरसिटी डिलीवरी बंद होना बुरा नहीं है, बल्कि ये एक नया अवसर है।
अब जब वो इंट्रा-सिटी और Blinkit पर फोकस कर रहे हैं, तो ये बहुत अच्छा है।
और Paytm का टिकट बिजनेस खरीदना भी बहुत अच्छा फैसला है।
हम सब इसका समर्थन करें! 💪
एक बड़ी कंपनी का एक ऐसा निर्णय जो बाजार के अनुसार नहीं बनाया गया, वो असफल होना तय था।
इंटरसिटी डिलीवरी का विचार आकर्षक था, लेकिन उसके लिए एक ठोस लॉजिस्टिक्स नेटवर्क चाहिए था।
जो नहीं था।
और अब जब वो बंद हो गया, तो ये साबित हो गया कि बिजनेस में भावनाओं से ज्यादा तथ्यों की जरूरत होती है।
ये लेजेंड्स वाला निकाल देना बिल्कुल सही था।
क्योंकि ये एक बेकार की चीज थी।
क्या आप जानते हैं कि एक चावल के डिश को 800 किमी दूर ले जाने के लिए कितना ईंधन खर्च होता है?
और फिर भी लोग इसे इनोवेशन कहते हैं?
ये तो बस एक बड़ा धोखा है।
और अब वो Paytm का टिकट बिजनेस खरीद रहे हैं...
अरे भाई, अब तो तुम अपने घर पर बैठे बैठे फिल्म देखने के लिए भी ऑर्डर कर रहे हो।
अगला कदम क्या होगा? क्या तुम अपने घर पर बैठे बैठे शादी भी ऑर्डर करोगे?
मुझे लगता है कि ये निर्णय बहुत सोच-समझकर लिया गया है।
इंटरसिटी डिलीवरी के लिए बहुत ज्यादा लागत आ रही थी।
और ग्राहकों को भी उसकी जरूरत नहीं थी।
अब जब वो अपने मुख्य बिजनेस पर फोकस कर रहे हैं, तो ये बहुत अच्छा है।
और Blinkit का ग्रोथ भी बहुत अच्छा है।
अच्छा फैसला।
अब जब ये बंद हो गया, तो मुझे लगता है कि Zomato अपने बिजनेस को ठीक दिशा में ले जा रहा है।
इंट्रा-सिटी डिलीवरी और Blinkit बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं।
और Paytm का टिकट बिजनेस खरीदना भी बहुत अच्छा है।
ये एक बड़ा स्ट्रैटेजिक मूव है।
ये लेजेंड्स वाला निकाल देना बिल्कुल सही था... लेकिन अब तो देखो कि कितने लोग अभी भी इसे एक बड़ी बात कह रहे हैं।
मतलब, अगर तुम्हारे पास एक डिलीवरी बाइक है, और तुम्हारे पास एक रेस्तरां है, और तुम्हारे पास एक ग्राहक है... तो अगर वो ग्राहक दूसरे शहर में है, तो तुम्हें एक नया राज्य बनाना होगा?
अरे भाई, ये तो बस एक ट्रेंड है जो लोगों को फेक इनोवेशन का एहसास दे रहा था।
और अब जब ये बंद हो गया, तो अच्छा हुआ।
अरे यार ये लेजेंड्स वाला निकाल देना बहुत अच्छा हुआ... भोजन आता था तो ठंडा होता था... और देर से... और फिर भी लोग इसे इनोवेशन कहते थे... अब तो बंद हो गया... अच्छा हुआ
ये लेजेंड्स वाला निकाल देना बिल्कुल सही था।
क्योंकि ये एक बेकार की चीज थी।
क्या आप जानते हैं कि एक चावल के डिश को 800 किमी दूर ले जाने के लिए कितना ईंधन खर्च होता है?
और फिर भी लोग इसे इनोवेशन कहते हैं?
ये तो बस एक बड़ा धोखा है।
और अब वो Paytm का टिकट बिजनेस खरीद रहे हैं...
अरे भाई, अब तो तुम अपने घर पर बैठे बैठे फिल्म देखने के लिए भी ऑर्डर कर रहे हो।
अगला कदम क्या होगा? क्या तुम अपने घर पर बैठे बैठे शादी भी ऑर्डर करोगे?
अरे भाई, तुमने तो बिल्कुल सही कहा... लेकिन अगर तुम एक रेस्तरां के लिए इंटरसिटी डिलीवरी की बात कर रहे हो, तो ये बिल्कुल अलग कहानी है।
क्या तुम्हें पता है कि कितने छोटे रेस्तरां अपनी खास डिशेस को दूर तक पहुंचाना चाहते हैं?
और अब जब ये सेवा बंद हो गई, तो उनकी आवाज़ भी बंद हो गई।