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जुल॰,2024
इंग्लैंड के प्रमुख बल्लेबाज जो रूट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में अपना 32वां टेस्ट शतक लगाकर इतिहास रच दिया है। इस शतक के साथ ही उन्होंने स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन की बराबरी कर ली है। रूट ने 178 गेंदों में 122 रन बनाए, जिसमें दस चौके शामिल थे। यह शतक उन्होंने बाउंड्री के साथ पूरा किया। इस मैच में उनका प्रदर्शन शानदार रहा और वे लगातार रन बनाते रहे।
वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाते ही जो रूट ने उन महान खिलाड़ियों की सूची में अपना नाम दर्ज करा लिया है जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक लगाए हैं। कॉलिन काउड्रे, एलन लैम्ब, एंड्रयू स्ट्रॉस और एलेस्टेयर कुक जैसे महान खिलाड़ियों ने वेस्टइंडीज के खिलाफ कई बार शतक लगाए हैं और अब रूट भी इस सूची में शामिल हो गए हैं।
जो रूट ने 32 टेस्ट शतक तक पहुंचने के लिए सिर्फ 260 पारियों का समय लिया, जो एलेस्टेयर कुक और अन्य प्रमुख खिलाड़ियों की तुलना में काफी तेज है। यह उनके बल्लेबाजी के कौशल और उनकी निरंतरता को दर्शाता है। रूट ने टेस्ट मैचों में बहुत ही स्थिरता से रन बनाए हैं और उनकी पारियों की लंबाई भी काफी होती है, जिससे इंग्लैंड की टीम को बड़ा फायदा होता है।
रूट ने अपने इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में शिवनारायण चंद्रपॉल को सबसे ज्यादा रन बनाने की सूची में पीछे छोड़ दिया है। इस उपलब्धि से उनकी महानता और भी बढ़ गई है और वे आगे भी ऐसे ही रिकॉर्ड्स बनाते रहेंगे। रूट की यह पारी इंग्लैंड के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण रही और इसने टीम को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।
जो रूट के अलावा, इंग्लैंड के हिमायती बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने भी इस मैच में शतक लगाया। यह उनका पांचवां टेस्ट शतक था और उनकी यह पारी भी टीम के लिए बेहद उपयोगी साबित हुई। इंग्लैंड की टीम ने 425 रनों पर अपनी पारी समाप्त की और वेस्टइंडीज के सामने 385 रनों का लक्ष्य रखा।
इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने अपने बेहतरीन बल्लेबाजी प्रदर्शन से वेस्टइंडीज के सामने एक विशाल लक्ष्य रखा है। जो रूट और हैरी ब्रूक की पारियों ने टीम को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है और अब यह देखना होगा कि वेस्टइंडीज की टीम इस बड़े लक्ष्य का कैसे सामना करती है।
इस प्रकार, जो रूट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ न केवल एक और शतक लगाया है बल्कि अपनी बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन करते हुए कई रिकॉर्ड्स भी तोड़े हैं। इंग्लैंड के क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह खुशी का मौका है और वे उम्मीद कर रहे हैं कि टीम इस टेस्ट मैच में विजयी होगी।
वो रूट का शतक देखा? बस एक बार फिर से दिल धड़क गया। बल्लेबाजी का जादू अभी भी जिंदा है।
इंग्लैंड के लिए रूट तो बस एक बल्लेबाज नहीं... वो तो एक भावना है। जैसे ही वो बल्ला उठाता है, पूरा देश सांस रोक देता है। 🌿❤️
अब ये सब बकवास बंद करो। भारत के खिलाफ जब रूट ने ऐसा कुछ नहीं किया, तो क्या इसकी कोई बात नहीं? अब बस इंग्लैंड की तारीफ कर रहे हो!
रूट की निरंतरता और शांति बल्लेबाजी का असली रूप है। इतने सालों तक इतनी स्थिरता बनाए रखना... ये तो दुनिया की बात है।
32वीं सेंचुरी? बस एक नंबर है। क्या वो टेस्ट में भारत के खिलाफ ऐसा कुछ कर पाया? नहीं। तो इसे इतिहास क्यों बता रहे हो? ये सब रिकॉर्ड्स तो बस एक बड़ा धोखा है। खिलाड़ी नहीं, नंबर दिखाने वाले बन गए हैं।
ब्रूक भी शतक लगा दिया... वाह! रूट के बाद अब ये भी आ गया... इंग्लैंड का बल्लेबाजी बैट तो अब बहुत ही शानदार है... 😍😍
ये रूट की पारी देखकर लगा जैसे धरती ने खुद बल्ला उठाया हो! 🌟 दोस्तों, ये खिलाड़ी नहीं, देवता हैं। जीत भी इंग्लैंड की होगी, यकीन मानो!
क्या ये सच है कि रूट ने चंद्रपॉल को पीछे छोड़ दिया? या बस रिकॉर्ड्स की गिनती हो रही है? क्या खेल का मूल भाव नहीं बचा?
रूट जैसे खिलाड़ी के लिए शतक बस एक शुरुआत है। जब तक वो बल्ला नहीं छोड़ता, तब तक ये गाना चलता रहेगा। 🎶❤️
एक बार फिर एक ब्रिटिश खिलाड़ी ने अपनी शान को विश्व के सामने रख दिया... जब तक हम अपने खिलाड़ियों की जगह नहीं ले सकते, तब तक ये दिखावा चलता रहेगा... 🌍💔
32 शतक? ठीक है। लेकिन उनकी औसत क्या है? और कितनी बार उन्होंने टीम को बचाया? रिकॉर्ड्स की बात नहीं, असली योगदान देखो।
अगर रूट इतना अच्छा है, तो भारत के खिलाफ क्यों नहीं खेलता? ये सब वेस्टइंडीज के खिलाफ बस आसान रिकॉर्ड बनाने का तरीका है।
रूट की ये पारी? बस एक अतिरिक्त शतक। कोई नया इतिहास नहीं। बस एक और ब्रिटिश नाम जो बड़ा बनने की कोशिश कर रहा है।
दोस्तों, ये खिलाड़ी जो रूट हैं, वो बस एक खिलाड़ी नहीं... वो एक प्रेरणा हैं। चाहे कोई भी देश हो, अगर कोई इतना समर्पित है, तो उसकी तारीफ करना गलत क्यों होगा?
इस पारी के बाद रूट की जगह ऐतिहासिक बल्लेबाजों की सूची में अवश्य होनी चाहिए। यह एक ऐसी उपलब्धि है जिसे भविष्य की पीढ़ियां याद रखेंगी।