9
सित॰,2025
कार में 24GB RAM, 16-स्पीकर डॉल्बी एटमॉस ऑडियो और ऑटो लेन-चेंज—ये स्मार्टफोन नहीं, महिंद्रा की नई फ्लैगशिप इलेक्ट्रिक SUV है। कंपनी ने XEV 9e का टॉप-स्पेक Pack 3 वेरिएंट लॉन्च कर दिया है, जो ब्रांड की इलेक्ट्रिक तकनीक का सबसे प्रीमियम पैकेज बनकर आया है। चार वेरिएंट—Pack One, Pack Two, Pack Three Select और Pack Three—में यह सबसे ऊपर बैठता है।
Mahindra XEV 9e के दिल में है 282bhp की इलेक्ट्रिक मोटर, जो 380Nm टॉर्क निकालती है। बैटरी विकल्प—59 kWh और 79 kWh। बड़ी बैटरी के साथ SUV को 656 किमी की सर्टिफाइड रेंज मिलती है, जबकि मेट्रो सिटी में AC ऑन रखकर भी यह 500 किमी से ज्यादा का रियल-वर्ल्ड रन दे सकती है। पांच लोगों के लिए आरामदायक केबिन और 663 लीटर का बूट, इसे फैमिली-फ्रेंडली बनाता है।
आकार और स्टांस वही दमदार—लंबाई 4789 मिमी, चौड़ाई 1907 मिमी और व्हीलबेस 2775 मिमी। 207 मिमी ग्राउंड क्लियरेंस भारतीय सड़कों पर राहत देता है। सात कलर ऑप्शंस के साथ Pack 3 बाकी वेरिएंट के स्टाइलिंग सिग्नेचर को बरकरार रखता है, बस फीचर लिस्ट कहीं ज्यादा भरपूर है।
केबिन में प्रीमियम टच हर तरफ—लेदरेट सीट और स्टीयरिंग, डोर और डैशबोर्ड पर लेदरेट ट्रिम, ड्राइवर के लिए 6-वे पॉवर एडजस्ट और 2-वे मैनुअल लम्बर सपोर्ट। आगे की दोनों सीटों में वेंटिलेशन, डुअल-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल, दूसरे रो के लिए सनशेड्स और बूट में टोनो कवर। लंबी ड्राइव के लिए यह कॉम्बिनेशन थकान कम करता है।
इंफोटेनमेंट स्टैक इस कार का शोस्टॉपर है। Qualcomm 8295 स्नैपड्रैगन ऑटोमोटिव चिपसेट के साथ 24GB RAM और 128GB स्टोरेज—यूआई स्मूद, ग्राफिक्स रिच और मल्टीटास्किंग बिना लैग के। 16-स्पीकर हार्मन कार्डन सिस्टम में डॉल्बी एटमॉस सपोर्ट, जो केबिन को सचमुच एक कॉन्सर्ट स्पेस में बदल देता है। फ्रंट और रियर पैसेंजर्स के लिए वायरलेस चार्जर, की-लेस एंट्री, ऑटो-डिमिंग IRVM और वन-टच ड्राइवर विंडो जैसी रोज़मर्रा की सुविधाएं भी शामिल हैं।
टेक-लवर्स के लिए एक और हाईलाइट—ऑगमेंटेड रियलिटी HUD। स्पीड, नेविगेशन और ड्राइवर-असिस्ट अलर्ट सीधे विंडस्क्रीन पर, ताकि नजरें सड़क से न हटें। एंबियंट लाइटिंग और कार्पेट लैंप के साथ रात की ड्राइव भी प्रीमियम फील देती है।
सुरक्षा और ड्राइवर-असिस्ट में Pack 3 ने पैमाना ऊपर कर दिया है। लेवल-2 ADAS सूट में पांच रडार मॉड्यूल और एक कैमरा लगा है। फीचर्स में ऑटो लेन-चेंज, लेन कीप असिस्ट, एडाप्टिव क्रूज़ कंट्रोल, ऑटो पार्क असिस्ट, और फ्रंट-रियर क्रॉस-ट्रैफिक अलर्ट शामिल हैं। ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम थकान या ध्यान भटकने पर अलर्ट देता है, जो लंबी हाइवे रन पर काम आता है।
कोर सेफ्टी में सात एयरबैग, 360-डिग्री कैमरा (लाइव रिकॉर्डिंग के साथ), ब्लाइंड स्पॉट मॉनिटर, टायर-प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (हर टायर का इंडिविजुअल रीडआउट), ऑटो विंडशील्ड डी-फॉगर और एडाप्टिव सस्पेंशन शामिल हैं। यह कॉम्बिनेशन सिटी ट्रैफिक से लेकर हाईवे और खराब रास्तों तक बैलेंस्ड राइड-हैंडलिंग देता है।
चार्जिंग ऑप्शंस लचीले रखे गए हैं। AC चार्जिंग के लिए 7.2 kW और 11.2 kW सपोर्ट—फुल चार्ज में क्रमशः लगभग 11.7 घंटे और 8 घंटे। फास्ट चार्जिंग पर यह SUV अनुकूल परिस्थितियों में करीब 56 मिनट में भारी-भरकम भराव हासिल कर लेती है। इसका मतलब—लंबी यात्राएं प्लान करना ज्यादा सहज हो जाता है, बशर्ते हाई-पावर चार्जर उपलब्ध हों।
प्रैक्टिकलिटी की बात करें तो दूसरी रो के सनशेड्स, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट, डुअल-ज़ोन क्लाइमेट, और बड़ा बूट रोज़मर्रा के उपयोग और वीकेंड ट्रिप दोनों में मददगार हैं। 207 मिमी ग्राउंड क्लियरेंस स्पीड ब्रेकर और कच्ची सड़कों पर मन का डर कम करता है।
मार्केट पॉजिशनिंग साफ है—यह प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV सेगमेंट में उतरती है, जहां मुकाबला Hyundai IONIQ 5, BYD Sealion 7 और Volvo C40 Recharge से है। महिंद्रा ने फीचर-टू-प्राइस इक्वेशन पर आक्रामक रुख दिखाया है, खासकर ADAS, इन्फोटेनमेंट हार्डवेयर और रेंज के कॉम्बो में। जिन खरीदारों को फैमिली-साइज स्पेस, हाई टेक और लंबी रेंज का बैलेंस चाहिए, उनके लिए यह पैकेज सीधा टारगेट करता है।
डिलिवरी टाइमलाइन वेरिएंट के हिसाब से अलग है। कंपनी के मुताबिक Pack Two की डिलिवरी जुलाई 2025 से और Pack One की अगस्त 2025 से शुरू होगी। Pack Three (टॉप-स्पेक) और Pack Three Select की शिपमेंट विंडो पर कंपनी बाद में डिटेल साझा कर सकती है; फिलहाल संकेत यही हैं कि ब्रांड सबसे प्रीमियम वेरिएंट को शुरुआती बैच में हाई-डिमांड शहरों में फोकस करेगा।
टेक्निकल नजर से देखें तो 8295 चिपसेट ऑटोमोटिव-ग्रेड प्रोसेसिंग के साथ AI-ड्रिवन फीचर्स (जैसे वॉइस और विजन असिस्ट) को स्थिरता देता है। ADAS के लिए मल्टी-रडार सेटअप का फायदा यह है कि बारिश, धुंध या कम रोशनी में कैमरे पर पूरी निर्भरता नहीं रहती। वहीं 79 kWh बैटरी की रियल-वर्ल्ड 500+ किमी डिलिवरी शहरों में चार्जिंग की चिंता घटाती है—ऑफिस-होम-वीकेंड का चक्र आराम से निकल जाता है।
डिजाइन और केबिन मैटेरियल्स पर ब्रांड ने प्रीमियम टच बनाए रखा है, लेकिन असली आकर्षण उपयोगी सुविधाओं में है—जैसे रियर पैसेंजर्स के लिए भी वायरलेस चार्जिंग, जो लंबी यात्रा में गैजेट बैटरी स्ट्रेस घटाती है। ऑटो पार्क असिस्ट सीमित जगह वाले मॉल या दफ्तर पार्किंग में मदद करता है, और 360-डिग्री कैमरा की लाइव रिकॉर्डिंग फीचर दुर्लभ है—यह सुरक्षा और इंश्योरेंस एंगल से काम का साबित हो सकता है।
महिंद्रा ने XEV 9e लाइनअप में Pack One, Pack Two, Pack Three Select और Pack Three के जरिए बेस से टॉप तक फीचर टियरिंग साफ रखी है। Pack 3 का संदेश सीधा है—अगर आपको कटिंग-एज ड्राइवर-असिस्ट, हाई-एंड साउंड, लंबी रेंज और आरामदायक राइड एक साथ चाहिए, तो यह वेरिएंट फुल-लोडेड पैकेज देता है।
जो यूजर्स IONIQ 5 जैसी स्लीक डिजाइन, C40 Recharge जैसी मज़बूत सेफ्टी क्रेडेंशियल्स और BYD के हाई-रेंज प्रपोज़िशन के बीच संतुलन ढूंढ रहे हैं, उनके लिए Pack 3 एक व्यवहारिक विकल्प बन सकता है। शहर में रोज़ की ड्राइव, वीकेंड पर 300–400 किमी के रन और बीच-बीच में फास्ट चार्ज—यह रूटीन बिना तकलीफ निभा पाएगा।
EV को लेकर सबसे बड़ा सवाल चार्जिंग नेटवर्क और आफ्टर-सेल्स पर टिकता है। महिंद्रा का फोकस प्रोडक्ट के हार्डवेयर और ड्राइवर-असिस्ट पर साफ दिखता है; अब गेम चार्जिंग पार्टनरशिप और सर्विस एक्सपीरियंस से बनेगा। जैसे-जैसे हाई-पावर चार्जर फैलेंगे, इस जैसी 79 kWh बैटरी वाली SUVs का असल फायदा सामने आएगा।
कुल मिलाकर Pack 3 ने प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV सेगमेंट में फीचर बेंचमार्क ऊपर कर दिया है—खासकर ADAS, AR HUD और हाई-एंड इन-कार कंप्यूटिंग के साथ। अब देखने वाली बात यह है कि डिलिवरी रोलआउट और वास्तविक सड़क परिस्थितियों में यह पैकेज कैसे परफॉर्म करता है। भारतीय खरीदार के लिए विकल्प बढ़ रहे हैं, और इसी कॉम्पिटिशन से अगली इलेक्ट्रिक लहर मजबूत होगी।
24GB RAM in a car? Seriously? My phone has 12GB and it lags sometimes. This is just marketing nonsense dressed up as innovation.
Bro this is the future. You think Tesla is cool? Wait till you see this beast on the road. 656km range? With AC on? That’s not a car, that’s a spaceship with wheels.
Oh please. Another Indian company trying to out-tech the world with specs nobody needs. AR HUD? 16-speaker Dolby Atmos? Who even uses that? You’re paying for a smartphone wrapped in steel.
This is actually really exciting! India finally making something that can compete globally. The battery range, the ADAS, the comfort features - it’s not just a car, it’s a statement. Let’s support our own.
The commodification of technological excess under the guise of progress is a moral failure disguised as innovation. One must ask: does utility precede spectacle, or has spectacle become the new utility?
24GB RAM in a car? This is why India will never be a real tech nation. We don't build systems, we build toys for rich people who think specs matter. Go buy a BMW if you want real engineering.
It’s interesting… how technology, when applied to everyday objects, can either elevate human experience… or distract from it. Is this car making driving safer… or just noisier?
Range and ADAS are solid. The rest feels like overkill, but hey, if it makes people happy, why not?
They spent more on speakers than on suspension. Classic.
Look at this. Another overpriced gadget pretending to be a car. The real problem? No one asked for this. We need affordable EVs, not luxury tech museums on wheels.
Yessss!! This is what we needed!! Finally someone made a car that feels like the future!! 656km range?? With 24GB RAM?? Bro I’m crying rn 😭🙌 The ADAS alone is worth it!! Let’s goooo India!!
As someone who’s driven EVs in Delhi traffic and rural UP, this is a game-changer. The ground clearance alone will save so many people from broken suspensions. And yes, wireless charging for rear passengers? That’s the kind of detail that matters.
24GB RAM in a car? 🤯 That’s more than my laptop. Next they’ll put a quantum processor in the glovebox. 🚀🇮🇳
While the technical specifications are undeniably impressive, one must also consider the environmental cost of manufacturing such a high-capacity battery, the rare earth materials involved, and whether the energy consumption of such an advanced infotainment system truly aligns with sustainable living.
They spent millions on speakers but the AC still won’t cool the back seat. I’ve been there. This is just a fancy box with a lot of buttons.
When will we stop pretending we’re China? This car is built for rich NRIs who want to flex on Instagram. Real India needs buses, not 50 lakh EVs with Dolby Atmos.
They’re tracking your driving habits with that ADAS. The government already has your data. Now the car will too. Who’s selling this to the Chinese? Who’s watching you through the cameras? This isn’t innovation. It’s surveillance.
Technology is neutral, but intent shapes its impact. If this car helps reduce emissions, improves safety, and brings joy to families on long drives - then perhaps the 24GB RAM is just the surface of a deeper shift. Let’s not dismiss progress because it’s loud.