जब इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने 2025‑27 की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप शुरू की, तो सभी शौकीनों ने बड़े दांव की आशा की थी। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम, जिसका नेतृत्व मेरी बेमके (कप्तान) ने किया, ने पहले तीन टेस्ट सीरीज़ में लगातार जीत हासिल करके तालिका के शिखर पर अपना कब्ज़ा बना लिया।
जून 2025 में शुरू हुई इस दो‑वर्षीय लीग में कुल 27 सीरीज़ और 71 मैच होते हैं। अक्टूबर 2025 तक, ऑस्ट्रेलिया ने 36 में से 36 अंक (100 % PCT) हासिल कर ली है। भारत की टीम, जिसके कप्तान रोहित शर्मा हैं, का प्रदर्शन थोड़ा भिन्न‑भिन्न रिपोर्टों में दिखता है। कुछ स्रोतों में भारत को 28 अंक (46.67 % PCT) के साथ तीसरे स्थान पर दिखाया गया, जबकि ICC के आधिकारिक आंकड़ों में इसे 40 अंक (55.56 % PCT) के साथ शीर्ष पर रखा गया। इंग्लैंड के पास 26 अंक (43.33 % PCT) हैं, जिससे वह चौथे या तीसरे स्थान पर हो सकता है, यह डेटा स्रोत पर निर्भर करता है। शेष प्रमुख टीमों में श्रीलंका के पास 16 अंक (66.67 % PCT) के साथ दूसरे स्थान पर कई तालिकाएँ दिखाती हैं, जबकि बांग्लादेश को केवल 4 अंक (16.67 % PCT) मिला है। वेस्ट इंडीज़ ने अब तक चार मैचों में शून्य अंक पाकर 0 % PCT बना रखा है।
मुख्य कारण हैं — मैचों की गणना में अंतर और अनुमानित ओवर‑रेट जुर्माने। कुछ रिपोर्टें केवल पूरी हुई सीरीज़ को ही शामिल करती हैं, जबकि ICC की आधिकारिक टेबल में अभी‑अभी समाप्त हुए टेस्ट को भी माना जाता है। इसके अलावा, ओवर‑रेट के कारण प्रत्येक हानि में एक अंक घटाव लागू हो सकता है, जिससे कुल अंक में मामूली फ़र्क पड़ता है। इस कारण भारत की स्थिति 28 से 40 अंक के बीच बदलती दिखती है।
हर जीत पर 12 अंक, ड्रॉ पर 4‑4 अंक (दोनों टीमों को 4 अंक), टाई पर 6‑6 अंक मिलते हैं, और हार पर कोई अंक नहीं मिलता। सीरीज़ के कुल मैचों की संख्या के अनुसार कुल उपलब्ध अंक बदलता है— दो‑मैच सीरीज़ में 24 अंक, तीन‑मैच में 36 अंक, चार‑मैच में 48 अंक, और पाँच‑मैच में 60 अंक। ओवर‑रेट से पीछे रहने वाले टीम को हर ओवर के लिए एक अतिरिक्त अंक घटाया जाता है। अंतिम रैंकिंग कुल अंक के प्रतिशत (PCT) पर आधारित होती है, जिससे प्रत्येक टीम को समान अवसर मिलता है चाहे उसने कितने मैच खेले हों।
ऑस्ट्रेलिया की परफॉर्मेंस बताती है कि वह घर और बाहर दोनों परिस्थितियों में स्थिर खेल रहा है। अगले महीने न्यूज़ीलैंड की घरेलू श्रृंखला शुरू होने वाली है, जिससे न्यूज़ीलैंड को शुरुआती अंक मिलने का मौका मिलेगा। भारत के लिए अहम मोड़ है अक्टूबर के अंत में नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ मिला भारी जीत, लेकिन उसे शेष दो‑तीन श्रृंखलाएँ जीतनी होंगी ताकि वह शीर्ष दो में जगह बना सके। इंग्लैंड के लिए अभी‑अभी शुरू हुई घर की श्रृंखला महत्वपूर्ण है; यदि वह अपने दो घर मैच जीत लेता है, तो उसकी PCT 50 % से ऊपर जा सकती है। अंत में, 2027 में लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, लंदन पर आयोजित फाइनल दो टीमों के बीच तय होगा, और केवल दो ही दल इस गौरवशाली मंच पर पहुंच पाएँगे।
पहले दो एडिशन में भारत और इंग्लैंड ने क्रमशः 2019‑2021 और 2021‑2023 की लीग जीतकर फाइनल में जगह बना ली थी। लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती तीन जीतों के साथ इतिहास में पहली बार पूर्ण प्रतिशत पर शीर्ष स्थान हासिल किया है। यह दर्शाता है कि टेस्ट क्रिकेट में निरंतरता और ओवर‑रेट का पालन अब पहले से अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस नई अंक‑प्रणाली से छोटे‑छोटे सीरीज़ भी निर्णायक बन सकती हैं, जिससे पारंपरिक ‘हॉम‑एंड‑अवे’ लाभ में संतुलन आया है।
ICC की आधिकारिक तालिका के अनुसार भारत के पास 40 अंक हैं, जिससे उसकी जीत प्रतिशत (PCT) 55.56 % बनती है। कुछ स्थानीय स्रोतों में 28 अंक (46.67 % PCT) दिखाया गया है, जो अभी‑अभी समाप्त हुए टेस्ट को शामिल नहीं करता।
ऑस्ट्रेलिया ने अपने पहले तीन टेस्ट सीरीज़ में सभी मैच जिंक कर 36 में से 36 अंक हासिल किए। जीत पर मिलने वाले 12 अंक और लगातार ड्रॉ या टाई न होने के कारण उनका PCT 100 % रहा, जिससे कोई भी टीम उनसे आसान नहीं हो सकी।
इंग्लैंड के पास 26 अंक हैं, जिससे उसकी PCT 43.33 % है। कुछ आँकड़ों में वह तीसरे स्थान पर दिखा है, जबकि अन्य में चौथे स्थान पर; यह अंतर रिपोर्टिंग विधि पर निर्भर करता है। अगर इंग्लैंड अपनी अगली घरेलू श्रृंखला जीतता है, तो उसकी PCT 50 % से ऊपर जा सकती है।
वर्तमान स्थिति के आधार पर ऑस्ट्रेलिया की टॉप‑पॉज़िशन निश्चित है, और भारत या इंग्लैंड में से जो भी अगले कुछ हफ्तों में अपनी PCT को 50 % से ऊपर लेगा, वह दूसरा फाइनल‑स्थायी बन सकता है। बाकी टीमों को बड़े अंतर को कम करने के लिए तेज़ जीत की जरूरत होगी।
यदि कोई टीम निर्धारित ओवर‑रफ़्ट से पीछे रहती है, तो हर ओवर के लिए उसे एक अंक घटाया जाता है। यह छोटा‑सा कटाव कुल उपलब्ध अंकों में महत्त्वपूर्ण अंतर पैदा कर सकता है, खासकर कम‑मैच वाली सीरीज़ में, जिससे उनकी PCT घटकर रैंकिंग में गिरावट आ सकती है।
ऑस्ट्रेलिया का डॉमिनेंस साफ़ दिख रहा है, पूरी तरह से 100% PCT हासिल किया है। भारत को अब लगातार जीत पर ध्यान देना होगा।