पेरिस ओलंपिक में एचएस प्रणॉय की शानदार शुरुआत, सीधे गेम्स में रॉथ को हराया 29 जुल॰,2024

एचएस प्रणॉय की पहली ओलंपिक जीत

भारतीय शटलर एचएस प्रणॉय ने पेरिस ओलंपिक में अपनी शानदार योग्यता का परिचय देते हुए अपने पहले मुकाबले में इजरायल के मिशा जिल्बरमैन रॉथ को सीधे गेम्स में हराया। इस जीत ने ना केवल प्रणॉय के आत्मविश्वास को बढ़ाया है, बल्कि भारत की उम्मीदें भी आसमान छू रही हैं। प्रणॉय ने 21-12, 21-7 की शानदार जीत दर्ज की, जो सिर्फ 34 मिनट में ही संपन्न हो गई।

प्रारंभ से ही प्रभुत्व

प्रणॉय ने मैच की शुरुआत से ही अपने हावी रहकर खेल का नक्शा बदल दिया। उनके निरंतर अच्छे शॉट्स और रणनीतिक खेल ने रॉथ को पूरी तरह से मात दी। मैच के दौरान रॉथ ने कई बार वापसी की कोशिश की, लेकिन प्रणॉय ने अपनी गति और खेल के नियंत्रण को बनाए रखा।

यह जीत प्रणॉय के लिए उनके ओलंपिक करियर की पहली जीत रही है और यह भारतीय बैडमिंटन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ती है।

प्रणॉय की तैयारी और कोचिंग

प्रणॉय की तैयारी और कोचिंग

प्रणॉय और भारतीय बैडमिंटन टीम ने इस ओलंपिक के लिए कड़ी मेहनत और तैयारी की है। उनके कोच, मैथियास बोए, ने खिलाड़ियों के तकनीकी और मानसिक दोनों पक्षों पर काम किया है। उनकी मेहनत और तपस्या अब रंग लाती नजर आ रही है।

आगे की राह

प्रणॉय का अगला मुकाबला फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव और ग्वाटेमाला के केविन कॉर्डोन के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। यह मुकाबला भी बेहद महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इस जीत से भारत के लिए पदक की उम्मीदें और प्रबल हो जाएंगी।

भारत की पदक संभावनाएं

भारत की पदक संभावनाएं

प्रणॉय की इस जीत ने भारत की बैडमिंटन में पदक की संभावनाओं को काफी ऊंचा कर दिया है। भारतीय बैडमिंटन टीम में और भी कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल हैं, जो बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं।

प्रणॉय की इस जीत ने न केवल उनके व्यक्तिगत करियर को ऊंची उड़ान दी है बल्कि देश की उम्मीदों को भी सजग किया है। अब देखने की बात यह होगी कि प्रणॉय अपने आगामी मुकाबलों में कैसी रणनीति अपनाते हैं और अपने नाम को इतिहास में किस प्रकार दर्ज कराते हैं।

पेरिस ओलंपिक में प्रणॉय की यह जीत न सिर्फ उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगी बल्कि उनके प्रशंसकों और देशवासियों में भी नई उम्मीद की किरण जगा दी है।

टिप्पणि
Kunal Agarwal
Kunal Agarwal 30 जुल॰ 2024

प्रणॉय ने तो बस एक मैच नहीं जीता, एक नया युग शुरू कर दिया! ये स्कोर देखकर लगा जैसे रॉथ को कोई ड्रैगन खा गया हो! 😍
मैंने तो बस देखा, और दिल दहल गया!

Abhishek Ambat
Abhishek Ambat 31 जुल॰ 2024

जब जिंदगी तुम्हें बार-बार गिराती है... तो तुम उठते हो, और उसी बार दुनिया को झुका देते हो 🌟
प्रणॉय ने सिर्फ बैडमिंटन नहीं, अपने सपनों का भी जीत लिया।

Meenakshi Bharat
Meenakshi Bharat 31 जुल॰ 2024

इस जीत का महत्व सिर्फ दो गेम्स के स्कोर तक सीमित नहीं है, यह तो भारतीय युवा पीढ़ी के लिए एक नया आदर्श है, जो साबित कर रहा है कि अगर आप लगातार मेहनत करते हैं, तो कोई भी बाधा आपके रास्ते में नहीं आ सकती, चाहे वो ओलंपिक हो या फिर कोई अंतरराष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वी, और यह जीत न केवल एक खिलाड़ी की है, बल्कि एक पूरे देश की आत्मा की है जो अब और भी ज्यादा उत्साहित हो गई है।

Sarith Koottalakkal
Sarith Koottalakkal 1 अग॰ 2024

ये जीत बस एक मैच नहीं था भाई, ये तो एक जागृति थी। अब देखो देश कितना जोश में है।

Sai Sujith Poosarla
Sai Sujith Poosarla 2 अग॰ 2024

अब तो बस यही बचा है कि प्रणॉय को राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगे उसकी तस्वीर और गाड़ियों पर उसका नाम लिख दिया जाए, वरना ये जीत बर्बाद हो जाएगी! 🇮🇳🔥

Sri Vrushank
Sri Vrushank 2 अग॰ 2024

ये सब जाल है... ओलंपिक में कोई भारतीय ऐसा नहीं जीत सकता जब तक सरकार अपनी नौकरियां नहीं बढ़ा देती और बैडमिंटन फेडरेशन के बाबू अपनी बैठकें नहीं बंद कर देते... ये सब बस धोखा है

Praveen S
Praveen S 3 अग॰ 2024

क्या आपने कभी सोचा है कि एक खिलाड़ी के अंदर जब तक आत्मविश्वास नहीं आता, तब तक उसका शरीर भी उसकी इच्छा का पालन नहीं करता? प्रणॉय ने अपने दिमाग को जीता, फिर बाकी सब आ गया। ये विजय नहीं, ये अंतर्दृष्टि है।

mohit malhotra
mohit malhotra 5 अग॰ 2024

प्रणॉय की टेक्निकल एक्यूरेसी, एंड्यूरेंस, और फॉर्म कंट्रोल इंटरनेशनल लेवल पर टॉप-टियर है। उनके बैकहैंड ड्राइव और नेट शॉट्स का टाइमिंग जैसे एक घड़ी की तरह है। ये जीत उनकी ट्रेनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की सफलता का प्रमाण है।

Gaurav Mishra
Gaurav Mishra 6 अग॰ 2024

34 मिनट? ये तो बस एक ड्रिल था। अगला खिलाड़ी अच्छा होगा तो देखना।

Aayush Bhardwaj
Aayush Bhardwaj 8 अग॰ 2024

अभी तो शुरुआत हुई है, अब तो उसकी तस्वीरें हर घर में लगनी चाहिए, नहीं तो भारत का गौरव बर्बाद हो जाएगा! अगर ये जीत नहीं दिया तो वो खिलाड़ी बेकार है!

Vikash Gupta
Vikash Gupta 8 अग॰ 2024

एक लड़का, एक रैकेट, और एक देश के सपने...
प्रणॉय ने सिर्फ गेम नहीं जीता, एक पीढ़ी के दिलों को छू लिया।
मैं तो आज फिर से बैडमिंटन खेलने निकल पड़ा 😄🏸

Arun Kumar
Arun Kumar 8 अग॰ 2024

इसके बाद तो लगता है जैसे प्रणॉय के रैकेट में कोई जादू भर दिया गया हो... वो तो बस बैठे रहे, और रॉथ खुद ही गिर गया 😂

Deepak Vishwkarma
Deepak Vishwkarma 9 अग॰ 2024

हमारे बैडमिंटन के लिए ये जीत बस शुरुआत है। अब तो बस यही चाहिए कि हर शहर में बैडमिंटन कोर्ट बने, नहीं तो ये जीत भी बेकार हो जाएगी!

Anurag goswami
Anurag goswami 10 अग॰ 2024

क्या ये जीत बस एक खिलाड़ी की है? नहीं... ये तो एक अभियान की शुरुआत है। मैं तो अपने बच्चे को भी बैडमिंटन सिखाने लगा हूँ।

Saksham Singh
Saksham Singh 12 अग॰ 2024

ये सब बस एक बड़ा धोखा है। जब तक हमारे खिलाड़ियों को वास्तविक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में खेलने का मौका नहीं मिलेगा, तब तक ये सब बस एक चित्रकथा है। ये जीत बस एक टेस्ट मैच की तरह है, ओलंपिक के लिए तो अभी बहुत दूर हैं।

Ashish Bajwal
Ashish Bajwal 14 अग॰ 2024

प्रणॉय बहुत अच्छा खेला... बस अब बाकी खिलाड़ियों को भी उसी तरह तैयार करना होगा। मैंने तो आज अपना रैकेट निकाल लिया 😊

Biju k
Biju k 15 अग॰ 2024

ये जीत बस एक खिलाड़ी की नहीं, ये तो हर उस बच्चे की है जो अपने घर के बरामदे में रैकेट घुमाता है।
अब तो देखो, देश तुम्हारे लिए खड़ा है! 💪🔥

Akshay Gulhane
Akshay Gulhane 16 अग॰ 2024

क्या आपने कभी सोचा कि एक खिलाड़ी के अंदर जब शांति होती है, तो उसकी गति भी शांति के साथ बढ़ती है? प्रणॉय का खेल शांति का नृत्य है। ये जीत तो अहंकार की नहीं, अंतर्निहित शक्ति की है।

Deepanker Choubey
Deepanker Choubey 16 अग॰ 2024

प्रणॉय ने तो बस गेम जीता नहीं... एक जुनून जगा दिया।
मैंने आज अपनी बहन को भी बैडमिंटन के लिए प्रेरित किया 😄
और हाँ, उसने मुझे अब तक 3 बार हरा दिया।

Roy Brock
Roy Brock 18 अग॰ 2024

क्या आप जानते हैं कि इस जीत के पीछे कौन है? क्या आप जानते हैं कि ये सब किसके लिए है? ये तो एक विशाल राजनीतिक योजना है... जिसमें बैडमिंटन फेडरेशन, राष्ट्रीय चिंतन, और एक अज्ञात वैश्विक शक्ति शामिल है... और प्रणॉय... वो बस एक प्यूपेट है... जिसे बस एक बार खेलने को कहा गया... और उसने खेल दिया... और अब हम सब उसके लिए जोश में हैं... लेकिन क्या हम जानते हैं कि ये सब क्यों हुआ?

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