फ्रांस ने यूरो 2024 क्वालीफाइंग मैच में ऑस्ट्रिया के खिलाफ 1-0 की पतली जीत हासिल की, लेकिन यह जीत इतनी सरल नहीं थी जितनी स्कोरलाइन दिखाती है। मैच का एकमात्र गोल ऑस्ट्रियाई खिलाड़ी मैक्सीमिलियन वोबर के अपने ही जाल में डालने से आया। इसने मैच को अप्रत्याशित मोड़ दिया, जहां तक कोई वास्तव में अपनी टीम में उम्मीद नहीं करता था।
फ्रांस के स्टार खिलाड़ी किलियन एमबाप्पे ने इस मैच में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया, लेकिन वे भी बाधाओं से घिरे रहे। एक वक्त ऐसा आया जब एमबाप्पे को नाक की चोट लगी, जब उनका चेहरा ऑस्ट्रियाई डिफेंडर डैंसो के कंधे से टकराया। इसके बावजूद उन्होंने मैदान पर लौटने की कोशिश की, लेकिन बिना रेफरी की अनुमति के लौटने के कारण उन्हें पीला कार्ड मिला। यह कार्ड उनके लिए आगे परेशानी का सबब बन सकता है, क्योंकि अगर वे अगले मैचों में और एक पीला कार्ड प्राप्त करते हैं, तो वे क्वार्टर-फाइनल से पहले ही सस्पेंड हो सकते हैं।
यह मैच न’गोलो कांते के मजबूत प्रदर्शन के बिना शायद निराशाजनक हो सकता था। उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' के रूप में चुना गया, और इसका पूरा श्रेय उनकी रक्षण में शानदार भूमिका को जाता है। खासकर, आखिरी मिनटों में उनका एक निर्णायक टैकल ऑस्ट्रिया के संभावित गोल को रोकने में सफल रहा, जिससे फ्रांस की जीत सुनिश्चित हो सकी।
ऑस्ट्रिया के कोच राल्फ रैंगनिक ने अपनी टीम के प्रयासों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि टीम ने काफी मौके बनाए थे, लेकिन दुर्भाग्यवश वे फ्रांस जैसी मजबूत टीम के सामने सफल नहीं हो सके। ऑस्ट्रिया के खिलाड़ियों में निकोलस सिवाल्ड के प्रयास उल्लेखनीय थे, जो इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक टैकल बनाने वाले खिलाड़ी बने।
मैच के दौरान कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटित हुईं। दोनों टीमों को गोल करने के कई अवसर मिले, लेकिन उनमें से बहुत से मौकों को पूरी तरह से भुनाया नहीं जा सका। इसके अलावा, कुछ विवादास्पद रेफरी निर्णयों ने भी मैच की गर्मी को बढ़ा दिया। एक निर्णय विशेष रूप से ऑस्ट्रिया के समर्थकों के लिए निराशाजनक साबित हुआ, जो महसूस करते थे कि उनके पक्ष में पेनल्टी दी जानी चाहिए थी।
फ्रांस के कोच डिडिएर डेसचैम्प्स के लिए यह मैच एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, क्योंकि यह उनकी टीम के लिए 100वीं जीत थी। उन्होंने इस जीत को टीम के समर्पण और संगठित खेल का परिणाम बताया। जीत के बाद, डेसचैम्प्स ने खिलाड़ियों की मेहनत और उनके दृढ़ संकल्प की सराहना की।
इस महत्वपूर्ण जीत के बाद, फ्रांस की टीम अपने भविष्य के मैचों में और बेहतर प्रदर्शन करने की अपेक्षा रखती है। उन्हें आवश्यकता होगी कि वे अपनी रणनीतियों को और मजबूत करें और खिलाड़ियों की चोटों से निपटने के लिए तैयार रहें। ऑस्ट्रिया के लिए, यह हार उनकी टीम की कमजोरियों को उजागर करता है, लेकिन साथ ही यह उनकी संघर्षशीलता और मेहनत को भी दर्शाता है। कोच राल्फ रैंगनिक को भरोसा है कि उनकी टीम अगले मैचों में और बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
अंत में, यह मैच सभी दर्शकों के लिए एक रोचक अनुभव साबित हुआ और फुटबॉल प्रेमियों के लिए रोमांचक दृश्य प्रस्तुत किए। इस प्रकार की घटनाएँ खेल की अनिश्चितता और सुन्दरता को और भी बढ़ाती हैं।
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