15
जुल॰,2024
इंग्लैंड के स्टार फुटबॉलर हैरी केन ने यूरो 2024 में एक बार फिर से अपना दमखम दिखाया। इस बार वह स्पेन के दानी ओल्मो, जर्मनी के जमाल मुसियाला, नीदरलैंड्स के कोडी गाकपो, स्लोवाकिया के इवान स्क्रांज़ और जॉर्जिया के जॉर्जेस मिकाउटाड्ज़े के साथ शीर्ष गोल स्कोररों की सूची में शामिल हुए। यह सभी खिलाड़ी तीन-तीन गोल कर यूरो 2024 में गोल्डन बूट के बराबरी के हकदार बने।
अंतिम मुकाबले में इंग्लैंड को 2-1 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बावजूद, केन का प्रदर्शन काबिल-ए-तारीफ रहा। पिछले यूरोपीय चैंपियनशिप फाइनल में भी इंग्लैंड को इटली से हार का सामना करना पड़ा था, जिसमें केन ने शानदार खेल दिखाया था। यह उनकी लगातार दूसरी यूरोपीय चैंपियनशिप रही, जहां वह रनर-अप रहे।
केन के करियर में अनेक व्यक्तिगत उपलब्धियां हैं, जैसे कि पिछली के राष्ट्रीय लीग में सबसे अधिक गोल करने का सम्मान। लेकिन बायर्न म्यूनिख में उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद, क्लब 2012 के बाद पहली बार बिना किसी ट्रॉफी के सीजन खत्म कर रहा है।
स्पेन के दानी ओल्मो का प्रदर्शन भी शानदार रहा है, खासकर डिफेंस में उनका योगदान महत्वपूर्ण था। उन्होंने स्पेन के बढ़त को बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाई, जब उन्होंने मार्क गुही के हेडर को लाइन से क्लीयर किया।
दिलचस्प बात यह है कि इस बार यूईएफए ने गोल्डन बूट पुरस्कार में कुछ बदलाव किए हैं। उम्मीद की जा रही थी कि इस बार एक ही खिलाड़ी को शीर्ष स्कोरर का ताज मिलेगा पर अब इसे छह खिलाड़ियों के बीच साझा किया गया। पिछली बार के यूरोपीय चैंपियनशिप में पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने चेक गणराज्य के स्ट्राइकर पैट्रिक शिच को एक असिस्ट के आधार पर हराया था।
नई नीति के अनुसार, गोल्डन बूट सूची में टाई होने पर खिलाड़ियों की सहायता संख्या नहीं गिनी जाएगी।
आखिरी बार जब तीन गोल गोल्डन बूट जीतने के लिए पर्याप्त थे, वह यूरो 2012 था, जब स्पेन के फर्नांडो टोरेस ने इसे जीता था।
इस बार का यूरो 2024 फुटबॉल प्रशंसकों के लिए यादगार रहा, जहां शीर्ष स्कोररों की सूची में बराबरी ने इस टूर्नामेंट को और रोमांचक बना दिया।
आगे बढ़ते हुए, खिलाड़ियों को अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए अपने टीमों के लिए भी संघर्ष करना होगा। केन और ओल्मो जैसे खिलाड़ी अपने अनुभव और कौशल के साथ अपनी टीमों के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
हैरी केन का गोल्डन बूट टाई होना बहुत अच्छा लगा। उनकी लगन और निरंतरता की तारीफ करनी चाहिए। ये टूर्नामेंट उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा।
अरे भाई, ये सब गोल्डन बूट की बातें क्यों? तीन गोल करके क्या हुआ? टीम तो हार गई, और फिर भी ये सब व्यक्तिगत उपलब्धियों की बातें कर रहे हो। जब तक ट्रॉफी नहीं आती, तब तक ये सब बस एक बड़ा झूठ है। केन तो अच्छा खिलाड़ी है, लेकिन अगर वो अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाया, तो उसके गोल बस एक फोटो के लिए हैं। ओल्मो के बारे में तो बिल्कुल नहीं जानता, लेकिन जब तक एक बार भी फाइनल जीत नहीं जाता, तब तक ये सब गोल्डन बूट की बातें बस एक धुंधली छाया है।
वाह, ये तो बहुत बढ़िया हुआ!! केन और ओल्मो दोनों ने बहुत अच्छा खेला... और ये नया नियम भी बहुत अच्छा है, क्योंकि असिस्ट नहीं गिनना... ये तो सही है!! अब तो बस गोल्स ही मायने रखते हैं... बहुत बढ़िया!! 😍
ये टूर्नामेंट ने फुटबॉल को फिर से जीवित कर दिया! 🙌 तीन गोल करना आसान नहीं, और छह खिलाड़ियों ने एक साथ ये कर दिखाया! ये दुनिया का असली खेल है, जहां हर कोई अपनी ताकत से लड़ता है। अगर टीम हार गई, तो भी ये गोल्स उनकी आत्मा के निशान हैं! 💪⚽
अगर गोल्डन बूट टाई हो गया तो क्या ये असली जीत नहीं है? क्या एक ट्रॉफी के बिना अच्छा खेलना बेकार है? ये टूर्नामेंट दिखाता है कि फुटबॉल बस जीत और हार का खेल नहीं है। ये तो एक कला है।
मुझे लगता है कि ये नया नियम बहुत अच्छा है 🤝 अब तो कोई भी खिलाड़ी अपनी टीम के लिए खेल रहा होगा, न कि बस गोल्डन बूट के लिए। केन और ओल्मो दोनों ने बहुत अच्छा किया, अब देखना है कि अगले सीज़न में कौन बनता है बेस्ट 🏆❤️