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अक्तू॰,2024
टी20आई क्रिकेट में 23 अक्टूबर को वह ऐतिहासिक दिन था जब ज़िम्बाब्वे ने गाम्बिया के खिलाफ मैदान पर उतरकर इतिहास रच दिया। मैच की शुरुआत से ही ज़िम्बाब्वे की टीम का तेज़ तर्रार प्रदर्शन दिखने लगा। कप्तान सिकंदर रज़ा की अगुवाई में, टीम ने पूरे मैच के दौरान ऐसा विस्फोटक खेल दिखाया जिससे मैदान पर मौजूद हर क्रिकेट प्रेमी आश्चर्यचकित रह गया।
सिकंदर रज़ा की अविश्वसनीय पारी ने सिर्फ 33 गेंदों में टी20आई का दूसरा सबसे तेज शतक लगाया। इस प्रभावशाली इनिंग के दौरान उन्होंने 133 रन बनाये जिसमें उन्होंने 8 चौके और 15 छक्के मारे। यह प्रदर्शन आज तक के सबसे विध्वंसकारी टी20आई पारियों में से एक गिनी जाएगी। इसके साथ ही, ज़िम्बाब्वे की टीम ने कुल 344 रन बनाकर नया इतिहास रच दिया।
मैच की शुरुआत से ही ज़िम्बाब्वे के ओपनर्स ब्रायन बेनेट और तडिवनाशे मारुमानी ने तेज़ बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया। उन्होंने मिलकर केवल 34 गेंदों में 98 रन जोड़ डाले, जिससे टीम को मजबूत आधार मिला। मारुमानी ने मात्र 13 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और उसके बाद 62 रनों की तेज़ पारी खेली। उनकी पारी में 9 चौके और 4 बड़े छक्के शामिल थे। जबकि बेनेट ने भी 50 रन बनाए जिसमें 7 चौके और 1 छक्का शामिल था।
डियन मेयर के 12 रन पर आउट होने के बाद, सिकंदर रज़ा और रयान बर्ल ने तेजी से 60 रन की साझेदारी की। इस दौरान दोनों ने महज 24 गेंदों का सामना किया। बर्ल के आउट होने पर, क्लाइव मडांडे ने रज़ा का साथ दिया और दोनों ने मिलकर 141 रनों की साझेदारी की। रज़ा ने अपनी पारी के मध्य में बल्ले से अद्भुत खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने 20 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर लिया था लेकिन 17वें ओवर में जैसे ही उन्होंने काल्पनिक तरीके से मस्सा जोबार्तेह की गेंदबाजी पर 35 रन जड़े, मैदान पर मौजूद हर दर्शक खड़ा होकर तालियाँ बजाने लगा।
ज़िम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने इस मैच में छक्कों और चौकों की बारिश कर दी। पूरी पारी में कुल 27 छक्के जड़े गए, जिससे उन्होंने नेपाल का 26 छक्कों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। न केवल छक्के बल्कि चौकों की संख्या भी बेहद ज्यादा थी, जिससे एक नया इतिहास रचते हुए कई कीर्तिमान स्थापित हुए। रज़ा और मडांडे की जोड़ी ने मैदान के हर कोने पर गेंद पहुँचाई।
यह मैच न केवल एक रिकॉर्ड-ब्रेकिंग इवेंट के रूप में याद किया जाएगा बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए दशकों तक प्रेरणा के रूप में भी रहेगा। सिकंदर रज़ा की इस पारी ने उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय हीरो बना दिया है और ज़िम्बाब्वे की इस शानदार जीत ने क्रिकेट की किताब में एक नई गाथा जोड़ दी है। दर्शकों और मीडिया ने इस प्रदर्शन को लंबे समय तक याद रखा और इसे कई सालों तक चर्चा का विषय बना दिया। यह वास्तव में एक ऐसा पल था जिसने देश का गौरव बढ़ाया और क्रिकेट की फिर से परिभाषा दी।
ये सब झूठ है किसी ने फेक न्यूज़ बनाया है क्योंकि ज़िम्बाब्वे कभी ऐसा नहीं कर सकता और ये सब बस एक अमेरिकी अभियान है जो हमारे क्रिकेट को कमजोर दिखाना चाहता है
यह पारी, जिसने गेंदबाज़ी के नियमों को चुनौती दी, एक ऐसा दृश्य था जो खेल की भौतिक सीमाओं को फाड़ देता है... यह न केवल एक शतक है, बल्कि एक दर्शन है-जहाँ इंसानी सीमाएँ बल्ले के ज़रिए लिखी जाती हैं।
इस पारी में टीम के सभी सदस्यों की समन्वय योग्यता और रणनीतिक एकजुटता को देखकर विकास के नए आयाम उभरते हैं। बल्लेबाज़ी का यह स्तर एक स्ट्रैटेजिक सिस्टम का परिणाम है जिसमें ओपनिंग पैर्नरशिप, मिडल ऑर्डर का एक्सप्लॉज़न, और लोअर ऑर्डर का सपोर्ट एक अद्वितीय इकोसिस्टम बनाते हैं।
33 गेंदों में शतक? नामुमकिन। ये फेक है।
अरे भाई ये सब बकवास है क्या ये लोग गाम्बिया के खिलाफ 344 बना रहे हैं? गाम्बिया की टीम तो बच्चों की टीम है जिन्हें बैट भी नहीं पकड़ना आता इसलिए ये रिकॉर्ड बेकार है
इस पारी में वो जादू था जो भारत के गाँव के मैदानों में बच्चे बनाते हैं-बिना शूज़ के, बिना ट्रैकिंग सिस्टम के, बस दिल की धड़कन और हवा के साथ। रज़ा ने न सिर्फ रन बनाए, बल्कि एक नए सपने का जन्म दिया।
ये देखो भाई, बस एक बल्लेबाज़ ने ऐसा किया कि सारा स्टेडियम चुप हो गया और फिर एक ज़ोरदार चीख़ के साथ सब उठ खड़े हुए। ये ही तो क्रिकेट है दोस्तों।
हमारे भारतीय बल्लेबाज़ कहाँ हैं? ज़िम्बाब्वे का ये लड़का हमारे टीम के बेहतरीन बल्लेबाज़ से भी ज्यादा धमाकेदार है। ये देश का गौरव है और हमारे खिलाड़ी अभी भी बाहर गुलाब बिखेर रहे हैं!
क्या ये रिकॉर्ड वास्तविक है? क्योंकि अगर ये सच है तो ये टी20 क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा मोड़ है। मैं इसकी वीडियो क्लिप ढूंढ रहा हूँ।
तो ये बस एक और बेकार रिकॉर्ड है जो किसी ने बनाया है जिसकी जरूरत नहीं थी। ये छक्के और चौके तो अब बहुत हो गए हैं। अब तो बल्लेबाज़ बस बारिश कर रहे हैं, बल्ले के बजाय बारिश के बादल बन गए हैं। अब गेंदबाज़ क्या करें? बादलों को भगाने के लिए विमान उड़ाएँ? ये खेल अब बस एक बारिश का तालाब है।
woahhhhh sooo much sixs i cant believe itttt like seriously dude this is like the future of cricket already happened and i just watched it
ये पारी देखकर मेरा दिल धड़क रहा है! ये नहीं कि रन बन रहे हैं, ये तो आत्मविश्वास की लहर है जो पूरी टीम को लहरा रही है। ज़िम्बाब्वे ने साबित कर दिया कि छोटे देश भी बड़े सपने देख सकते हैं।
अगर ये सच है तो ये खेल के नियमों को फिर से लिखने की जरूरत है। गेंदबाज़ के लिए ये असंभव है। लेकिन क्या ये असंभव है या बस हमने असंभव की परिभाषा बदल दी है?
बस एक बार देख लो ये पारी... फिर तुम्हारा दिमाग़ बस इतना ही कहेगा... वाह 😍❤️🔥
यह एक ऐसा घटनाक्रम है जिसने न केवल खेल के अंतर्गत एक नया अध्याय शुरू किया है, बल्कि इंसानी इच्छाशक्ति के सीमाओं को भी चुनौती दी है। इस पारी के बाद, अब तक के सभी रिकॉर्ड बस एक यादगार अतीत के रूप में रह गए हैं।
33 गेंदों में शतक? तो फिर वो गेंदें कैसे गिनी गईं? क्या उन्होंने एक ड्रोन से गिना? ये रिकॉर्ड तो बिल्कुल भी वैलिड नहीं है।